विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एसटीईएम में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों की जानकारी दी
Posted On:
06 FEB 2025 3:44PM by PIB Delhi
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); पृथ्वी विज्ञान और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन विभाग के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज राज्यसभा में अतारांकित प्रश्न के उत्तर में कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) एसटीईएम क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए 'विज्ञान और इंजीनियरिंग में महिलाएं-किरण (वाइज-किरण)' योजना लागू कर रहा है।
![](https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image00125T6.jpg)
लिखित उत्तर के अनुसार, मंत्री ने सरकार द्वारा किए गए विभिन्न उपायों को विस्तार से सूचीबद्ध किया-
अनुसंधान में महिलाओं की सहायता के लिए फ़ेलोशिप कार्यक्रम
- डब्ल्यूआईएसई- पीएचडी फ़ेलोशिप: बुनियादी और अनुप्रयुक्त विज्ञान में अनुसंधान को आगे बढ़ाने में महिलाओं को सहायता प्रदान करती है।
- डब्ल्यूआईएसई-पोस्ट डॉक्टरल फ़ेलोशिप (डब्ल्यूआईएसई-पीडीएफ) और डब्ल्यूआईएसई -स्कोप: महिलाओं को पोस्ट-डॉक्टरल शोध करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- विदुषी कार्यक्रम: सेवानिवृत्त और बेरोजगार पेशेवरों सहित वरिष्ठ महिला वैज्ञानिकों को उनके अनुसंधान करियर को जारी रखने में मदद करता है।
डब्ल्यूआईएसई-आईपीआर: बौद्धिक संपदा अधिकारों में महिलाओं को प्रशिक्षण
आईपीआर में डब्ल्यूआईएसई इंटर्नशिप (डब्ल्यूआईएसई-आईपीआर) महिलाओं के लिए बौद्धिक संपदा अधिकारों में एक साल का ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण प्रदान करती है।
विज्ञान ज्योति: युवा लड़कियों को एसटीईएम में शामिल होने के लिए प्रेरित करना
विज्ञान ज्योति कार्यक्रम नौवीं-बारहवीं कक्षा की मेधावी लड़कियों का मार्गदर्शन करता है, उन्हें एसटीईएम क्षेत्रों में उच्च शिक्षा और करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है जहां महिला भागीदारी कम है।
बायोकेयर फ़ेलोशिप: जैव प्रौद्योगिकी में महिलाओं को सशक्त बनाना
जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा बायोकेयर फ़ेलोशिप जैव प्रौद्योगिकी और संबद्ध क्षेत्रों में महिला वैज्ञानिकों का समर्थन करती है, जिससे उन्हें मजबूत अनुसंधान कैरियर स्थापित करने में मदद मिलती है।
निधि: प्रौद्योगिकी में महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप का समर्थन करना
नवाचारों के विकास और उपयोग के लिए राष्ट्रीय पहल (निधि) महिला उद्यमियों को निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करती है:
- क्षमता निर्माण, इनक्यूबेशन सुविधाएं, परामर्श और प्रारंभिक चरण की फंडिंग।
- निधि-बीज सहायता कार्यक्रम (निधि-एसएसपी): महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों सहित स्टार्टअप के लिए प्रारंभिक चरण की शुरुआती फंडिंग।
महिला विश्वविद्यालयों में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर
डीएसटी ने निम्नलिखित में टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर्स (टीबीआई) की स्थापना की है:
- इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू), दिल्ली
- श्री पद्मावती महिला विश्वविद्यालय (एसपीएमवीवी), तिरुपति
इसके अतिरिक्त, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू), दिल्ली में समावेशी प्रौद्योगिकी बिजनेस इनक्यूबेटर (आईटीबीआई) स्थापित किया गया है, जो उद्यमिता में लिंग, जाति और भौगोलिक समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करता है।
गति: अनुसंधान संस्थानों में लैंगिक समानता लाना
डब्ल्यूआईएसई-किरन के तहत जेंडर एडवांसमेंट फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंस्टीट्यूशंस (गति) कार्यक्रम एसटीईएमएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित और चिकित्सा) में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए अनुसंधान संस्थानों में लिंग-संवेदनशील नीतियों को बढ़ावा देता है।
महिला वैज्ञानिक योजना (डब्ल्यूओएस): करियर को पुनर्जीवित करना और अनुसंधान को आगे बढ़ाना
- डब्ल्यूओएस-ए: बुनियादी और व्यावहारिक विज्ञान में अनुसंधान के लिए वापस आने वाली महिलाओं का समर्थन करता है।
- डब्ल्यूओएस-बी: महिला वैज्ञानिकों को सामाजिक चुनौतियों के लिए एस एंड टी समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाता है।
- डब्ल्यूओएस-सी: महिलाओं को बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) में प्रशिक्षित करता है, पिछले 10 वर्षों में 523 महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है, जिनमें से 40% अब पंजीकृत पेटेंट एजेंट हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस बात की जानकारी दी कि डब्ल्यूओएस-ए के तहत 2076 महिला वैज्ञानिकों को लाभ हुआ है, जिनमें से 40% ने पीएचडी पूरी की है और 5000 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
डॉ. सिंह कहा, "ये पहल सामूहिक रूप से महिलाओं को एसटीईएम क्षेत्रों, अनुसंधान और उद्यमिता में उत्कृष्टता प्राप्त करने, भारत में अधिक समावेशी वैज्ञानिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए सशक्त बनाती हैं।"
******
एमजी/आरपीएम/केसी/पीके/डीए
(Release ID: 2100468)
Visitor Counter : 39