महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने लंबित मामलों के निपटान के लिए 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2024 तक चलने वाला विशेष अभियान 4.0 को सफलतापूर्वक पूरा किया
देश भर में 33842 स्वच्छता अभियान चलाए गए, जिनके पूरे होने से कार्यालय में 4,17,645 वर्ग फुट स्थान खाली हुआ
विशेष अभियान 4.0 के तहत स्क्रैप सामग्री और ई-कचरे के निपटान से 5,86,583/- रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ
Posted On:
11 NOV 2024 3:35PM by PIB Delhi
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अपने प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत आने वाले सभी स्वायत्त निकायों सहित पिछले 3 वर्षों में आयोजित विशेष अभियानों की कड़ी को आगे बढ़ाने हुए स्वच्छता में सुधार और लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान 4.0 को पूरा करने के लिए प्रयास करने के साथ और कार्य योजनाएँ तैयार की। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने लंबित मामलों के निपटान के लिए 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2024 तक चलाए गए विशेष अभियान 4.0 को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। विशेष अभियान का उद्देश्य स्वच्छता को बढ़ावा देना, काम को सुव्यवस्थित करना, मंत्रालय और उसके स्वायत्त निकायों में लंबित शिकायतों का समाधान करना है।
स्वच्छता अभियान स्थलों की पहचान, कार्यालयों में स्थान प्रबंधन और सौंदर्यीकरण की योजना, स्क्रैप और अनावश्यक वस्तुओं की पहचान और जीएफआर के अनुसार उनके निपटान की प्रक्रिया, सांसदों, राज्य सरकारों, अंतर-मंत्रालयी संदर्भों (कैबिनेट नोट्स), पीएमओ, 3 महीने से अधिक समय से लंबित संसदीय आश्वासनों, लोक शिकायतों और अपीलों (सीपीजीआरएएमएस के साथ-साथ अन्य स्रोतों से प्राप्त शिकायतें), रिकॉर्ड प्रबंधन - फाइलों की समीक्षा/रिकॉर्डिंग और फाइलों की छंटाई/ई-फाइलों को बंद करने जैसे लक्ष्यों की पहचान जैसे कार्य अभियान के प्रारंभिक चरण के दौरान पूरे कर लिए गए हैं और सम्बंधित डेटा पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के स्वायत्त निकाय राष्ट्रीय महिला आयोग ने विशेष अभियान 4.0 के अंतर्गत “वेस्ट टू वंडर” प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें प्रतिभागियों ने कचरे से कलाकृतियां बनाईं। अभियान (2 अक्टूबर-31 अक्टूबर, 2024) के दौरान, मंत्रालय ने पहचान किए लंबित संदर्भों के निपटान के लिए ठोस प्रयास किए। इस अभियान के तहत, मंत्रालय ने देश भर में आंगनवाड़ी केंद्र, बाल देखभाल संस्थान, वन स्टॉप सेंटर, सखी निवास (कामकाजी महिला छात्रावास) और शक्ति सदन (स्वाधार गृह) सहित 33842 स्वच्छता अभियानों को पूरा करने सहित महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं और इसके परिणामस्वरूप 4,17,645 वर्ग फुट कार्यालय स्थान खाली हुआ है। इसके अतिरिक्त, स्क्रैप सामग्री और ई-कचरे के निपटान से 5,86,583/- रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
विशेष अभियान 4.0 के अंतर्गत, बेंगलुरु में शक्ति सदन ने स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए आस-पास के वातावरण में नई जान डालते हुए एक समर्पित स्वच्छता अभियान चलाया।
रिकॉर्ड प्रबंधन के संदर्भ में, मंत्रालय ने 3464 फाइलों की समीक्षा की, रिकॉर्ड प्रबंधन के प्रावधान के अनुसार 3418 फाइलों को हटाया, तथा 3709 ई-फाइलों (100 प्रतिशत) की समीक्षा की, जिनमें से 995 को बंद कर दिया गया।
विशेष अभियान 4.0 के तहत छत्तीसगढ़ के बाल गृह में व्यक्तिगत स्वच्छता और मच्छरों के नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूर्ण रूप से सफाई की मुहिम पूरी की गई।
मंत्रालय ने लक्ष्य को पूरा करने के लिए भी सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए, 46 सांसदों के संदर्भों में से 24, सात संसदीय आश्वासनों में से एक और 13 राज्य सरकार के संदर्भों में से सात को पूरा किया। इसके अलावा, मंत्रालय ने अभियान के दौरान 1459 सार्वजनिक शिकायतों (97प्रतिशत) और 121 शिकायत अपीलों (81प्रतिशत) का प्रभावी ढंग से समाधान किया।
विशेष अभियान 4.0 के तहत निम्नलिखित सर्वोत्तम कार्य किए गए:
- इंदौर में वन स्टॉप सेंटर के पदाधिकारियों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए छात्रों के साथ मिलकर काम किया।
- दिल्ली में वन स्टॉप के पदाधिकारियों ने डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वच्छता बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित करते हुए अस्पतालों में स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया।
- मेघालय में वन स्टॉप सेंटर और महिला हेल्पलाइन के कार्यकर्ताओं ने टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल व्यवहार को अपनाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है, जैसे कि ऊर्जा दक्षता वाले बल्बों का उपयोग, रद्दी कागजों का पुनः उपयोग आदि।
- वन स्टॉप सेंटर और महिला हेल्पलाइन के पदाधिकारियों ने न केवल कचरा मुक्त परिवेश बनाने, बल्कि महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने वाला वातावरण बनाने का भी संकल्प लिया है।
- वन स्टॉप सेंटर, साउथ गारो हिल्स, मेघालय ने ओएससी कार्यालय के निर्माण स्थल पर पौधारोपण अभियान का आयोजन किया।
- स्वच्छता, मासिक धर्म स्वच्छता और व्यक्तिगत सशक्तिकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, बिहार के बक्सर प्रशिक्षण केंद्र में वन स्टॉप सेंटर द्वारा स्वच्छता और मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया।
- स्वच्छता, मासिक धर्म स्वच्छता और व्यक्तिगत सशक्तिकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, वन स्टॉप सेंटर द्वारा उत्तर प्रदेश के पीलीभीत स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- स्वच्छता और सौंदर्यीकरण में योगदान देते हुए अनंतनाग के पलाश स्थित चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में बच्चों को " अपशिष्ट से सर्वोत्तम बनाना" सिखाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई, जिससे बच्चों में पुनर्चक्रित सामग्रियों से उपयोगी वस्तुएं बनाने की रचनात्मकता को बढ़ावा मिला। इस गतिविधि के माध्यम से, उन्होंने न केवल अपशिष्ट पदार्थों के पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग के बारे में सबक सीखे, बल्कि उनमें कलात्मक कौशल बढ़ा और कल्पना शक्ति भी विकसित हुई ।
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