इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय
देश में सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करने के लिए सेमीकॉनइंडिया डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव (डीएलआई) योजना के तहत भविष्य की दो और डिजाइन स्टार्ट-अप कंपनियां
Posted On:
05 FEB 2024 6:55PM by PIB Delhi
आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता और जल शक्ति राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने आईआईआईटी दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक्स और "डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स" की शुरूआत के दौरान सेमीकॉन इंडिया डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव (डीएलआई) योजना के तहत दो फ्यूचरडिजाइन सेमीकंडक्टर फैबलेस कंपनियों की घोषणा की थी। डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स समिट 2024 में 6 वर्टिकल - ऑटोमोटिव, कंप्यूट, कम्युनिकेशन, स्ट्रैटेजिक इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स/आईओटी और डिजाइन एंड इनोवेशन में फ्यूचरलैब्स के कार्यान्वयन के लिए उद्योग के साथ 20 एमओयू की घोषणा भी की गई।
डीएलआई योजना के तहत वित्तीय सहायता के लिए घोषित कर्नाटक स्थित ये दो फ्यूचरडिजाइन सेमीकंडक्टर फैबलेस कंपनियां संचार और मेड-टेक क्षेत्रों के लिए चिपसेट और समाधान की श्रृंखला प्रदान कर रही हैं।
सांख्य लैब्स के संस्थापक पराग नाइक ने उल्लेख किया कि - “सांख्य लैब्स एक वायरलेस संचार और सेमीकंडक्टर समाधान कंपनी है, जो वर्तमान और भविष्य के लिए अगली पीढ़ी के संचार समाधानों का एक पूरा स्पेक्ट्रम डिजाइन कर रही है। इसमें 5जी एनआर, डायरेक्ट टू मोबाइल (डी2एम) ब्रॉडकास्ट, ग्रामीण ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी, आईओटी एप्लीकेशन्स के लिए सैटेलाइट संचार मोडेम और बहु-मानक डीटीवी मॉड्यूलेटर और डेमोडुलेटर सहित ब्रॉडबैंड, उपग्रह और प्रसारण एप्लीकेशन्स के लिए उत्पाद और समाधान शामिल हैं।
सेंसेसेमी टेक्नोलॉजीज के संस्थापक, विजय मुक्तामथ ने उल्लेख किया है कि - “डीएलआई योजना के हिस्से के रूप में, सेंसेसेमी आईओएमटी और आईओटी उपकरणों के लिए एसओसी विकसित करेगा, जिसमें एआई इंफ़रेंसिंग आईपी के साथ अल्ट्रा-लो पावर एनालॉग फ्रंट एंड के साथ एमसीयू और वायरलेस आईपी जुड़ा होगा। सेंससेमी का लक्ष्य स्मार्ट वियरेबल्स, मेड-टेक सेक्टर और अन्य कनेक्टेड डिवाइसों से जुड़ी हर चीज के लिए कनेक्टेड एसओसी प्रदान करके भारत की सेमीकंडक्टर क्षमताओं को आगे बढ़ाना है।”
इससे पहले सेमीकॉनइंडिया डीएलआई योजना के तहत सी-डैक में स्थापित चिपइन सेंटर ने वैश्विक कंपनियों से अत्याधुनिक चिप डिजाइन टूल के लिए निम्नलिखित सहयोग की घोषणा की थी-
- शैक्षणिक संस्थानों को सहायता:
- सिनोप्सिस से लेकर 'अखिल भारतीय शैक्षणिक संस्थानों' तक शिक्षा जगत के लिए कैडेंस डिजाइन सिस्टम से लेकर '150 संस्थान' और सीमेंस-ईडीए और एंसिस से लेकर '120 संस्थान' तक ईडीए उपकरण। वर्तमान में, देश भर में 100 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों के हजारों शोधकर्ता और संकाय सदस्य अपने सेमीकंडक्टर चिप्स को डिजाइन करने के लिए चिपआईएन सेंटर के इन उपकरणों का उपयोग कर रहे
- झीलिंक्स से लेकर 100 शैक्षणिक संस्थानों के लिए तक एफपीजीए हार्डवेयर बोर्ड।
- एससीएल फाउंड्री और विदेशी फाउंड्री में अपने डिजाइन तैयार करने के लिए शिक्षाविदों और स्टार्ट-अप को टेपआउट समर्थन।
- स्टार्ट-अप को समर्थन: अपने सेमीकंडक्टर चिप्स को डिजाइन करने के लिए सिनोप्सिस, कैडेंस डिज़ाइन सिस्टम और सीमेंस-ईडीए से अखिल भारतीय स्टार्टअप के लिए ईडीए उपकरण।
इन वैश्विक कंपनियों के अलावा, चिपआईएन अन्य अग्रणी डिजाइन और समाधान कंपनियों जैसे- सीएडी/ईडीए समाधानों के लिए कीसाइट टेक्नोलॉजीज और सिल्वाको और स्टार्टअप मेंटरशिप और समर्थन के लिए क्वालकॉम और एनएक्सपी सेमीकंडक्यूटर्स के साथ जुड़ने और स्टार्ट-अप के लिए एक वैश्विक मंच को सक्षम करने की संभावना तलाश रहा है। वर्तमान में 125 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों और 15 स्टार्ट-अप के साथ जुड़ा हुआ चिपआईएन देश भर में चिप डिजाइनरों के लिए वन-स्टॉप सेंटर बनने का इरादा रखता है।
सी-डैक द्वारा समन्वित डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स का लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम) क्षेत्र द्वारा प्रस्तुत ट्रिलियन-डॉलर के अवसर का लाभ उठाना है। इस पहल का उद्देश्य मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाना, घरेलू अनुसंधान एवं विकास को मजबूत करना और देश में आईपी, मानकों और अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन के विकास के लिए एक सहयोगी इकोसिस्टम बनाना है।
मंत्री श्री राजीव चन्द्रशेखर द्वारा घोषित डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स पहल, सेमीकॉनइंडिया फ्यूचरडिजाइन और फ्यूचरस्किल्स के साथ मिलकर #इंडियाटेकऐड को परिभाषित करेगी और भारत को #इलैक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्टनेशन और सेमीकंडक्ट प्रोडक्टनेशन बनाएगी।''
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एमजी/एआरएम/केपी
(Release ID: 2003307)
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