युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय

सफलता का मार्ग प्रशस्त करना


2024 ओलंपिक के लिए भारत की राह

Posted On: 22 JUL 2024 5:45PM by PIB Delhi

ऐसे में जब दुनिया की निगाहें 2024 ओलंपिक के लिए पेरिस पर टिकी हैं, भारत ने गर्व के साथ इन खेलों के लिए अपने अब तक के सबसे बड़े दल की घोषणा की है, जिसमें 16 खेल विधाओं के 117 खिलाड़ी शामिल हैं। 70 पुरुषों और 47 महिलाओं वाला यह विविधतापूर्ण दल 69 स्पर्धाओं में भाग लेगा, जिनमें कुल 95 पदक दांव पर होंगे। 470 करोड़ रुपये से अधिक के प्रभावशाली वित्तीय आवंटन द्वारा समर्थित, भारतीय खिलाड़ी वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ने को तैयार हैं।

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भारत में खेलों का परिदृश्य

भारत में खेलों का इकोसिस्‍टम खिलाड़ी-केंद्रित मॉडल के रूप में विकसित हुआ है, जिसका आदर्श वाक्य "खिलाड़ी-पहले" है। इस एकीकृत इकोसिस्‍टम में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस), भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई), भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) शामिल हैं। ये सभी निकाय एक साथ मिलकर यह सुनिश्चित करते हैं कि खिलाड़ी केवल अपने प्रशिक्षण और प्रतियोगिता पर ध्यान केंद्रित कर सकें, जबकि साजो-सामान और अन्य सहायता का ध्यान व्‍यवस्‍था द्वारा रखा जाता है। कॉरपोरेट प्रायोजकों, सीएसआर भागीदारों, खिलाडि़यों के परिवारों, प्रशंसकों, प्रसारकों और मीडिया सभी ने भारत में ओलंपिक खेलों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

दक्षता और प्रगति के लिए सरकार के प्रयास

भारत सरकार ने खिलाडि़यों की सहायता करने और ओलंपिक में देश के प्रदर्शन को प्रोत्‍साहन देने के लिए अपने प्रयास काफी हद तक बढ़ा दिए हैं। इन प्रयासों में वैश्विक मंच पर भारतीय खिलाडि़यों के प्रशिक्षण, तैयारी और समग्र प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई विभिन्न पहल और कार्यक्रम शामिल हैं।

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लक्ष्‍य ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस)

लक्ष्‍य ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस )एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य संभावित ओलंपिक पदक विजेताओं को लक्षित सहायता प्रदान करना है। टीओपीएस कई प्रमुख क्षेत्रों में सहायता प्रदान करती है:

· प्रशिक्षण और शिविर: राष्ट्रीय कोचिंग शिविर और अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण सत्र।

· विदेशों में अनुभव: खिलाडि़यों के लिए विदेशों में प्रतिस्पर्धा करने और प्रशिक्षण लेने के अवसर।

· विशेष सहायता: विदेशी विशेषज्ञों, कोचों और सहायक कर्मचारियों की भर्ती।

· उपकरण और सुविधाएं: आवश्यक खेल उपकरण और प्रशिक्षण सुविधाओं का प्रावधान।

· वित्तीय सहायता: खिलाडि़यों की तैयारी के विभिन्न पहलुओं को कवर करने के लिए प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता।

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टीओपीएस योजना में 2024 ओलंपिक की तैयारी कर रहे 170 से अधिक खिलाडि़यों का एक कोर समूह तथा 2028 और 2032 ओलंपिक के लिए लक्षित 130 से अधिक खिलाडि़यों का एक विकास समूह शामिल है।

राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ)

एनएसडीएफ शीर्ष खिलाड़ियों की विशेष प्रशिक्षण और प्रतियोगिता संबंधी आवश्यकताओं के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान करके टीओपीएस को और व्‍यापक बनाता है। यह खिलाड़ियों को उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप व्यापक सहायता प्राप्‍त होना सुनिश्चित करता है।

कॉरपोरेट सहायता और सीएसआर पहल

कॉरपोरेट प्रायोजक और सीएसआर साझेदार भारत में ओलंपिक खेलों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके योगदान में प्रशिक्षण कार्यक्रमों, उपकरणों और खिलाड़ियों के विकास के लिए आवश्यक अन्य संसाधनों के लिए वित्‍तीय सहायता देना शामिल है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं और अनुभव

सरकार ने विभिन्न खेलों में खिलाडि़यों के लिए व्यापक अंतर्राष्ट्रीय अनुभव को सुगम बनाया है। इसमें अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं और विदेशों में प्रशिक्षण शिविरों में भागीदारी शामिल है, जो प्रतिस्पर्धी अनुभव प्राप्त करने और प्रदर्शन में सुधार करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।

उच्च प्राथमिकता वाले खेलों पर ध्यान केंद्रित करना

सरकार की रणनीति में पदक जीतने की प्रबल संभावनाओं से युक्‍त उच्च प्राथमिकता वाले खेलों पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है। इन खेलों में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, हॉकी, निशानेबाजी और कुश्ती शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक खेल के लिए विस्तृत वित्त पोषण और सहायता योजनाएं लागू की गई हैं, ताकि खिलाडि़यों की सर्वोत्तम तैयारी संभव बनाई जा सके।

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मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी)

मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) एक समर्पित निकाय है, जो टीओपीएस के कार्यान्वयन की देखरेख करता है। इसमें पूर्व शीर्ष खिलाडि़यों, आईओए,एनएसएफ और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधि शामिल हैं। एमओसी खिलाडि़यों के लिए अनुकूलित कार्यक्रमों को मंजूरी देने, वित्तीय संवितरण की सिफारिश करने, प्रदर्शन की निगरानी करने और खिलाडि़यों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्‍तरदायी है।

उपलब्धियां और प्रभाव

इन प्रयासों का प्रभाव हाल की प्रतियोगिताओं में जीते गए पदकों में हुई उल्लेखनीय वृद्धि से स्पष्ट है। रियो 2016 में 2 पदक जीतने से लेकर टोक्यो 2020 में 7 पदक और पैरालिंपिक में 4 से 19 पदक जीतने तक, भारत का प्रदर्शन लक्ष्‍य ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस), राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ) और व्यापक कॉरपोरेट सहायता सहित बेहतर सहयोग की व्‍यवस्‍था को दर्शाता है। एशियाई खेलों और एशियाई पैरा खेलों में देश के पदकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, जो खिलाड़ी-केंद्रित खेल इकोसिस्‍टम और व्यापक सरकारी पहलों की सफलता को दर्शाता है। यह ऊपर की ओर बढ़ती यह यात्रा वैश्विक खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

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अपने खिलाडि़यों की सहायता करने के लिए भारत सरकार का व्यापक और लक्षित दृष्टिकोण खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए उसकी प्रतिबद्धता दर्शाता है। एक मजबूत समर्थन प्रणाली के साथ, भारत का लक्ष्य वैश्विक खेल मंच पर देश की क्षमता प्रदर्शित करते हुए पेरिस ओलंपिक 2024 और उसके बाद अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार लाना है।

संदर्भ

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2034434

https://x.com/pibyas/status/1814278906356334618

https://olympic.ind.in/paris-2024

https://pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=2034434#:~:text=Union%20Minister%20highlighted%20that%20India,in%20these%20disciplines%2C%20he%20added.

https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2029762

https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2029657

https://sportsauthorityofindia.nic.in/sai/documents

Pathway to Paris pdf:

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/specificdocs/documents/2024/jun/doc2024629346101.pdf

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