संस्कृति मंत्रालय
संस्कृति कार्य समूह की दूसरी बैठक 'संस्कृति सभी को एकजुट करती है' विषय पर भुवनेश्वर में आयोजित की जाएगी
श्री सुदर्शन पटनायक पुरी बीच पर “संस्कृति सभी को एकसूत्र से जोड़ती है” थीम पर 14 मई को सैंड आर्ट बनाएंगे
प्रविष्टि तिथि:
13 MAY 2023 5:00PM by PIB Delhi
भारत की जी-20 की अध्यक्षता के तहत संस्कृति कार्य समूह (सीडब्ल्यूजी) 'संस्कृति सबको एकसूत्र से जोड़ती है' विषय पर एक अभियान चलाएंगी, जो विविध संस्कृतियों और समुदायों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पर आधारित बहुपक्षवाद में भारत के अटूट विश्वास को रेखांकित करता है।
ओडिशा के भुवनेश्वर में 14 से 17 मई, 2023 तक चलने वाली संस्कृति कार्य समूह की दूसरी बैठक में 'संस्कृति सबको एकसूत्र से जोड़ती है' अभियान के तहत रेत आर्ट कलाकार पद्मश्री श्री सुदर्शन पट्टनायक 14 मई, 2023 को पुरी की बीच पर 'संस्कृति सबको एकसूत्र से जोड़ती है' थीम पर सैंड आर्ट बनाएंगे। संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय के मंत्री श्री जी.के. रेड्डी और संस्कृति और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल संयुक्त रूप से 5:30 बजे इस थीम आर्ट का उद्घाटन करेंगे।
एक-दूसरे से आपस में जुड़ी आज की दुनिया में, संस्कृति सहयोगी परिणामों और समावेशिता और सामंजस्यपूर्ण जीवन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आज के आपस में जुड़े हुए विश्व में, संस्कृति, सहयोगात्मक परिणामों को निर्मित करने और समावेशी और सद्भावनापूर्ण जीवन को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 'संस्कृति सबको जोड़ती है' की थीम का मानना है कि सांस्कृतिक परंपराएं और प्रथाएं, अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन वे अक्सर अंतर्निहित मूल्यों और सिद्धांतों को साझा करती हैं।
संस्कृति, अपने सभी रूपों में, सीमाओं को तर्कसंगत बनाने, संबंधों को बढ़ाने और व्यक्तियों, समुदायों और राष्ट्रों के बीच वास्तविक संवाद और समझौते को प्रेरणा देने की क्षमता रखती है।
संस्कृति, समकालीन वैश्विक चुनौतियों के लिए स्थायी और संतुलित समाधानों को सहयोग करने और विकसित करने के लिए मार्ग प्रदान करती है। 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सार को समाहित करते हुए, 'संस्कृति सभी को एकजुट करती है' का संदेश एक सामूहिक स्थायी भविष्य और सार्वभौमिक कल्याण की दिशा में काम करने के लिए एक समग्र दृष्टि का प्रतीक है।
भारत में रेत कला के अग्रणी कलाकार के रूप में श्री सुदर्शन पटनायक को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पदमश्री से सम्मानित किया गया है। उनके सैंड आर्ट इंस्टॉलेशन विश्व भर में प्रसिद्ध हैं और उन्होंने वैश्विक स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। श्री पटनायक, अपनी कला को सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने के साधन के रूप में और लोगों के बीच शांति और सद्भाव का संदेश फैलाने के लिए उत्प्रेरक के रूप में उपयोग करते हैं।
सांस्कृतिक और क्षेत्रीय मतभेदों के बावजूद, दुनिया भर में सैंड आर्ट में एक समानता है जो उन सभी को एक साथ जोड़ती है। वास्तव में सैंड आर्ट दुनिया की प्राकृतिक सुंदरता और उसके अल्पकालिक चरित्र का जश्न मनाती है। समुद्र तट पर आसानी से उपलब्ध रेत और पानी से निर्मित यह अस्थायी कला रूप, प्रकृति के संतुलन को असंतुलित नहीं करता है।
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एमजी/एमएस/आरपी/एस/एसएस
(रिलीज़ आईडी: 1923929)
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