स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय
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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग में लंबित मामलों (एससीडीपीएम) के निपटान और स्वच्छता अभियान के लिए विशेष अभियान 2.0 जोरों पर

Posted On: 21 OCT 2022 5:01PM by PIB Delhi

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग में लंबित मामलों के निस्तारण के लिए विशेष अभियान 2.0 (एससीडीपीएम) और स्वच्छता अभियान जोरों पर चल रहा है। अभियान का उद्देश्य लंबित मामलों को कम करना, स्वच्छता को संस्थागत बनाना, आंतरिक निगरानी तंत्र को मजबूत करना, रिकॉर्ड प्रबंधन में अधिकारियों को प्रशिक्षित करना, बेहतर रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए भौतिक रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण करना और सभी मंत्रालयों/ विभागों को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म: www.pgportal.gov/scdpm22 पर लाना है।

एससीडीपीएम और स्वच्छता अभियान 1 अक्टूबर, 2022 को शुरू किया गया था और इसे 2 अक्टूबर, 2022 से 31 अक्टूबर, 2022 तक लागू किया जा रहा है। तीसरे पक्ष का मूल्यांकन 14-30 नवंबर, 2022 के बीच होगा, जिसके बाद सर्वोत्तम प्रथाओं की प्रस्तुति 24 और 25 दिसंबर, 2022 को सुशासन दिवस पर होगी। अभियान की मासिक प्रगति की समीक्षा प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के सचिव द्वारा की जा रही है।

 

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                   पहले                                  बाद में

 स्वच्छता फोटोग्राफ( जवाहरलाल इंस्टीट्यूट आफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन और रिसर्च,पुडुचेरी)

 

 

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                    पहले                                बाद में

 

स्वच्छता फोटोग्राफ(अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,ऋषिकेश)

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के तहत, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुख्यालय और इससे जुड़े कार्यालय (डीटीईजीएचएस और एनएचए), 128 अधीनस्थ कार्यालय, 50 स्वायत्त निकाय और 1 केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। अभियान को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के फील्ड कार्यालयों तक भी विस्तारित किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण द्वारा अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए नियमित समीक्षा की जा रही है। विशेष अभियान 2.0 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है।

कई संस्थानों ने स्वच्छता को बढ़ाने और अपने परिसरों में स्वच्छ और हरा वातावरण प्रदान करने के लिए बेहतरीन एक्सरसाइड की हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बीबीनगर, तेलंगाना में सूखे कचरे और अप्रयुक्त भूमि को उद्यान (एम्स वाटिका) में परिवर्तित कर दिया गया है और दूषित और गंदे पानी के जलाशयों को फव्वारे में परिवर्तित किया जा रहा है। इसी तरह, राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान (एनआईटीआरडी), नई दिल्ली में, सड़कों को साफ करने के लिए मशीनीकृत सफाई उपकरण और स्वीपिंग मशीनें लगाई गई हैं; और रीसाइक्लिंग के लिए प्लास्टिक कचरे के संग्रह के लिए कचरा संग्रह मशीन लगाई गई है और उपयोगकर्ताओं को मशीन में कचरा डालने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है। इसी तरह, एम्स ऋषिकेश, एम्स मंगलगिरी, आंध्र प्रदेश, एम्स भुवनेश्वर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ ट्रेनिंग एंड रिसर्च (एनआईपीएचटीआर), मुंबई और अखिल भारतीय भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास संस्थान (एआईआईपीएमआर), मुंबई जैसे अन्य केंद्रीय संस्थानों ने भी इसे अपनाया है।

 

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राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान (एनआईटीआरडी), नई दिल्ली में रोगियों और अतिथिय़ो को स्वच्छ और हरित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए हरे पौधे और गमले स्थापित किए गए

स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सभी विभागों के साथ-साथ क्षेत्र स्तर की इकाइयों और प्रतिष्ठानों द्वारा स्वच्छता अभियान को पूरी गंभीरता से चलाया गया है। आईसीएमआर के 27 संस्थानों (इसकी 10 क्षेत्रीय इकाइयों और बाहरी स्टेशनों के साथ), 80 वायरस अनुसंधान और नैदानिक ​​​​प्रयोगशालाओं (वीआरडीएल), 40 मल्टी-डिस्प्लिनरी  अनुसंधान इकाइयों (एमआरयू) और 12 मॉडल ग्रामीण स्वास्थ्य अनुसंधान इकाइयों (एमआरएचआरयू) द्वारा सक्रिय भागीदारी की जा रही है। आईसीएमआर ने पहल को लागू करने के लिए एक विशेष संचार रणनीति भी शुरू की है। इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से मैसेजिंग, जागरूकता अभियानों के माध्यम से हितधारकों का एकीकरण, लेख लिखना आदि शामिल हैं। सभी भौतिक फाइलों के डिजिटलीकरण के लिए कार्रवाई पहले ही शुरू की जा चुकी है और इस अभ्यास के पूरा होने के बाद, यह विभाग पेपरलेस होने की ओर आगे बढ़ने का प्रयास करेगा। भारत सरकार के 'लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान' (एससीडीपीएम 2.0) के एक भाग के रूप में, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग ने सांसद संदर्भ, संसद आश्वासन, लोक शिकायत, पीएमओ संदर्भ जैसे महत्वपूर्ण संदर्भों की पेंडेंसी को कम कर दिया है। इस विभाग के अंतर्गत सभी क्षेत्रों की इकाइयों/प्रतिष्ठानों को विशेष अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता देने और लंबित मामलों के निस्तारण के लिए विशेष अभियान 2.0 के क्रियान्वयन के लिए कहा गया है।

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अभियान की निगरानी विशेष स्वच्छता पोर्टल (https://cd.nhp.gov.in) जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री और डीएआरपीजी के पोर्टल (https://pgportal.gov.in/SCDPM) के मार्गदर्शन में बनाया गया है, पर फोटोग्राफ और डेटा अपलोड करके की जा रही है। संबंधित कार्यालयों द्वारा दैनिक फोटोग्राफ अपलोड किए जा रहे हैं। डेटा प्रतिदिन आईडब्ल्यएस यूनिट,स्वास्थ्य एवं परिवार क्ल्याण विभाग, निर्माण भवन द्वारा अपलोड किया जा रहा है।

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