जल शक्ति मंत्रालय
"अगर कभी पानी को लेकर तीसरा विश्व युद्ध लड़ा गया तो भारत उसका हिस्सा नहीं होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम जल-सुरक्षित भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।" - श्री सीआर पाटिल
जल शक्ति मंत्रालय ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विश्व जल दिवस पर 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025' की शुरुआत की
इस वर्ष विश्व जल दिवस पर भारत सरकार सामुदायिक भागीदारी और नवीन रणनीतियों के माध्यम से जल संरक्षण और प्रबंधन पर जोर दे रही है।
जल शक्ति अभियान: कैच द रेन- 2025' 148 जिलों में सामुदायिक नेतृत्व में जल संरक्षण और स्थिरता को बढ़ावा देगा
Posted On:
22 MAR 2025 9:40PM by PIB Delhi
जल शक्ति मंत्रालय ने विश्व जल दिवस के अवसर पर, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से हरियाणा के पंचकूला में जल शक्ति अभियान के बहुप्रतीक्षित छठे आयोजन कैच द रेन - 2025 का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी और नवीन नीतियों के माध्यम से जल संरक्षण और प्रबंधन पर जोर देना था। इसमें देश भर से 10,000 से अधिक नागरिकों, हितधारकों और जल क्षेत्र के विशेषज्ञों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। जल शक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय जल मिशन द्वारा आयोजित यह अभियान पहली बार दिल्ली के बाहर शुरू किया गया है - जो जमीनी स्तर तक व्यापक पहुंच का प्रतीक है।

"जल संचय, जन भागीदारी: जन जागरूकता की ओर" थीम वाले इस अभियान में जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जल चुनौतियों के मद्देनजर जल सुरक्षा, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के महत्व पर जोर दिया गया है। इसका एक प्रमुख आकर्षण देश भर में जल शक्ति अभियान 2025 का राष्ट्रव्यापी वर्चुअल शुभारंभ था, जिसमें 148 फोकस जिलों पर विशेष जोर दिया गया। इसके बाद पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से "जल-जंगल-जन: एक प्राकृतिक बंधन अभियान" का शुभारंभ किया गया, जिसका उद्देश्य जंगलों, नदियों और झरनों के बीच पारिस्थितिक संबंधों को बहाल करना है। जल शक्ति अभियान, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और हरियाणा सरकार के तहत इन पहलों पर ऑडियो विजुअल (एवी) फिल्में भी लॉन्च की गईं।

इस कार्यक्रम में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत के जल क्षेत्र में परिवर्तनकारी प्रगति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने टिप्पणी की कि पहले, पानी की उपलब्धता और गुणवत्ता के मुद्दे मुख्यधारा के राष्ट्रीय विमर्श का हिस्सा नहीं थे लेन आज, प्रधानमंत्री के नेतृत्व के कारण, पूरे भारत में नागरिकों तक दरवाजे पर पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल पहुंच रहा है। श्री पाटिल ने जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा: "हम अक्सर धन संचय (धन की बचत) की बात करते हैं, लेकिन जल संचय (पानी की बचत) इससे अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने दोहराया कि सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण है, और प्रत्येक नागरिक के योगदान से ही वास्तविक अर्थ में जल सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है।
श्री पाटिल ने "जहां भी बारिश होती है उसे इकट्ठा करें" के सिद्धांत का समर्थन किया, जिसमें कहा गया है कि प्रत्येक गांव के पानी को उसी गांव के भीतर रिचार्ज किया जाना चाहिए।

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सभा को संबोधित करते हुए स्थायी जल समाधान के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। मुख्यमंत्री ने जल-कुशल कृषि, सूक्ष्म सिंचाई और पारंपरिक जल निकायों के पुनरुद्धार में हरियाणा के प्रयासों पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने जागरूकता को कार्रवाई में बदलने के लिए एक शक्तिशाली मंच के रूप में जल शक्ति अभियान की प्रशंसा की और प्रतिबद्धता जताई कि हरियाणा वर्षा जल संचयन, पुनर्भरण संरचनाओं और सहभागी जल प्रबंधन को लागू करने में उदाहरण पेश करेगा।
हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि जल संरक्षण को एक सच्चा जन आंदोलन बनना चाहिए। उन्होंने जल क्षेत्र में हरियाणा सरकार के वर्तमान सुधारों को रेखांकित किया और जल संसाधनों की सुरक्षा एवं उनके सतत प्रबंधन में स्थानीय शासन, महिलाओं और युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। श्रीमति चौधरी ने वर्तमान जल चुनौतियों से निपटने के लिए पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ एकीकृत करने का भी आह्वान किया।

जल शक्ति अभियान और स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (एसबीएम-जी) के अंतर्गत कई प्रभावशाली परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। इनमें शामिल हैं:
- वर्षा जल संचयन प्रणाली
- बोरवेल रिचार्ज परियोजनाएँ
- सूक्ष्म सिंचाई पहल
- जल शक्ति अभियान के तहत सर्वोत्तम विधियों के संग्रह का विमोचन
-एसबीएम-जी के तहत उद्घाटन किए गए प्रमुख बुनियादी ढाँचे में शामिल हैं:
- सामुदायिक स्वच्छता परिसर
- तरल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली
- गोबरधन परियोजना
- ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शेड
हरियाणा में महत्वपूर्ण जल प्रशासन पहलों का शुभारंभ किया गया:
- मुख्यमंत्री जल संचय योजना, "जल संचय, जनभागीदारी" थीम को सुदृढ़ करना।
- जल संसाधन एटलस, बेहतर योजना के लिए जल उपलब्धता का वैज्ञानिक मानचित्रण प्रदान करना
- एक ऑनलाइन नहर जल प्रबंधन प्रणाली, सिंचाई दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ाना।
- एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन पर ई-पुस्तिका।

जल संरक्षण और प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रगतिशील किसानों,
महिला चैंपियनों, जल उपयोगकर्ता संघों (डब्ल्यूयूए), गैर सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित करने के लिए एक पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया।
जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025 ने जल संरक्षण के लिए एक समावेशी, रणनीतिक और लोगों द्वारा संचालित दृष्टिकोण की नींव रखी है। विश्व जल दिवस पर, सरकार ने "हर बूंद अनमोल" (हर बूंद मायने रखती है) के सिद्धांत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक सुरक्षित और टिकाऊ जल भविष्य की ओर निर्णायक रूप से प्रगति की है।

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