नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय
जल विद्युत परियोजनाएं
Posted On:
07 AUG 2024 3:43PM by PIB Delhi
लघु पनबिजली परियोजनाओं (25 मेगावाट तक) की समुचित रूप से स्थापना करने के लिए इस मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदम निम्नलिखित हैं
- लघु पनबिजली क्षमता का आकलन 2016 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की द्वारा किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार लघु पनबिजली की अनुमानित संभाव्यता 7133 संभावित स्थलों से 21133 मेगावाट है। रन-ऑफ-रिवर, नहर आधारित और बांध-टो परियोजनाओं के लिए इस संभाव्यता का आकलन किया गया है।
- लघु पनबिजली परियोजनाओं की स्थापना जल निस्सारण और स्थान विशेष पर उपलब्ध स्रोत पर निर्भर करती है और स्थल विशिष्ट होती है। इसलिए नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने लघु पनबिजली परियोजनाओं के समुचित विकास के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की को नियुक्त करके वर्ष 2013-14 के दौरान कुल 27 मानकों/दिशानिर्देशों/मैनुअलों को विकसित किया है।
25 मेगावाट से अधिक जल विद्युत परियोजनाओं के लिए निम्नलिखित कारकों पर विचार करते हुए 2017-23 के दौरान केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा पुनर्मूल्यांकन अध्ययन किए गए हैं: -
- नदी बेसिन का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना
- पर्याप्त स्रोत की उपलब्धता
- पर्याप्त हाइड्रोलॉजी की उपलब्धता
इस आकलन के अनुसार देश की पनबिजली क्षमता (25 मेगावाट से अधिक) लगभग 133 गीगावाट है।
कालाहांडी की परियोजनाओं सहित ओडिशा में आगामी परियोजनाओं की सूची अनुलग्नक-1 में दी गई है। नुआपाड़ा, ओडिशा में कोई आगामी परियोजनाएं नहीं हैं।
वर्तमान में उन लोगों को सब्सिडी प्रदान करने के लिए कोई लघु जल विद्युत योजना नहीं है जो मिनी जल विद्युत परियोजनाएं स्थापित करना चाहते हैं। यद्धपि, विभिन्न स्कीमों के अंतर्गत सौर विद्युत परियोजनाओं के कार्यान्वयन हेतु उपलब्ध कराई जा रही केन्द्रीय वित्तीय सहायता (सीएफए) अनुलग्नक-II में दी गई है।
05.08.2024 तक पीएम सूर्य घर: ओडिशा राज्य के लिए मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत रूफटॉप सोलर लगाने के लिए कुल 102 वेंडर पंजीकृत किए गए हैं।
योजना के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए ओडिशा में कई आउटरीच अभियान चलाए गए हैं, जिनमें अन्य बातों के साथ-साथ शामिल हैं:
- प्राइम टाइम के दौरान प्रमुख समाचार और सामान्य मनोरंजन चैनलों जैसे कनक टीवी, कलर्स उड़िया, न्यूज 18 उड़िया, कलिंग टीवी और ओटीवी पर टीवी विज्ञापन प्रसारिक किए गए;
- रेडियो चोकलेट एफएम, रेड एफएम, बिग एफएम राउरकेला और रेडियो चोकलेट एफएम राउरकेला जैसे एफएम चैनलों पर रेडियो जिंगल्स प्रसारित किए गए;
- समाचार पत्रों के विज्ञापन राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों समाचार पत्रों में दिए गए;
- अखिल भारत स्तर पर गूगल विज्ञापनों, सोशल मीडिया अभियानों और डिजिटल वेबसाइट का प्रचार किया गया; आदि।
यह जानकारी आज लोकसभा में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री श्रीपद येस्सो नाइक ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
अनुलग्नक 1,2
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