रेल मंत्रालय

भारतीय रेलवे द्वारा मानसून के दौरान सिग्नल प्रणाली के समुचित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए गए


भारी बारिश की स्थिति में ट्रैक की विशेष पेट्रोलिंग की गई; क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्रों और जिला अधिकारियों के साथ समन्वय भी सुनिश्चित किया गया

Posted On: 25 JUL 2024 4:07PM by PIB Delhi

भारतीय रेलवे के पास रेलवे पुलों और पटरियों के निरीक्षण की एक स्थापित प्रणाली है। रेलवे ट्रैक का निरीक्षण नामित अधिकारियों द्वारा विनिर्दिष्ट अंतराल पर किया जाता है। नियमित रखरखाव के लिए निर्धारित कार्यक्रम के अलावा मानसून के दौरान सिग्नल प्रणाली के समुचित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जाते हैं:-

  1. यार्ड की नालियों की सफाई करके यार्ड में जल निकासी प्रणाली में सुधार किया जाता है
  2. ट्रैक सर्किट की विफलता के लिए पहचाने गए संवेदनशील स्थानों पर पहले से ही ध्यान दिया जाता है।

(iii) रेलपथ (ट्रैक) एवं सिग्नलिंग अधिकारियों द्वारा प्वाइंटों एवं ट्रैक सर्किटों का संयुक्त निरीक्षण किया जाता है तथा सुधारात्मक उपाय किए जाते हैं।

  1. जलभराव के लिए संवेदनशील चिन्हित किए गए क्षेत्रों में एक्सल काउंटर की व्यवस्था की गई है।

मानसून के दौरान चिन्हित खंडों पर मानसून पेट्रोलिंग की शुरुआत, संवेदनशील स्थानों पर चौकीदारों की तैनाती, भारी बारिश की स्थिति में ट्रैक पर विशेष पेट्रोलिंग जैसी विशेष सावधानियां बरती जाती हैं। मौसम की अद्यतन जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्रों और जलाशयों/बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु जिला प्राधिकारियों के साथ समन्वय किया जाता है।

यह जानकारी रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने 24 जुलाई 2024 को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

*****

एमजी/एआर/एसके



(Release ID: 2039741) Visitor Counter : 31


Read this release in: English , Urdu , Tamil , Kannada