मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
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केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री, श्री परषोत्तम रुपाला 10 अक्तूबर को कोच्ची में 16 वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करेंगे


कांग्रेस का प्राथमिक उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों के लिए इसके लाभों को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत की कृषि-खाद्य प्रणालियों को टिकाऊ उद्यमों में बदलने के बारे में एक वैज्ञानिक चर्चा करना है

इस कांग्रेस में भारत एवं विदेश से करीब 1500 प्रतिनिधि शामिल होंगे

Posted On: 09 OCT 2023 2:25PM by PIB Delhi

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री, श्री परषोत्तम रूपाला 10 अक्तूबर को दोपहर 3 बजे होटल ले मेरिडियन, कोच्ची में 16वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करेंगे। 16वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस (एएससी) में हिस्सा लेने के लिए 10 अक्तूबर से चार दिनों के लिए प्रसिद्ध कृषि अर्थशास्त्री, वैज्ञानिक, नीति निर्माता, शिक्षाविद्, किसान एवं उद्यमी कोच्ची में पहुंचेंगे। कृषि खाद्य प्रणाली में टिकाऊ लक्ष्यों के दवारा परिवर्तन पर चर्चा करने के लिए यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा। राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी (एनएएएस) द्वारा पहली बार कोच्ची में आयोजित कृषि विज्ञान सम्मेलन की मेजबानी भाकृअनुप - केन्द्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सीएमएफआरआई) द्वारा की जा रही है।

सचिव, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेयर) एवं महानिदेशक व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप), डॉ.हिमांशु पाठक अध्यक्षीय भाषण देंगे। केरल के कृषि मंत्री, पी.प्रसाद, संसद सदस्य, श्री हैबी ईडन, अध्यक्ष, पौधा किस्म और किसान अधिकार संरक्षण प्राधिकरण एवं के. वी. षाजी, एन ए बी ए आर डी, डॉ.त्रिलोचन मोहपात्र सम्मानित अतिथि होंगे। पूर्व अध्यक्ष, प्रो. पंजाब सिंह, एन ए ए एस, डॉ. ए.बी.जोषी स्मृति व्याख्यान देंगे।

पैनल चर्चा एवं परिसंवाद

कांग्रेस का प्राथमिक उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों के लिए इसके लाभों को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत की कृषि-खाद्य प्रणालियों को टिकाऊ उद्यमों में बदलने के बारे में एक वैज्ञानिक चर्चा उत्पन्न करना है। 16 वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तियों द्वारा पांच पूर्ण व्याख्यान दिये जायेंगे। कांग्रेस में कृषि-खाद्य प्रणालियों में बदलाव के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पोषण और टिकाऊपन को बढ़ाने के लिए सूचना प्रसार और कृषि प्रणालियों में नवाचार विषय पर तीन पैनल चर्चाएं आयोजित की जायेंगी। इसके अतिरिक्त तटीय कृषि एवं आजीविका, मुख्यधारा में श्री अन्न(मिल्लेट्स) एवं युवा सशक्तीकरण और लैंगिक समानता विषयों पर चार परिसंवाद आयोजित होंगे।

16वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस में कृषि एवं समाज पर इसके प्रभाव से संबंधित 10 विषयों पर चर्चा होगी। भारत में कुपोषण, पोषण सुरक्षा, टिकाऊ कृषि-खाद्य प्रणालियों के लिए जलवायु कार्रवाई, आनुवंशिकी और जीनोमिक्स में प्रगति, पशुधन उत्पाद, खाद्य प्रणालियों का परिवर्तन, न्यूट्रास्यूटिकल्स, जलीय कृषि प्रणाली, खाद्य प्रसंस्करण, डिजिटल कृषि, एआई-आधारित सिस्टम, और कृषि नीति जैसे विषयों को शामिल किया जाएगा। छह स्थानों में विभिन्न विषयों पर आधारित आमंत्रित व्याख्यान और तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे।

16वीं कृषि विज्ञान कांग्रेस का मुख्य आकर्षण किसान – वैज्ञानिक विचार विमर्श बैठक होगी जो कृषकों एवं वैज्ञानिकों को अपने अनुभवों एवं विचारों को प्रकट करने का मंच प्रदान करेगी। देश के विभिन्न राज्यों से पद्म पुरस्कार से सम्मानित कृषक सहित सफल कृषक अपने अनुभवों को व्यक्त करेंगे। इसके अतिरिक्त कृषि उद्योगों के बीच भी विचार विमर्श बैठक का आयोजन किया जायेगा जो कृषि एवं उद्योग के बीच की दूरी को कम करके सहयोग और नवोन्मेष बढ़ाएंगे।

इस कांग्रेस में भारत एवं विदेश से करीब 1500 प्रतिनिधि शामिल होंगे। सम्मेलन स्थान में आयोजित होने वाले कृषि प्रदर्शिनी में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों, कृषि-उद्योगों, विस्तार एजेंसियों और गैर सरकारी संगठनों की नवीन कृषि प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा।

प्रमुख अर्थशास्त्री, विश्व बैंक, डॉ.मधुर गौतम, भारतीय बयोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, डॉ.एम.कृष्ण एला, कृषि लागत और मूल्य आयोग के अध्यक्ष, डॉ.विजय पॉल शर्मा, टाटा कॉर्नेल संस्थान के संस्थापक निदेशक, डॉ.प्रभु पिंगली, एफ ए ओ, डॉ.ऋषि शर्मा एवं डॉ.कड्मबोट सिद्दिख सहित प्रमुख विशेषज्ञ गण सत्र का संचालन करेंगे।

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एसके/एसएस


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