नागरिक उड्डयन मंत्रालय
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यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं


दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर औसत मासिक यात्री प्रबंधन क्षमता क्रमशः 74 मिलियन और 60 मिलियन है

पहले चरण में, दिल्ली, बैंगलोर, वाराणसी, कोलकाता, पुणे, विजयवाड़ा और हैदराबाद हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा शुरू की गई

Posted On: 07 AUG 2023 2:35PM by PIB Delhi

भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते विमानन बाजारों में से एक है और यह पहले ही तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन गया है। वर्तमान में देश में 30 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। वर्ष 2022-23 के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का औसत मासिक आवागमन (फुटफोल) और वार्षिक यात्री प्रबंधन क्षमता अनुलग्नक में दी गई है ।

सरकार ने यात्रियों की यात्रा को आसान बनाने के लिए कई उपाय किए हैं जिनमें मौजूदा टर्मिनलों की अवसंरचना में परिवर्तनों के माध्यम से हवाईअड्डों की क्षमता में वृद्धि करना, सामान की जांच के लिए अतिरिक्त एक्स-रे मशीनों की स्थापना, सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल), एयरलाइंनों और हवाई अड्डा प्रचालकों द्वारा अतिरिक्त जनशक्ति की तैनाती, स्लॉट आवंटन का प्रबंधन, विमानों की भीड़ से बचने के लिए एयरलाइंनों के साथ समन्वय आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, हवाई अड्डों पर यात्रियों के लिए सहज और परेशानी मुक्त यात्रा से अनुभव प्रदान करने के लिए सरकार ने चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग करते हुए बायोमेट्रिक-आधारित डिजी यात्रा शुरू की है। पहले चरण में, डिजी यात्रा दिल्ली, बैंगलोर, वाराणसी, कोलकाता, पुणे, विजयवाड़ा और हैदराबाद हवाई अड्डों पर शुरू की गई है।

हवाई अड्डों पर अवसंरचनाओं/सुविधाओं का उन्नयन एक सतत प्रक्रिया है, जो एएआई या संबंधित हवाई अड्डा प्रचालकों द्वारा परिचालन आवश्यकताओं, यातायात, मांग, वाणिज्यिक व्यवहार्यता आदि के आधार की जाती है। इसके अलावा, नागर विमानन मंत्रालय ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ाने और आम जनता के लिए हवाई यात्रा को किफायती बनाने के उद्देश्य से दिनांक 21.10.2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना आरसीएस-उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) शुरू की है। इसके अलावा एएआई और अन्य पीपीपी हवाईअड्डा ऑपरेटरों ने 2019-24 के दौरान एएआई द्वारा लगभग 25,000 करोड़ रुपये सहित विभिन्न ब्राउनफील्ड हवाई अड्डों के विकास/उन्नयन/आधुनिकीकरण और यात्रियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा हवाई अड्डों को अधिक से अधिक सुरक्षित, आरामदायक और ग्राहक अनुकूल बनाने के उद्देश्य से ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के विकास के लिए 98,000 करोड़ रुपये से अधिक का पूंजीगत व्यय करने की योजना शुरू की है।

यह जानकारी नागर विमानन मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

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अनुलग्नक

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर औसत मासिक यात्री और वार्षिक यात्री प्रबंधन क्षमता 2022-23 (मिलियन में)

क्र.सं.

एयरपोर्ट

औसत मासिक यात्री

वार्षिक यात्री प्रबंधन क्षमता

1

दिल्ली (डायल)

5.44

74.00

2

मुंबई (एमआईएएल)

3.66

60.00

3

बैंगलोर (बीआईएएल)

2.66

51.50

4

हैदराबाद (जीएचआईएएल)

1.75

21.60

5

चेन्नई

1.55

23.00

6

कोलकाता

1.48

26.00

7

अहमदाबाद

0.84

10.84

8

कोचीन (सीआईएएल)

0.73

25.00

9

गोवा

0.70

11.30

10

लखनऊ

0.44

5.55

11

गुवाहाटी

0.42

5.00

12

जयपुर

0.40

3.50

13

श्रीनगर

0.37

3.00

14

भुवनेश्वर

0.30

4.40

15

तिरुवनंतपुरम

0.29

4.50

16

कालीकट

0.25

6.60

17

नागपुर

0.21

4.00

18

कोयम्बटूर

0.21

3.63

19

वाराणसी

0.21

2.50

20

अमृतसर

0.21

4.00

21

मंगलौर

0.15

2.00

22

त्रिची

0.13

1.50

23

पोर्ट ब्लेयर

0.11

0.70

24

कन्नूर(केआईएएल)

0.10

9.00

25

इंफाल

0.10

1.39

26

विजयवाड़ा

0.08

2.03

27

तिरुपति

0.08

2.50

28

शिरडी

0.06

0.50

29

गोवा (एमओपीए)

0.06

4.40

30

कुशीनगर

0.002

0.30

 

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