वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
विकास और समावेशिता को प्रोत्साहन
भारत की अर्थव्यवस्था पर जेम का रणनीतिक असर
Posted On:
02 MAR 2025 1:53PM by PIB Delhi
प्रस्तावना
सार्वजनिक खरीद किसी देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसका सीधा असर उसके नागरिकों के जीवन पर पड़ता है। जब सरकारें वस्तुओं और सेवाओं को कुशलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से खरीदती हैं, तो यह न केवल सार्वजनिक धन का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करती है बल्कि सभी प्रकार के व्यवसायों के लिए आर्थिक अवसरों को भी प्रोत्साहित करती है। यह, बदले में, रोजगार को प्रोत्साहन देता है, नवाचार को बढ़ावा देता है और समग्र सामाजिक विकास में योगदान देता है। भारत में, सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेम) सार्वजनिक खरीद में एक गेम-चेंजर के रूप में उभरा है, जिसने एक खुला और समावेशी मंच तैयार किया है जो न केवल सरकारी खरीदारों बल्कि स्थानीय उद्यमियों, स्टार्टअप और छोटे कारोबारों को भी लाभान्वित करता है।

देश के सामाजिक विकास के अनुरूप, जेम ने स्टार्टअप्स को ₹35,950 करोड़ के ऑर्डर पूरा करने में सक्षम बनाया है। जेम पर कुल विक्रेता आधार में महिला उद्यमियों की हिस्सेदारी 8% है, जिसमें कुल 1,77,786 उद्यम-सत्यापित महिला सूक्ष्म और लघु उद्यम (एमएसई) जेम पोर्टल पर पंजीकृत हैं, जिन्होंने ₹46,615 करोड़ के कुल ऑर्डर मूल्य को पूरा किया है।
जेम क्या है?
गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जेम) भारत में सार्वजनिक खरीद के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से की गई थी। यह पहल 09 अगस्त 2016 को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से सरकारी खरीदारों के लिए एक खुले और पारदर्शी खरीद मंच बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।

जेम के मूल सिद्धांत
जेम की तीन विशेष मुख्य तत्व हैं:
खुलापन: जेम एक खुला बाजार होगा, जहां यह सूचना और पारदर्शिता तक पहुंच को प्रोत्साहन देता है। विक्रेताओं, वस्तुओं और सेवाओं पर प्रासंगिक जानकारी ढूंढना आसान होगा और उपयोगकर्ताओं के लिए आसानी से उपलब्ध होगा। जेम उपयोगकर्ताओं को निर्णय लेने और उचित मूल्य को सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए डेटाबेस आधारित अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
निष्पक्षता: प्लेटफॉर्म के प्रमुख उद्देश्यों में से एक बड़े और छोटे विक्रेताओं को सरकारी खरीदारों तक सीधी पहुंच उपलब्ध कराना है। ऐसा करने में, सभी विक्रेताओं के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा और जेम एक विक्रेता को दूसरे विक्रेता के मुकाबले प्रचारात्मक व्यवहार का प्रस्ताव नहीं करेगा। जेम बेहतर बाजार पहुंच नीतियों के पीछे के प्रयोजनों का सहयोग करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि सभी विक्रेताओं को समान अवसर मिलें। इससे बाजार की सेहत और प्रतिस्पर्धात्मकता सुनिश्चित होगी।

समावेशिता: जेम समग्रता को बढ़ावा देगा, जिसका अर्थ है कि सभी सरकारी खरीदारों और विक्रेताओं को मंच पर स्वीकार किया जाएगा। जेम एक मजबूत विक्रेता आधार बनाने की आकांक्षा रखेगा और सरकार के साथ व्यापार करने में रुचि रखने वाले सभी विक्रेताओं का मंच पर स्वागत किया जाएगा। जिन खरीदारों और विक्रेताओं को जेम का इस्तेमाल करने की जानकारी नहीं है, उन्हें केंद्रित प्रशिक्षण, ऑनबोर्डिंग सत्र और निरंतर फीडबैक और सहयोग के तौर पर अतिरिक्त मदद की जाएगी।
जेम की प्रमुख विशेषताएं
स्वायत्त: ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रोत्साहन
स्वायत्त ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बढ़ाने और स्टार्टअप्स, महिला उद्यमियों, सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई), स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और युवाओं, विशेष रूप से समाज के पिछड़े वर्गों के लिए वार्षिक सार्वजनिक खरीद के लिए सीधे बाजार संबंध स्थापित करने की पोर्टल की प्रतिबद्धता है। शुरुआत से ही, यह पहल अंतिम छोर के विक्रेताओं के प्रशिक्षण और उन्हें शामिल करने, महिला उद्यमिता विकसित करने और सरकारी खरीद में भागीदारी और छोटे पैमाने के व्यवसायों को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है।
स्टार्टअप रनवे 2.0: नवाचार का प्रदर्शन
स्टार्टअप रनवे 2.0 स्टार्टअप्स के लिए सरकारी खरीदारों को अपने नवाचारी उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करने और सार्वजनिक खरीद में शामिल होने का एक अवसर है। जेम ने सभी स्टार्टअप्स के लिए उनके उत्पादों और सेवाओं को सूचीबद्ध करने के लिए एक समर्पित बाजार श्रेणी बनाई है, भले ही उनका डीपीआईआईटी-प्रमाणन कुछ भी हो। यह प्लेटफॉर्म स्टार्टअप्स को सभी मार्केटप्लेस कार्यक्षमताएं प्रदान करता है जो नियमित विक्रेताओं के लिए उपलब्ध हैं और इनका उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप्स से "मेक इन इंडिया" खरीद को प्रोत्साहित करना है।

वुमनिया: महिला उद्यमियों का सशक्तिकरण
"वुमनिया" पहल का उद्देश्य महिला उद्यमियों और महिला स्वयं सहायता समूहों [डब्ल्यूएसएचजी] के द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित करना है, और उन्हें विभिन्न सरकारी मंत्रालयों, विभागों और संस्थानों को अपने उत्पाद बेचने के अवसरों के साथ जोड़कर महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन देना है। जेम ने खरीद में आसानी के लिए हस्तशिल्प और हथकरघा, सहयोगी उपकरण, जूट और कॉयर उत्पाद, बांस उत्पाद, जैविक खाद्य पदार्थ, मसाले, घरेलू सजावट और कार्यालय साज-सज्जा जैसे उत्पादों को विशेष रूप से वर्गीकृत किया है। वुमनिया महिला एमएसएमई उद्यमियों से सार्वजनिक खरीद में 3 प्रतिशत आरक्षित करने की सरकार की पहल से जुड़ा है और यह खरीद के लिए अपार संभावनाएं देता है।

जेम पर एमएसएमई एससी/ एसटी उद्यमी
जेम अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति [एससी/एसटी] के उद्यमियों पर विशेष ध्यान देने के साथ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम [एमएसएमई] इकोसिस्टम के विभिन्न हितधारकों के साथ सहयोग कर रहा है। यह साझेदारी सभी सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों [पीएसई] की ओर से एमएसएमई से 25 प्रतिशत के अनिवार्य खरीद लक्ष्य और एससी/ एसटी समुदायों के भीतर एमएसएमई उद्यमियों से 4 प्रतिशत वस्तुओं और सेवाओं की उप-लक्ष्य खरीद को प्राप्त करने के उद्देश्य पर आधारित है। यह पहल सार्वजनिक खरीद में एमएसई क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना चाहती है।
सरस संग्रह: हस्तनिर्मित उत्कृष्टता का उत्सव
सरस संग्रह भारत में शीर्ष स्वयं सहायता समूहों के हस्तशिल्प, हथकरघा वस्त्र, कार्यालय की सजावट, साज-सामान, सहायक उपकरण, कार्यक्रम स्मृति चिह्न, व्यक्तिगत स्वच्छता और देखभाल उत्पादों का एक प्राचीन हस्तनिर्मित संग्रह है।

जेम सांख्यिकी: विकास और उसके प्रभाव का एक चित्र
नवीनतम आंकड़े बाजार में महत्वपूर्ण गतिविधि को दर्शाते हैं, जो 162,985 प्राथमिक खरीदारों, 228,754 माध्यमिक खरीदारों और 11,006 उत्पाद श्रेणियों और 332 सेवा श्रेणियों की एक विविध श्रृंखला के साथ एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का प्रदर्शित करते हैं। बीते वित्त वर्ष में, ऑर्डर की मात्रा 62,86,543 तक पहुंच गई, जिसका ऑर्डर मूल्य ₹4,03,305 करोड़ था। अपनी गति जारी रखते हुए, चालू वित्त वर्ष में पहले ही ₹4,52,594 करोड़ मूल्य के 61,23,691 ऑर्डर दर्ज किए जा चुके हैं। विशेष रूप से, कुल ऑर्डर मूल्य का 37.87% सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) को दिया जाता है, जो स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाने और समावेशी आर्थिक विकास को बेहतर करने में जेम की भूमिका को रेखांकित करता है।

निष्कर्ष
सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेम) ने पारदर्शिता, दक्षता और समावेशिता को प्रोत्साहन देकर भारत में सार्वजनिक खरीद को बदल दिया है। स्टार्टअप, महिला उद्यमियों और एमएसएमई को सशक्त बनाकर, जेम आर्थिक विकास और सामाजिक समानता को बढ़ावा देता है। प्लेटफ़ॉर्म की रणनीतिक पहल, जैसे स्वायत्त, स्टार्टअप रनवे 2.0 और वुमनिया ने व्यवसाय करने में आसानी और सरकारी खरीद में भागीदारी बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जैसे-जैसे जेम का विकास जारी है, यह एक संपोषित, खुला और प्रतिस्पर्धी बाजार बनाने के अपने दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध है, जो समावेशी और पारदर्शी सार्वजनिक खरीद प्रथाओं की दिशा में भारत की प्रगति को आगे बढ़ाएगा।
संदर्भ
https://gem.gov.in/
https://pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=2106076®=3&lang=1
https://assets-bg.gem.gov.in/resources/pdf/GeM_handbook.pdf
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एमजी/आरपीएम/केसी/एमएम
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