संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
टीआरएआई ने सुरक्षित मैसेजिंग के लिए एसएमएस को ट्रेस करने की योग्यता सुनिश्चित करने में मील का पत्थर हासिल किया है
Posted On:
19 DEC 2024 5:27PM by PIB Delhi
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (टीआरएआई) ने सभी वाणिज्यिक एसएमएस को ट्रेस करने की योग्यता सुनिश्चित करने के लिए एक ढांचे को सफलतापूर्वक लागू किया है, जो एक सुरक्षित और स्पैम-मुक्त मैसेजिंग इकोसिस्टम बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पहल वाणिज्यिक संदेश प्रणालियों की पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाते हुए उपभोक्ताओं को स्पैम से बचाने के टीआरएआई के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इस ढांचे के अंतर्गत, सभी प्रमुख संस्थाओं (पीई) जैसे व्यवसायों, बैंकों और सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ उनके टेलीमार्केटर्स (टीएम) को ब्लॉकचेन-आधारित डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (डीएलटी) के जरिए अपने संदेश का ट्रांसमिशन पथ घोषित करने और पंजीकृत करने की जरूरत थी। चेन की यह घोषणा और बाइंडिंग प्रक्रिया, डेटा की सुरक्षा या एसएमएस पहुंचाने में देरी से समझौता किए बिना, प्रत्येक मैसेज की शुरुआत से लेकर उसके पहुंचने तक, एक से दूसरे छोर तक ट्रेस करने की योग्यता सुनिश्चित करती है।
इसे कार्यान्वित करने के लिए, टीआरएआई ने 20 अगस्त 2024 को एक निर्देश जारी किए, जिसमें 1 नवंबर 2024 से शुरू होने वाले सभी वाणिज्यिक संदेशों की ट्रेसबिलिटी को अनिवार्य कर दिया गया। कार्यान्वयन में शामिल गतिविधियों के पैमाने को पहचानते हुए, टीआरएआई ने अनुपालन के लिए समय सीमा को पहले 30 नवंबर 2024 और बाद में 10 दिसंबर 2024 तक बढ़ाया गया, जिससे बैंकिंग, बीमा, स्वास्थ्य देखभाल और रियल एस्टेट जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 1.13 लाख सक्रिय पीई को सुचारू रूप से शामिल करने में सक्षम बनाया जा सके।
टीआरएआई ने जागरूकता को प्रोत्साहन देने के लिए और घोषणा व अनिवार्य कार्यों में तेजी लाने के लिए आरबीआई, एसईबीआई, आईआरडीएआई, पीएफआरडीए जैसे प्रमुख क्षेत्रीय नियामकों और एनआईसी, सीडीएसी और राज्य सरकारों जैसी सरकारी एजेंसियों के साथ जुड़कर एक सहयोगात्मक पहुंच अपनाई। प्रवेश दिलाने वालों ने डीएलटी प्रणाली में निरंतर एकीकरण के लिए लक्षित आउटरीच अभियानों और तकनीकी मार्गदर्शन के जरिए पीई और टीएम का समर्थन करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
व्यवधान कम करने के लिए, टीआरएआई ने आरंभिक अमल अवधि के दौरान एक नवाचारी कार्यान्वयन रणनीति प्रस्तुत की। जब चेन बाइंडिंग नियमों को तकनीकी रूप से लागू किया गया था, अघोषित पथों के जरिए भेजे गए संदेशों को अस्थायी रूप से अनुमति दी गई थी लेकिन उन्हें गलत कोड के साथ चिह्नित किया गया था। ओटीपी या अन्य समय के प्रति संवेदनशील संचार माध्यम जैसे महत्वपूर्ण संदेशों को बाधित किए बिना सुधारात्मक कार्रवाई सक्षम करने के लिए इन गलत कोड को संबंधित पीई के साथ साझा किया गया था। इस उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण ने नियामक अनुपालन को बरकरार रखते हुए निर्बाध संदेश सेवा सुनिश्चित की।
टीआरएआई के नेतृत्व में इन समन्वय प्रयासों के चलते, सभी प्रमुख पीई ने अब प्रवेश दिलाने वालों के साथ अपनी संदेश ट्रांसमिशन चेन पंजीकृत कर ली है। 11 दिसंबर 2024 से प्रभावी, अपंजीकृत पथों के जरिए भेजे गए एसएमएस ट्रैफिक को अस्वीकार कर दिया जा रहा है, जो इस व्यापक अभ्यास की पराकाष्ठा को दर्शाता है।
यह उपलब्धि स्पैम से निपटने और दूरसंचार सेवाओं में उपभोक्ता विश्वास बढ़ाने के लिए टीआरएआई की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करती है। ट्रेस करने की योग्यता की पहल टीआरएआई की ओर से शुरू किए गए अन्य एंटी-स्पैम उपायों, जैसे कि स्पैमर्स की ओर से उपयोग किए जाने वाले सभी दूरसंचार संसाधनों को अलग करना, एसएमएस में यूआरएल व्हाइटलिस्टिंग, और 140-सीरीज टेलीमार्केटर्स का डीएलटी प्लेटफार्मों पर माइग्रेशन का पूरक है।
टीआरएआई सभी के लिए एक सुरक्षित और पारदर्शी दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित करने के लिए नवाचार को प्रोत्साहन देना और कड़े उपाय लागू करना जारी रखेगा।
एमजी/केसी/एमएम/डीके
(Release ID: 2086222)
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