रक्षा मंत्रालय
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भारतीय तटरक्षक बल का पहला स्वदेशी रूप से विकसित प्रदूषण नियंत्रक पोत ‘समुद्र प्रताप’ का गोवा में रक्षा राज्य मंत्री की उपस्थिति में जलावतरण किया गया


देश को रक्षा उत्पादन क्षेत्र में पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनना होगा: रक्षा राज्य मंत्री

Posted On: 29 AUG 2024 6:21PM by PIB Delhi

रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने रक्षा उद्योग जगत के भागीदारों से देश को रक्षा उत्पादन क्षेत्र में केवल पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ कार्य करने का आग्रह किया, बल्कि इसे एक प्रमुख निर्यातक राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का भी आह्वान किया। श्री संजय सेठ 29 अगस्त, 2024 को गोवा में पहले स्वदेश में निर्मित प्रदूषण नियंत्रण पोत (समुद्र प्रताप) के जलावतरण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस जहाज का निर्माण गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) ने भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के लिए किया है। यह पोत देश के समुद्री तटों पर तेल रिसाव की घटनाओं का पता लगाने और उन्हें रोकने में सहायता करेगा। रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ की उपस्थिति में श्रीमती नीता सेठ ने इस पोत का जलावतरण किया और इसका नाम 'समुद्र प्रताप' रखा गया।

इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। श्री संजय सेठ ने कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई है कि देश अपनी रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से पोत निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन चुका है और उसने दूसरे देशों के लिए भी जहाज बनाने प्रारंभ कर दिये हैं।

गोवा शिपयार्ड लिमिटेड भारत का एक प्रमुख शिपयार्ड है और उसने भारतीय तटरक्षक बल के उपयोग हेतु 583 करोड़ रुपये की लागत से दो प्रदूषण नियंत्रक जहाजों के निर्माण के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि इन जहाजों को स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित किया जा रहा है। समुद्र प्रताप पोत को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा भारतीय तटरक्षक की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इन-हाउस तैयार किया तथा बनाया गया है। इस जहाज की कुल लंबाई 114.5 मीटर, चौड़ाई 16.5 मीटर है और इसका विस्थापन भार 4170 टन है। जहाज समुद्र प्रताप के निर्माण कार्य की शुरुआत का समारोह 21 नवंबर, 2022 को आयोजित किया गया।

जलावतरण समारोह के दौरान गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री ब्रजेश कुमार उपाध्याय के साथ रक्षा मंत्रालय, भारतीय तटरक्षक बल, भारतीय नौसेना और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

'समुद्र प्रताप' राष्ट्र की पोत निर्माण क्षमताओं का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और यह इसका निर्माण कार्य गोवा शिपयार्ड लिमिटेड को अत्याधुनिक प्रदूषण नियंत्रक जहाजों का उत्पादन करने में सक्षम भारतीय शिपयार्डों की श्रेणी में शामिल करता है।

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