रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय
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प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्रों पर नैनो यूरिया उपलब्ध


उर्वरक विभाग द्वारा उर्वरक कंपनियों के सहयोग से देश के सभी 15 कृषि-जलवायु क्षेत्रों में नैनो डीएपी को अपनाने के महा अभियान की शुरुआत

प्रविष्टि तिथि: 06 DEC 2024 3:17PM by PIB Delhi

सरकार ने जैव प्रभावकारिता परीक्षणों और विष विज्ञान परीक्षणों के आधार पर उर्वरक नियंत्रण आदेश (एफसीओ)- 1985 के तहत नैनो डीएपी को अधिसूचित किया है। मेसर्स कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड (सीआईएल), मेसर्स जुआरी फार्म हब लिमिटेड और मेसर्स इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) को नैनो डीएपी के निर्माण की अनुमति दी गई है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने बताया है कि इफको और सीआईएल ने नैनो डीएपी विकसित किया है और चुनिंदा आईसीएआर संस्थानों/राज्य कृषि विश्वविद्यालयों में पहचान के आधार पर फसलों पर प्रारंभिक क्षेत्र परीक्षण किए हैं। रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि नैनो डीएपी के बीज उपचार और पत्तियों पर छिड़काव के रूप में उपयोग से पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दानेदार डीएपी की बचत की संभावना है।

नैनो डीएपी की वर्तमान उत्पादन क्षमता तथा वास्तविक उत्पादन एवं बिक्री इस प्रकार है:

(500 मिलीलीटर समतुल्य की लाख बोतलों में)

क्र. सं.

कंपनी का नाम

उत्पादन क्षमता

वास्तविक

उत्पादन

बिक्री

1.

इफको, कलोल प्लांट

600

177.06

111.98

2.

जुआरी फार्म हब लिमिटेड बठिंडा (पीपीएल)

24

11.72

9.02

3.

सीआईएल काकीनाडा

140

73.66

60.25

कुल

764

262.44

181.25

 

इसके अतिरिक्त, देश भर में नैनो डीएपी की राज्यवार बिक्री के आंकड़े अनुलग्नक में दिए गए हैं।

इसके अलावा, किसानों के बीच नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदम इस प्रकार हैं:

  • नैनो यूरिया के उपयोग को जागरूकता शिविर, वेबिनार, नुक्कड़ नाटक, क्षेत्र प्रदर्शन, किसान सम्मेलन और क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्मों आदि जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बढ़ावा दिया जाता है।
  • सम्बंधित कंपनियों द्वारा नैनो यूरिया, प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों (पीएमकेएसके) पर उपलब्ध कराया जाता है।
  • नैनो यूरिया को उर्वरक विभाग द्वारा नियमित रूप से जारी मासिक आपूर्ति योजना में शामिल किया गया है।
  • आईसीएआर ने भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोपाल के माध्यम से हाल ही में उर्वरकों (नैनो-उर्वरकों सहित) के कुशल और संतुलित उपयोगपर राष्ट्रीय अभियान का आयोजन किया।
  • नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा (वीबीएसवाई) का आयोजन किया गया, जिसे 15 नवंबर, 2023 को लॉन्च किया गया।
  • 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत सरकार ने 'नमो ड्रोन दीदी' योजना शुरू की है। इस योजना के तहत उर्वरक कंपनियों द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों की नमो ड्रोन दीदियों को 1094 ड्रोन उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे ड्रोन के माध्यम से नैनो उर्वरकों का अधिक उपयोग सुनिश्चित हो रहा है।
  • उर्वरक विभाग ने उर्वरक कंपनियों के साथ मिलकर देश के सभी 15 कृषि-जलवायु क्षेत्रों में परामर्श और क्षेत्र स्तरीय प्रदर्शनों के माध्यम से नैनो डीएपी को अपनाने के लिए एक महा अभियान शुरू किया है। इसके अलावा, उर्वरक विभाग ने उर्वरक कंपनियों के साथ मिलकर देश के 100 जिलों में नैनो यूरिया प्लस के क्षेत्र स्तरीय प्रदर्शनों और जागरूकता कार्यक्रमों के लिए अभियान भी शुरू किया है।

उर्वरक कंपनियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, नैनो डीएपी के विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स में कोई महत्वपूर्ण चुनौतियां नहीं हैं।

अनुलग्नक

 

 

 

(500 मिलीलीटर समतुल्य की लाख बोतलों में)

 

क्र.सं.

राज्य/संघ राज्य क्षेत्र

नैनो डीएपी की बिक्री

1

आंध्र प्रदेश

10.57

2

असम एवं पूर्वोत्तर

1.42

3

बिहार

5.31

4

छत्तीसगढ

2.46

5

गुजरात

9.13

6

हरियाणा और दिल्ली

2.35

7

हिमाचल प्रदेश

0.83

8

जम्मू-कश्मीर

0.73

9

झारखंड

0.71

10

कर्नाटक

13.17

11

केरल

0.33

12

मध्य प्रदेश

18.75

१३

महाराष्ट्र और गोवा

35.39

14

ओडिशा

3.58

15

पुडुचेरी

0.48

16

पंजाब

6.88

17

राजस्थान

12.89

18

तमिलनाडु

4.05

19

तेलंगाना

7.08

20

उत्तर प्रदेश

31.48

21

उत्तराखंड

1.20

22

पश्चिम बंगाल

12.45

कुल

181.25

 

 

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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एमजी/केसी/वीके/एचबी


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