कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय
केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लोकतंत्र के वास्तविक सार का प्रतिनिधित्व करते हैं
उन्होंने कहा कि एक साधारण पृष्ठभूमि वाला आम आदमी अपनी योग्यता और लोगों के लोकप्रिय समर्थन के बल पर उच्चतम स्तर तक पहुंच सकता है
केन्द्रीय मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के मजल्टा में पंचायती राज संस्थाओं की बैठक को संबोधित किया
Posted On:
12 JUN 2022 6:39PM by PIB Delhi
केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के मजल्टा में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लोकतंत्र के वास्तविक सार का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें एक साधारण पृष्ठभूमि वाला आम आदमी अपनी योग्यता और लोगों के लोकप्रिय समर्थन के बल पर उच्चतम स्तर तक पहुंच सकता है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र का असली सार यह है कि किसी नए बच्चे, चाहे उसके घर की सामाजिक या आर्थिक स्थिति या वंशावली कुछ भी हो, के पैदा होने पर उसकी मां को यह सपना देख पाने का भरोसा होना चाहिए कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में उसके बच्चे को भी पदानुक्रम में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने का अवसर उपलब्ध है। अगर ऐसा है, तो श्री मोदी के प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचने से लोकतत्र की शक्ति और भारत के मूल्यों में आम लोगों का भरोसा एक बार फिर से बहाल हो गया है। साथ ही इसने वंशवाद, जिसके परिणामस्वरूप केंद्र में उत्तरोत्तर पीढ़ियों का पारिवारिक शासन कायम रहा, के अंत को भी सुनिश्चित किया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले आठ वर्षों के दौरान समाज के वंचित वर्गों के लाभ के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाएं एवं कार्यक्रम वास्तव में “किसी का भी तुष्टिकरण नहीं, सभी के लिए न्याय” के सिद्धांत पर आधारित शासन प्रणाली स्थापित करने के भाजपा के छह दशकों के संघर्षों के प्रतिदान हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का पद संभालने के तुरंत बाद श्री मोदी ने खुद को गरीबों की सेवा और देश के उपेक्षित वर्गों एवं क्षेत्रों के समान विकास के प्रति समर्पित किया। उन्होंने कहा कि आज पीछे मुड़कर देखें तो यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि वो अपने वादों को पूरा करने में रहे हैं।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि श्री मोदी की कल्याणकारी योजनाओं की एक और खास बात यह है कि इन योजनाओं ने इस देश में एक नई संस्कृति और एक नई राजनीतिक संस्कृति की जरूरत को रेखांकित किया है। उज्ज्वला योजना एवं प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी सुविधाओं के लाभ जाति, पंथ और धर्म या यहां तक कि राजनीतिक संबद्धता या वोट बैंक की परवाह किए बिना जरूरतमंदों तक पहुंचे हैं।
जहां तक उधमपुर-कठुआ-डोडा लोकसभा क्षेत्र की बात है, डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि न सिर्फ देविका नदी परियोजना और पकलदुल पनबिजली परियोजना जैसी राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाएं शुरू की गईं बल्कि शाहपुर-कंडी परियोजना तथा रटल परियोजना जैसी कई रुकी हुई परियोजनाओं को भी दोबारा शुरू किया गया। वहीं, उत्तर भारत का पहला औद्योगिक बायोटेक पार्क और कटरा से दिल्ली तक पहला एक्सप्रेस कॉरिडोर शुरू किया गया। यही नहीं एक ही निर्वाचन क्षेत्र में तीन सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए, जोकि एक दुर्लभ उपलब्धि है।
इस अवसर पर, पिछले आठ वर्षों के दौरान उधमपुर-कठुआ-डोडा लोकसभा क्षेत्र में शुरू की गई 75 प्रमुख विकास परियोजनाओं पर प्रकाश डालने वाली प्रचार - पुस्तिका भी वितरित की गई।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बूथ स्तर की बैठक को भी संबोधित किया और इस दौरे के दौरान एक दलित परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ भाजपा, जम्मू-कश्मीर के उपाध्यक्ष पवन खजुरिया और स्थानीय सरपंच, पंच और पीआरआई भी थे।
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एमजी/एमए/आर
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