नागरिक उड्डयन मंत्रालय
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोवा में सिविल एयर नेविगेशन सर्विसेज ऑर्गनाइजेशन (सीएएनएसओ) एशिया प्रशांत सम्मेलन को वर्चुअल तौर पर संबोधित किया
"भारतीय नागर विमानन क्षेत्र में अगले 7 से 10 वर्षों में लगभग 400 मिलियन यात्रियों के आने की संभावना है" - श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया
"भारतीय विमानन उद्योग पूर्व-कोविड यात्री यातायात के लगभग 95 प्रतिशत तक पहुंच गया है" - जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त)
Posted On:
02 NOV 2022 2:53PM by PIB Delhi
केंद्रीय नागर विमानन और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) ने गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के साथ आज गोवा में सिविल नेविगेशन सर्विसेज ऑर्गेनाइजेशन (सीएएनएसओ) एशिया प्रशांत सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय "थिंक ग्लोबल, कोलैबोरेट रीजनल, एक्म्प्लीश लोकल" है। इस अवसर पर केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय के सचिव श्री राजीव बंसल, सीएएनएसओ के महानिदेशक श्री साइमन होक्वार्ड, सीएएनएसओ के एशिया प्रशांत मामलों के निदेशक श्री पोह थीन सोह उपस्थित थे। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सम्मेलन को वर्चुअल तौर पर संबोधित किया।
अपने वर्चुअल संबोधन में, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सम्मेलन ने पूरे एशिया प्रशांत के विशेषज्ञों को एक साथ लाया है, जिसका रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक हवाई यातायात में 35 प्रतिशत से 40 प्रतिशत का योगदान है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़ रही है और नागरिक विमानन क्षेत्र में अगले 7 से 10 वर्षों में लगभग 400 मिलियन यात्रियों के आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का विषय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के तहत भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए, केन्द्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि विमानन उद्योग लगभग 3.5 ट्रिलियन डॉलर सृजित करता है, जोकि विश्व के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 1.4 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हालांकि कोविड-19 महामारी के दौरान इस उद्योग को भारी नुकसान हुआ, लेकिन दुनिया भर में घरेलू स्तर पर स्थितियों में अब सुधार हो रहा है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में विमानन उद्योग कोविड से पहले के यात्री यातायात के स्तर के लगभग 95 प्रतिशत हिस्से तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि एयर नेविगेशन सर्विस प्रोवाइडर (एएनएसपी) सेवाएं विमानन उद्योग का सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं। जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह ने विमानन उद्योग से प्रौद्योगिकी के स्तर पर सहयोग करने का आग्रह किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा, “आने वाले समय में हवाई क्षेत्र का और आगे विस्तार होने वाला है। हमारे पास सिर्फ विमान ही नहीं, बल्कि कई हवाई उपकरण हैं। इसलिए, हमें नवीनतम तकनीकों को अपनाने की जरूरत है।”
गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने बताया कि गोवा के नव-विकसित मोपा हवाई अड्डे को हाल ही में डीजीसीए से लाइसेंस मिला है। उन्होंने कहा कि नया ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा जल्द ही परिचालन शुरू करेगा, जिससे गोवा में पर्यटन के और अधिक अवसर खुलेंगे।
नागर विमानन सचिव श्री राजीव बंसल ने भारत के लिए इस सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा की जा रही है, वे सभी भारत में नागरिक विमानन के विकास की दृष्टि से बेहद प्रासंगिक हैं।
सिविल एयर नेविगेशन सर्विसेज ऑर्गनाइजेशन (सीएएनएसओ) के महानिदेशक साइमन होक्वार्ड ने दक्षता में सुधार पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि विमानन उद्योग के लिए दक्षता में सुधार और अधिक स्केलेबल, टिकाऊ और लचीली प्रणाली का निर्माण करना कभी भी बहुत अधिक आवश्यक नहीं रहा है।
सीएएनएसओ के बारे में जानकारी
सिविल एयर नेविगेशन सर्विसेज ऑर्गनाइजेशन (सीएएनएसओ) - हवाई यातायात प्रबंधन (एटीएम) उद्योग की वैश्विक आवाज है और हमारे भविष्य के आसमान को आकार प्रदान कर रही है। इसके सदस्य दुनिया के 90 प्रतिशत से अधिक हवाई यातायात को सहायता प्रदान करते हैं। इनमें हवाई नेविगेशन सेवा प्रदाता, हवाई क्षेत्र के उपयोगकर्ता और ऑपरेटर, विनिर्माता और विमानन उद्योग आपूर्तिकर्ता शामिल हैं। यह संगठन ज्ञान, विशेषज्ञता और नवाचार को साझा करने के लिए उद्योग को आपस में जोड़कर वैश्विक वायु यातायात प्रबंधन प्रदर्शन की देखरेख करता है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बारे में जानकारी
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) भारतीय महाद्वीपीय हवाई क्षेत्र और इसके आसपास के समुद्री हवाई क्षेत्र के ऊपर एयर नेविगेशन सेवाओं के प्रावधान के लिए जिम्मेदार है, जिसे आईसीएओ द्वारा भारत को सौंपा गया है। एएआई भारत में प्रमुख हवाईअड्डा संचालक के रूप में भी कार्य करता है, जो 133 हवाई अड्डों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है, जिसमें 24 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, 78 घरेलू हवाई अड्डे, 10 कस्टम हवाई अड्डे और 21 सिविल एन्क्लेव शामिल हैं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का विजन दुनिया का अग्रणी एयरपोर्ट डेवलपर, ऑपरेटर और एयर नेविगेशन सेवा प्रदाता बनना है। इसका मिशन पूरे देश में एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाना है और लागत प्रभावी, आधुनिक, सुरक्षित हवाईअड्डा परिचालन और हवाई नेविगेशन सेवाओं के लिए अत्याधुनिक और स्वदेशी प्रौद्योगिकी का उपयोग करके पर्यावरण के प्रति जागरूक स्थायी संगठन बनना है।
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