रक्षा मंत्रालय

देश आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए तैयार


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली में लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित करेंगे

Posted On: 14 AUG 2022 6:37PM by PIB Delhi

मुख्य बिंदु:

    • देश 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है
    • प्रधानमंत्री कल लाल किले से स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे
    • पहली बार, 21 तोपों की सलामी रस्म में देश में निर्मित होवित्जर तोप, एटीएजीएस का उपयोग किया जाएगा
    • एनसीसी स्पेशल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 14 देशों के 26 अधिकारी/पर्यवेक्षक और 127 कैडेट/युवा पहली बार लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल
    • आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, रेहड़ी-पटरी वालों, मुद्रा योजना में ऋण पाने वालों और मॉर्चरी में काम करने वालों को विशेष आमंत्रण

आज की रात भारत के लोगों के लिए साढ़े सात दशक की स्वतंत्रता का  प्रतीक है जब 15 अगस्त 1947 को देश ने औपनिवेशिक शासन की बेड़ियों को तोड़ा था। गर्व से भरा राष्ट्र स्वतंत्रता के 76वें वर्ष पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है। पूरा देश देशभक्ति की भावना से बंधा हुआ है। इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने के लिए भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों, सशस्त्र बलों और आम जनता द्वारा देश भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

इस ऐतिहासिक 76वें स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त, 2022 को  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र में मनाए जाने वाले जश्न का नेतृत्व करेंगे। वह राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और परंपरा के अनुसार राष्ट्र को संबोधित करेंगे।

लाल किले पहुंचने पर माननीय प्रधानमंत्री की अगवानी रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार करेंगे। रक्षा सचिव माननीय प्रधानमंत्री से दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा एवीएसएम को मिलवाएंगे। इसके बाद जीओसी दिल्ली क्षेत्र श्री नरेन्द्र मोदी को सलामी स्थल तक ले जाएंगे जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधान मंत्री को सलामी देंगे। इसके बाद माननीय प्रधानमंत्री गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे।

माननीय प्रधान मंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देने वाले दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से प्रत्येक से एक अधिकारी और 20 जवान शामिल होंगे। भारतीय वायु सेना इस वर्ष समन्वय करेगी। गार्ड ऑफ ऑनर की कमान विंग कमांडर कुणाल खन्ना संभालेंगे। प्रधानमंत्री गार्ड में वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंहसेना की टुकड़ी की कमान मेजर विकास सांगवान और नौसेना दल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर अविनाश कुमार संभालेंगे। दिल्ली पुलिस दल की कमान अतिरिक्त डीसीपी (पूर्वी दिल्ली) श्री अचिन गर्ग संभालेंगे।

गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद, प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लाल किले की प्राचीर के लिए रवाना होंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, नौसेना अध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी करेंगे। जीओसी दिल्ली क्षेत्र प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर मंच तक ले जाएंगे।

तिरंगे को फहराए जाने के बाद 'राष्ट्रीय सलामी' दी जाएगी। राष्ट्रीय ध्वज फहराने और 'राष्ट्रीय सलामी' की प्रस्तुति के दौरान वायु सेना बैंड, जिसमें 20 लोग शामिल होंगे, राष्ट्रगान बजाएगा। बैंड का संचालन मास्टर वारंट अधिकारी रघुवीर करेंगे।

स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगी। यह विशिष्ट 8711 फील्ड बैटरी (सेरमोनियल) के बहादुर गनर्स द्वारा दागी गई 21 तोपों की सलामी के साथ होगा। सेरमोनियल बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार, एसएम के पास है और गन पोजीशन ऑफिसर नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह होंगे।

नेशनल फ्लैग गार्ड, जिसमें वायु सेना, सेना, नौसेना और दिल्ली पुलिस के पांच अधिकारी और 128 जवान शामिल हैं, माननीय प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के समय राष्ट्रीय सलामी देंगे। भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर टीवीआर सिंह इस इंटर सर्विसेज-गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान संभालेंगे।

नेशनल फ्लैग गार्ड में वायु सेना के दस्ते की कमान स्क्वाड्रन लीडर मिहिर जोकारकर, सेना के दस्ते की कमान मेजर आकाश जोशी और नौसेना दल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर प्रवीण सारस्वत संभालेंगे। दिल्ली पुलिस दल की कमान अतिरिक्त डीसीपी (मध्य दिल्ली) श्री अक्षत कौशल संभालेंगे।

जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, अमृत फॉर्मेशन में कार्यक्रम स्थल पर दो एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टरों द्वारा फूलों की पंखुड़ियां बरसाई जाएंगी। विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे के नेतृत्व में दूसरे हेलीकॉप्टर में विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा ​​के साथ 129 हेलीकॉप्टर यूनिट, नुब्रा वारियर्स ये फॉर्मेशन बनाएंगे। दो एमआई-17 के बाद 111 हेलीकॉप्टर यूनिट, 'द स्नो टाइगर्स' से दो ध्रुव हेलीकॉप्टर लाइन फॉर्मेशन में होंगे। फॉर्मेशन का नेतृत्व विंग कमांडर अभिजीत कुमार करेंगे वहीं दूसरे हेलीकॉप्टर में विंग कमांडर के एस विशाल होंगे।

पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। राष्ट्रीय उत्साह के इस उत्सव में देश भर के विभिन्न स्कूलों के सात सौ बानवे एनसीसी कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। इन कैडेटों को भारत के मानचित्र के भौगोलिक स्वरूप में लाल किले की प्राचीर के सामने 'ज्ञान पथ' पर बैठाया जाएगा। वे जिन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे उन क्षेत्रों के परिधानों को पहनेंगे, जो कि भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है। यह 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।

21 तोपों की सलामी रस्म के दौरान पहली बार, सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत देश में विकसित एक घरेलू होवित्जर तोप, एडवांस्ड टो आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) फायर करेगी। तोप पूरी तरह से स्वदेशी है, जिसे डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। यह तोप स्वदेश में ही हथियार और गोला-बारूद विकसित करने की भारत की बढ़ती क्षमता का एक प्रमाण होगी । लेफ्टिनेंट कर्नल गगनदीप सिंह संधू फायरिंग इंस्ट्रक्टर नायब सूबेदार गुलाब वाबल के साथ गन यूनिट की कमान संभाल रहे हैं। तोप को समारोह के लिए विशेष रूप से अनुकूलित किया गया है, और कुछ तकनीकी विशिष्टताओं को बदल दिया गया है।

गणतंत्र दिवस 2022 के दौरान की गई पहल के क्रम में, समाज के गुमनाम नायकों, जिन्हें आमतौर पर अनदेखा किया जाता है, को समारोह के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रेहड़ी-पटरी वाले, मुद्रा योजना में ऋण पाने वाले और मॉर्चरी में काम करने वाले शामिल हैं।

'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में, रक्षा और संस्कृति मंत्रालय भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बहादुरों को एक अनूठी श्रद्धांजलि देने के लिए नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट के साथ साझेदारी में एक साथ आए हैं। एक विशाल कला परियोजना, कला कुंभ में, पांच सौ प्रमुख कलाकारों ने 75-75 मीटर लंबे दस स्क्रॉल बनाने के लिए अथक परिश्रम किया,जिनमें से आठ यहां प्रदर्शित किए गए हैं। स्मरण रखे जाने वाले ये स्क्रॉल कथा कला की प्राचीन भारतीय परंपरा को जारी रखते हैं और उन ऐतिहासिक घटनाओं को जीवंत करते हैं जिन्होंने भारत को औपनिवेशिक शासन की बेड़ियों को तोड़ने के लिए प्रेरित किया।

इस वर्ष लाल किले की भव्य दीवारों पर विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़ी कलाकृतियां सजी हैं। लाल किले की दीवारों पर सजी कलाकृतियों में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की अलग-अलग सांस्कृतिक, प्राकृतिक और धार्मिक विरासत भी होगी। ये प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी आंध्र प्रदेश के पट्टाभि सीतारमैया, अरुणाचल प्रदेश के मोजे रीबा, असम के कुशल कोंवर, बिहार के वीर कुंवर सिंह, छत्तीसगढ़ के वीर नारायण सिंह, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लाला हरदयाल, गोवा के पुरुषोत्तम केशव काकोदकर, गुजरात से भीकाजी कामा, हरियाणा से राव तुला राम, हिमाचल प्रदेश से पदम देव, जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश से सैफुद्दीन किचलू, झारखंड से भगवान बिरसा मुंडा, कर्नाटक से कर्नाड सदाशिव राव, केरल से अक्कम्मा चेरियन, लद्दाख यूटी के अब्दुल सत्तार , मध्य प्रदेश से चंद्र शेखर आजाद, महाराष्ट्र से बाल गंगाधर तिलक, मणिपुर से रानी गाइदेन्लियू, मेघालय से फान नोंगलाइट, मिजोरम से रोपुइलियानी, नागालैंड से खाइकोजैम कुकी, ओडिशा से लक्ष्मण नायक, पंजाब से भाई परमानंद, राजस्थान से सागरमल गोपा, सिक्किम से त्रिलोचन पोखरेल तमिलनाडु से के कामराज, तेलंगाना से सरोजिनी नायडू, त्रिपुरा से सचिंद्र लाल सिंह, उत्तराखंड से अनुसुया प्रसाद बहुगुणा , उत्तर प्रदेश से मंगल पांडे और पश्चिम बंगाल से चितरंजन दास शामिल हैं। यह भाव इन महान व्यक्तित्वों को स्वतंत्रता के लिए उनके अद्वितीय योगदान जो कभी कभी अनसुने रहे हैं, के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है।

उत्सव में एक और शानदार कार्यक्रम शामिल हुआ है जो कि भारत में समय बिताने का पसंदीदा तरीका है यानि पतंगबाजी। हमारी मातृभूमि की विविधता में एकता मंत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली विविध रंगों, आकारों और तकनीकों की पतंगों को दर्शाते हुए मीना बाजार में पतंगबाजी पर भित्ति चित्र प्रदर्शित किए गए हैं।

स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के रूप में पहली बार 09-17 अगस्त, 2022 के बीच एक विशेष युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 14 देशों- यूएस, यूके, अर्जेंटीना, ब्राजील , फिजी, इंडोनेशिया, किर्गिस्तान, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, नाइजीरिया, सेशेल्स, संयुक्त अरब अमीरात और उजबेकिस्तान  के  कुल 26 अधिकारी/पर्यवेक्षक और 127 कैडेट/युवा - स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए पहले से ही भारत में हैं। युवा लाल किले में मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के अलावा दिल्ली और आगरा के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का भी दौरा करेंगे।

 

एमजी/एएम/एसएस/एजे

 



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