इस्‍पात मंत्रालय
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एमएसटीसी को अचल संपत्ति क्षेत्र में सभी भागीदारों का संग्रहकर्ता बनने की संभावना का पता लगाना चाहिए और देश में प्रत्येक रियल-एस्टेट संपत्ति को एक पहचान देनी चाहिए: श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा


एमएसटीसी के संचालन को मूल्यवान बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और ब्लॉकचेन को एकीकृत करने का समय आ गया है: सचिव, इस्पात मंत्रालय

एमएसटीसी द्वारा ग्राहक केंद्रित सेवाओं के रुप में संपत्ति की ई-नीलामी और एमएसटीसी वेबपेज के रूप में टिकट जुटाने की प्रणाली का शुभारंभ

Posted On: 30 NOV 2023 7:33PM by PIB Delhi

इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा ने आज नई दिल्ली में रियल एस्टेट सिनर्जी: ई-कॉमर्स के माध्यम से अवसरों का अनावरण पर सीआईआई-एमएसटीसी सम्मेलन में भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा, “एमएसटीसी को अपनी स्थापना के बाद से तीन बार खुद को नया रूप देने के बाद, अब रियल-एस्टेट क्षेत्र में सभी भागीदारों का संग्रहकर्ता बनने और देश में हर रियल-एस्टेट संपत्ति को एक पहचान देने की संभावना का पता लगाना चाहिए। ”

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एमएसटीसी को यह भी देखना चाहिए कि क्या वह रियल-एस्टेट में भूमि-सर्वेक्षकों से लेकर स्थानीय खुफिया जानकारी रखने वाले दलालों, भूमि को महत्व देने वाले और अन्य खिलाड़ियों तक सभी हितधारकों का पूर्ण एकीकरण कर सकता है। पीएसयू, जिसने खुद को कई बार नए रूप में ढाला है, को यह भी देखना चाहिए कि क्या यह देश में हर रियल-एस्टेट संपत्ति को भू-स्थान पर रखकर उन्हें एक पहचान देने का मंच बन सकता है” श्री सिन्हा ने कहा और आगे जोड़ा कि एमएसटीसी के संचालन में गुणवत्ता लाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और ब्लॉक-चेन को एकीकृत करने का समय आ गया है।

संपत्ति की ई-नीलामी और टिकट जुटाने की प्रणाली

 

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान, सचिव, इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार ने एमएसटीसी की दो अनूठी सेवाएं - संपत्ति ई-नीलामी का एमएसटीसी वेबपेज और टिकट जुटाने की प्रणाली भी लॉन्च की।

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संपत्ति ई-नीलामी के एमएसटीसी वेबपेज से, खरीदार और विक्रेता एमएसटीसी द्वारा आयोजित सभी निर्धारित और आगामी नीलामियों की सूचना प्राप्त कर सकते हैं, जिससे एक बाज़ार उपलब्ध होगा और व्यापार में सुगमता सुनिश्चित होगी। टिकट जुटाने की प्रणाली के तहत, ग्राहक कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं जो खरीदार के दृष्टिकोण से उत्पन्न हो सकता है। इस प्रणाली के लॉन्च के माध्यम से, एमएसटीसी ऐसे सभी प्रश्नों को व्यवस्थित तरीके से संबोधित करने की योजना बना रहा है।

 इस अवसर पर बोलते हुए एमएसटीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री सुरिंदर कुमार गुप्ता ने उल्लेख किया कि एमएसटीसी ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में 4268 करोड़ रुपए की संपत्ति बेची है, और इसी अवधि में 24,459 करोड़ रुपए की गैर-निष्पादित संपत्तियों की नीलामी की है। श्री गुप्ता ने कहा, "हम मुख्य रूप से एक बी2बी कंपनी रहे हैं, लेकिन बैंकिंग क्षेत्र में हमने व्यक्तिगत ग्राहकों को बिक्री शुरू कर दी है और बी2सी श्रेणी में कदम रखा है।"  उन्होंने रियल एस्टेट क्षेत्र में एमएसटीसी के अगले बड़े कदमों की योजना बनाने के लिए सीआईआई और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी की अपेक्षा  की।

श्री हर्ष वर्धन बंसल, अध्यक्ष, बुनियादी ढांचे, रियल-एस्टेट और शहरी विकास पर सीआईआई दिल्ली उप-समिति और यूनिटी ग्रुप के सह-संस्थापक ने अपने संबोधन में कहा-  “एक सरकारी मंच होने के नाते, एमएसटीसी अपने ई-नीलामी मंच पर संपत्ति बेचने के तरीके में निष्पक्षता और पारदर्शिता लाने में जुटा है। हम आवासीय इकाइयों, कार्यालय स्थानों, खुदरा स्थानों, मॉल और अन्य बाजारों में खुदरा पट्टे सेवाओं में भारी माँग देख रहे हैं। और एमएसटीसी अपने प्लेटफॉर्म पर खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़कर इन ई-कॉमर्स सेवाओं को पेश करने के लिए एक बेहतरीन मंच होगा”

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