विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
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वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद–राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला (सीएसआईआर-एनपीएल) ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023 का आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया

Posted On: 14 DEC 2023 6:29PM by PIB Delhi

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद –राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला (काउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च सीएसआईआर-  नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी- एनपीएल)  ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023 के लिए आज  14 दिसंबर 2023 को आधे दिन का पहुंच (आउटरीच) कार्यक्रम आयोजित किया, जिसे  17 से 20 जनवरी, 2024 के दौरान क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र- ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (रीजनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी-आरसीबी- ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट - टीएचएसटीआई) परिसर, फरीदाबाद, हरियाणा में आयोजित किया जाना है। सीएसआईआर-एनपीएल सभागार में उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। सीएसआईआर-एनपीएल के निदेशक प्रोफेसर वेणुगोपाल अचंता ने मेहमानों का स्वागत किया और जनता को जागरूक करने और वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) और आउटरीच कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान - नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी - एनआईईएलआईटी) के महानिदेशक (डीजी)  प्रो. एम. एम. त्रिपाठी ने आगंतुकों  को संबोधित किया और आईआईएसएफ 2016 के साथ अपनी यादें साझा कीं, जो पहले सीएसआईआर-एनपीएल परिसर में आयोजित किया गया था। उन्होंने इस बात पर बल  दिया कि युवाओं को ऐसे कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए क्योंकि वे भविष्य के  अगुआ  हैं और देश के आर्थिक विकास में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। डॉ. त्रिपाठी ने समाज और संबंधित चुनौतियों के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, साइबर सुरक्षा, क्वांटम कंप्यूटिंग, आणविक संचार आदि में नैतिकता के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

 

कार्यक्रम के बाद भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023  2023 में निर्धारित कार्यक्रमों के विस्तार (स्पेक्ट्रम) पर इंद्रप्रस्थ विज्ञान भारती के अध्यक्ष प्रो. पुनीत मिश्रा द्वारा विस्तृत प्रस्तुति दी गई। डॉ. मिश्रा ने लगभग ऐसे 16 कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला, जिन्हें छात्र विज्ञान ग्राम, युवा वैज्ञानिक सम्मेलन, महिला वैज्ञानिक और उद्यमी सम्मेलन इत्यादि  जैसे इस चार दिवसीय कार्यक्रम का हिस्सा बनाने की योजना है। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को आईआईएसएफ की भूमिका और उद्देश्य के बारे में बताया जिसमें परंपरा, संस्कृति और त्योहार के रूप में विज्ञान का उपयोग शामिल है ताकि इसे विशेष रूप से अधिकतम लोगों तक प्रसारित किया जा सके। हमारे देश के युवाओं को भावी पीढ़ी में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने की आवश्यकता है। एक अन्य वक्ता, सीएसआईआर-एनपीएल में मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सुशील कुमार ने सीएसआईआर-एनपीएल का सिंहावलोकन प्रस्तुत किया और इसके अधिदेश (मैंडेट), मापन विज्ञान (मेट्रोलॉजी), अनुसंधान एवं  कौशल विकास के क्षेत्र में सीएसआईआर-एनपीएल में की जा रही अतीत की  और वर्तमान गतिविधियों तथा आगे विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों की सहायता के बारे में जानकारी दी। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद –राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला (सीएसआईआर -एनपीएल) में आईआईएसएफ आउटरीच कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. सुमित के. मिश्रा के धन्यवाद प्रस्ताव और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ।

 

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