श्रम और रोजगार मंत्रालय
श्रमिकों के कल्याण के लिये योजनायें
Posted On:
22 JUL 2024 6:49PM by PIB Delhi
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही केंद्रीय क्षेत्र की योजनायें नीचे सूचीबद्ध हैं:
- बीड़ी/ सिने/ गैर-कोयला खदान श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों के कल्याण के लिये श्रम कल्याण योजना (एलडब्ल्यूएस) जिसमें तीन घटक शामिल हैं, जैसे स्वास्थ्य, छात्रवृत्ति और आवास,
- नये रोजगार के सृजन और कोविड-19 महामारी के दौरान रोजगार के नुकसान की बहाली के लिये नियोक्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिये आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (एबीआरवाई)
- मॉडल कैरियर सेंटर (एमसीसी) की स्थापना के लिए राष्ट्रीय कैरियर सेवा (एनसीएस)
- ईपीएफओ के माध्यम से कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस), 1995 लागू की गयी
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन (पीएमएसवाईएम), वृद्धावस्था पेंशन के लिये भारत सरकार द्वारा मिलान योगदान के साथ एक स्वैच्छिक अंशदायी योजना
- बंधुआ मजदूरों की पहचान और पुनर्वास के लिये बंधुआ मजदूरों का पुनर्वास
- कर्मचारी राज्य बीमा निगम के माध्यम से स्वास्थ्य सेवायें।
प्रमुख योजनाओं के अंतर्गत व्यय का विवरण तथा लाभार्थियों की संख्या नीचे दी गयी है:
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन (पीएम-एसवाईएम) पेंशन योजना:
वर्ष
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व्यय (करोड़ रुपये में)
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2021-22
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324.23
|
2022-23
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269.91
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2023-24
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162.51
|
नांक 16.07.2024 तक,पीएमएसवाईएम योजना के तहत 50 लाख से अधिक लाभार्थियों को मानधन पोर्टल पर नामांकित किया गया है।
श्रम कल्याण योजना (एलडब्ल्यूएस):
वर्ष
|
व्यय (करोड़ रुपये में)
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2021-22
|
64.21
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2022-23
|
80.79
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2023-24
|
81.31
|
2021-22, 2022-23 और 2023-24 के दौरान कुल लाभार्थी 62,47,409 हैं।
राष्ट्रीय कैरियर सेवा (एनसीएस):
वर्ष
|
व्यय (करोड़ रुपये में)
|
2021-22
|
24.31
|
2022-23
|
43.99
|
2023-24
|
46.90
|
उपरोक्त तीन वित्तीय वर्षों के दौरान एनसीएस के तहत नौकरी चाहने वालों/लाभार्थियों की संख्या 2,16,44,766 है।
आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (एबीआरवाई):
वर्ष
|
व्यय (करोड़ रुपये में)
|
2021-22
|
625.68
|
2022-23
|
669.53
|
2023-24
|
162.70
|
31.03.2024 तक लाभार्थियों की संख्या 60.49 लाख है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्रीमती शोभा करंदलाजे ने यह जानकारी आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी ।
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एमजी/एआर/एसवी
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