वस्‍त्र मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

"विरासत" - भारत की हाथ से बुनी साड़ियों का उत्सव


नेशनल सेंटर फॉर हेरिटेज टेक्सटाइल्स (हथकरघा हाट) जनपथ, नई दिल्ली में विशेष हथकरघा साड़ी प्रदर्शनी

Posted On: 15 DEC 2024 4:44PM by PIB Delhi

भारत सरकार का कपड़ा मंत्रालय 15 से 28 दिसंबर 2024 तक नई दिल्ली में जनपथ के हैंडलूम हाट में  मेगा इवेंट "विरासत साड़ी महोत्सव 2024" के तीसरे संस्करण का आयोजन कर रहा है।

वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान "विरासत साड़ी महोत्सव" मनाया गया और सभी आयु समूहों में लगभग 20,000 दर्शकों की प्रभावशाली उपस्थिति के साथ यह बड़ा हिट रहा और इस क्षेत्र पर बहुत जरूरी ध्यान आकर्षित किया।

कार्यक्रमों की श्रृंखला को जारी रखते हुए, "विरासत साड़ी महोत्सव 2024" के तीसरे संस्करण में देश के विभिन्न हिस्सों की हथकरघा साड़ियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और देश भर के हथकरघा बुनकरों, साड़ी डिजाइनरों और साड़ी प्रेमियों और खरीदारों को एक साथ लाया जाएगा। यह कार्यक्रम भारत की हथकरघा विरासत को प्रदर्शित करेगा।

यह आयोजन हथकरघा क्षेत्र की परंपरा और क्षमता दोनों का उत्सव मनाएगा। इस आयोजन से साड़ी बुनाई की सदियों पुरानी परंपरा पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित होने की संभावना है और इससे हथकरघा समुदाय की कमाई में सुधार होगा।

आयोजन की मुख्य बातें:

  • स्थानीय हथकरघा और हस्तशिल्प की सीधे खुदरा बिक्री के लिए हथकरघा बुनकरों और कारीगरों के लिए 80 स्टॉल
  • भारत की उत्कृष्ट हथकरघा साड़ियों का क्यूरेटेड थीम प्रदर्शन
  • लाइव करघा और शिल्प प्रदर्शन
  • साड़ी और स्थिरता पर कार्यशालाएँ और वार्ताएँ
  • भारत के लोक नृत्य
  • स्वादिष्ट क्षेत्रीय व्यंजन आदि

 

हथकरघा क्षेत्र हमारे देश की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक होने के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोगों, विशेषकर महिलाओं को रोजगार प्रदान करने वाले प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। भारत का हथकरघा क्षेत्र 35 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देता है। हथकरघा बुनाई की कला के साथ पारंपरिक मूल्य जुड़े हुए हैं और प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट किस्में हैं। पैठानी, कोटपाड, कोटा डोरिया, तंगेल, पोचमपल्ली, कांचीपुरम, तिरुबुवनम, जामदानी, शांतिपुरी, चंदेरी, माहेश्वरी, पटोला, मोइरंगफी, बनारसी ब्रोकेड, तनचोई, भागलपुरी सिल्क, बावन बूटी, पश्मीना साड़ी आदि जैसे हथकरघा उत्पादों की विशिष्टता विशिष्ट कला, बुनाई, डिज़ाइन और पारंपरिक रूपांकनों के साथ दुनिया भर से साड़ी प्रेमियों को आकर्षित करती है।

भारत सरकार ने उत्पादों की विशिष्टता को उजागर करने के अलावा, उत्पादों को प्रोत्साहित करने और उन्हें अलग पहचान देने के लिए शून्य दोष और पर्यावरण पर शून्य प्रभाव एवं उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की ब्रांडिंग के उद्देश्य से हथकरघा के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं।  यह खरीदार को यह गारंटी भी देता है कि खरीदा जा रहा उत्पाद वास्तव में हाथ से बुना गया है। प्रदर्शनी में सभी प्रदर्शकों को अपने उत्कृष्ट उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है और इस कार्यक्रम का उद्देश्य हथकरघा साड़ियों के बाजार और हथकरघा समुदाय की कमाई में सुधार करना है।

यह मेगा इवेंट "विरासत - माई साड़ी माई प्राइड" साड़ी महोत्सव और प्रदर्शनी 15 से 28 दिसंबर 2024 तक सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक जनता के लिए खुली रहेगी।

#MySariMyPride, #MyProductMyPride

******

 

एमजी/केसी/पीके


(Release ID: 2084629) Visitor Counter : 310


Read this release in: Punjabi , Urdu , English , Marathi