जल शक्ति मंत्रालय
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“जल जीवन मिशन के तहत 25 लाख महिलाओं को फील्ड टेस्टिंग किट का उपयोग करके पानी की गुणवत्ता जांचने का प्रशिक्षण दिया गया”: श्री सी आर पाटिल


“यह सरकार भारत के प्रत्येक ग्रामीण परिवार के लिए सुरक्षित और निर्बाध पेयजल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है”: श्री सी आर पाटिल

“80 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों को अब नल के पानी के कनेक्शन की सुविधा मिल रही है”: केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल ने पारंपरिक जल कलश समारोह के साथ जल सुरक्षा पर दूसरे राज्य जल मंत्रियों के सम्मेलन का उद्घाटन किया

Posted On: 18 FEB 2025 8:38PM by PIB Delhi

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की उपस्थिति में पारंपरिक जल कलश समारोह के साथ जल सुरक्षा पर दूसरे राज्य जल मंत्रियों के सम्मेलन का उद्घाटन किया।

जल सुरक्षा पर दूसरे राज्य जल मंत्रियों के सम्मेलन में बोलते हुए, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, श्री सी आर पाटिल ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला और भारत के प्रत्येक ग्रामीण परिवार के लिए सुरक्षित और निर्बाध पेयजल सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

श्री पाटिल ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मिशन ने अभूतपूर्व प्रगति की है और अब 80 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल के पानी के कनेक्शन की सुविधा मिल रही है। परिणामस्वरूप 15 करोड़ से अधिक परिवारों को उनके दरवाजे पर स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल का लाभ मिल रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने सार्वजनिक स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामुदायिक भागीदारी पर जेजेएम के परिवर्तनकारी प्रभाव को रेखांकित किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार इस मिशन ने डायरिया जैसी जलजनित बीमारियों से होने वाली 4 लाख मौतों की रोकथाम में योगदान दिया है। इसके अलावा, इस पहल से स्वास्थ्य संबंधी खर्चों में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे ग्रामीण आबादी के समग्र कल्याण में सुधार हुआ है।

मिशन का एक प्रमुख आकर्षण महिलाओं का सशक्तिकरण है, जिसके तहत 25 लाख महिलाओं को फील्ड टेस्टिंग किट का उपयोग करके जल गुणवत्ता की जांच करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इस पहल ने समुदाय-आधारित निगरानी को मजबूत किया है, जिससे यह सुनिश्चित हुआ है कि घरों तक पहुंचने वाला पानी गुणवत्ता मानकों के अनुरूप है। इसके अतिरिक्त नल के पानी की उपलब्धता से महिलाओं के लिए प्रतिदिन 5.5 करोड़ घंटे की बचत हुई है, जिससे उन्हें आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक गतिविधियों में संलग्न होने में मदद मिली है।

सरकार के दृष्टिकोण की पुष्टि करते हुए, श्री पाटिल ने कहा कि जल सुरक्षा 2047 तक विकसित भारत का एक मूलभूत स्तंभ है और जल जीवन मिशन इस लक्ष्य को प्राप्त करने में एक प्रमुख भूमिका में है। निरंतर प्रगति और मजबूत सामुदायिक भागीदारी के साथ हम सभी के लिए स्वच्छ पेयजल को एक वास्तविकता बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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