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भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की 44वीं सीएसी बैठक में खाद्य सुरक्षा अवसंरचना को सुदृढ़ करने और कीटनाशकों के उपयोग पर अंकुश लगाने के महत्व पर बल दिया गया


प्राधिकरण के सीईओ ने खाद्य सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया, जिसमें खाली पड़े एफएसओ पदों को भरना और परीक्षण प्रयोगशालाओं को उन्नत करना शामिल है

Posted On: 23 AUG 2024 7:10PM by PIB Delhi

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने 22 अगस्त, 2024 (गुरुवार) और 23 अगस्त, 2024 (शुक्रवार) को सीईओ श्री जी. कमला वर्धन राव की अध्यक्षता में केंद्रीय सलाहकार समिति (सीएसी) की अपनी 44वीं बैठक आयोजित की। इसमें कीटनाशकों के उपयोग से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति के गठन पर सक्रिय रूप से चर्चा की गई।

एफएसएसएआई के सीईओ को प्रस्ताव दिया गया कि प्रत्येक राज्य इस अंतर-मंत्रालयी समिति की स्थापना करेगा। ये समिति कीटनाशकों के उपयोग को कम करने, नियंत्रण उपायों को लागू करने और किसानों के स्तर पर कीटनाशकों के उपयोग की निगरानी और विनियमन हेतु रणनीति विकसित करने पर ध्यान देगी। इस पहल का उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि कृषि पद्धतियां सुरक्षित और टिकाऊ रहें, जिससे उपभोक्ताओं को खाद्य पदार्थों में कीटनाशक अवशेषों से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों से बचाया जा सके।

श्री राव ने जारी अंतरराज्यीय क्षेत्रीय परिषद बैठकों पर बल दिया और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों (एफएसओ) और नामित अधिकारियों (डीओ) के रिक्त पदों को भरने और खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं को उन्नत करने की तुरंत आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने राज्यों को परीक्षण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए नई माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए प्रस्ताव देने को प्रोत्साहित किया।

उन्होंने राज्यों के भीतर ऐसे प्रमुख स्थलों को चिह्नित करने की आवश्यकता बताई जहां मोबाइल लैब - फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स (एफएसडब्ल्यू) तैनात किए जा सकते हैं। ये मोबाइल लैब उपभोक्ता जागरूकता बढ़ाने और खाद्य सुरक्षा पद्धतियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रसारित करने में सहायक होंगी। परीक्षण उपकरणों और रैपिड किट से युक्त ये एफएसडब्ल्यू वैन खाद्य सुरक्षा और मानक विनियमों के अनुरूप खाद्य गुणवत्ता और सुरक्षा मापदंडों का त्वरित मूल्यांकन करती हैं। इसके परिणाम कुछ ही घंटों में उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे सार्वजनिक उपभोग के लिए खाद्य उत्पादों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई संभव हो जाती है।

एफएसएसएआई के सीईओ ने इस नई प्रतिबद्धता के साथ बैठक का समापन किया कि सभी हितधारक साथ मिलकर काम करेंगे ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि खाद्य सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहे। ये पूरे देश में उपभोक्ताओं को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने को लेकर सामूहिक प्रयास दर्शाता है।

इस बैठक में खाद्य सुरक्षा आयुक्त (सीएफएस), राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के प्रतिनिधियों, एफएसएसएआई के वरिष्ठ अधिकारियों और खाद्य उद्योग और कृषि क्षेत्र के सदस्यों सहित 50 से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया।

एफएसएसएआई पूरे देश में खाद्य सुरक्षा क्षेत्र को बेहतर करने के उपायों की खोज और कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है।

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जीबी


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