उपभोक्‍ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 (एनएफएसए) के तहत लाभार्थियों का समावेशन और बहिष्करण संबंधित राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है


राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने विभिन्न अनियमितताओं के कारण वर्ष 2014 से 2021 की अवधि के दौरान लगभग 4.28 करोड़ राशन कार्ड रद्द करने की जानकारी दी है

 वर्तमान में विभाग द्वारा आवंटित मासिक खाद्यान्न का लगभग 90% हिस्सा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा ईपीओएस लेनदेन के माध्यम से वितरित किया जाता है

Posted On: 23 MAR 2022 3:38PM by PIB Delhi

उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री सुश्री साध्वी निरंजन ज्योति ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 (एनएफएसए) के तहत अन्य विषयों के साथ-साथ लाभार्थियों का समावेशन और बहिष्करण संबंधित राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। इसके अलावा, एनएफएसए के तहत लाभार्थियों को जोड़ना और उन्हें योजना से बाहर करना राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा विकसित पात्रता मानदंड के अनुसार चलने वाली एक सतत प्रक्रिया है। इसके परिणाम स्वरूप, एनएफएसए के तहत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (टीपीडीएस) सुधारों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन का लाभ उठाना, राशन कार्डों/लाभार्थियों के डाटा का डिजिटलीकरण, डी-डुप्लीकेशन प्रक्रिया, स्थायी प्रवास जानकारी, मृत्यु, अपात्र/डुप्लिकेट/फर्जी राशन कार्डों की पहचान करना आदि कार्य पूरे किये जाते हैं। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने विभिन्न अनियमितताओं के कारण वर्ष 2014 से 2021 की अवधि के दौरान लगभग 4.28 करोड़ राशन कार्ड रद्द करने की जानकारी दी है। हालांकि, एनएफएसए के तहत राशन कार्डों को आधार से लिंक करना या न जोड़ना राशन कार्डों को बंद/रद्द करने का मानदंड नहीं है। साल 2014 से 2021 के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा रद्द किये गए राशन कार्डों की राज्य और केंद्र शासित प्रदेश वार तथा वर्ष-वार संख्या दर्शाने वाला विवरण संलग्नक में है।

सभी एनएफएसए लाभार्थियों को उनके अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) और प्राथमिकता वाले घरेलू (पीएचएच) राशन कार्डों की पात्रता के अनुसार पूर्ण मात्रा में मासिक खाद्यान्न प्राप्त हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को समय-समय पर पत्रों, बैठकों और वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लाभार्थियों के बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के साथ-साथ पारदर्शी इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल (ईपीओएस) डिवाइस लेनदेन के माध्यम से एफपीएस पर खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित करने और सभी लाभार्थियों को स्थानीय/द्विभाषी भाषाओं में ईपीओएस मुद्रित लेनदेन रसीद प्रदान करने की सलाह दी गई है।

आधार अधिनियम 2016 की धारा -7 के अनुसार विभाग द्वारा दिनांक 08/02/2017 को जारी अधिसूचना (समय-समय पर संशोधित) के तहत सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को लाभार्थियों की आधार संख्या को उनके राशन कार्ड के साथ जोड़ने के लिए समय-सीमा 31/03/2022 तक बढ़ा दी गई है। तब तक, विभाग द्वारा दिनांक 24/10/2017 और 08/11/2018 को जारी पत्रों के मौजूदा निर्देशों के अनुसार, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि किसी भी वास्तविक एनएफएसए लाभार्थी/परिवार को केवल आधार कार्ड के अभाव में; या नेटवर्क/कनेक्टिविटी/लिंकिंग संबंधित मुद्दों, लाभार्थी के खराब बायोमेट्रिक्स अथवा किसी अन्य तकनीकी कारणों से बायोमेट्रिक/आधार प्रमाणीकरण की विफलता के कारण सब्सिडी वाले खाद्यान्न के उसके अधिकार का राशन कोटा प्राप्त करने से वंचित नहीं किया जाएगा।

 

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को यह भी सलाह दी गई थी कि वितरण के समय उचित दर दुकान डीलरों द्वारा खाद्यान्नों का सही और पारदर्शी वजन सुनिश्चित करने के लिए सभी उचित दर दुकानों पर ईपीओएस उपकरणों के साथ इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन/स्केल को एकीकृत किया जाये। वर्तमान में, विभाग द्वारा आवंटित मासिक खाद्यान्न का लगभग 90% हिस्सा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा ईपीओएस लेनदेन के माध्यम से वितरित किया जाता है।

2014 से 2021 के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा रद्द किये गए राशन कार्डों की राज्य और केंद्र शासित प्रदेश वार तथा वर्ष-वार संख्या दर्शाने वाला विवरण:

 

क्रम

राज्य/केंद्र शासित प्रदेश

2014

2015

2016

2017

2018

2019

2020

2021

कुल

1

आंध्र प्रदेश

5,45,987

1,29,202

4,75,023

5,449

15,209

12,762

24,523

13,128

12,21,283

2

अंडमान और निकोबार

-

37

7

6

47

421

431

-

949

3

अरुणाचल प्रदेश

1,059

115

4,396

56

-

-

-

-

5,626

4

असम

-

-

1,08,681

42,077

1,35,250

22,412

21,291

11,120

3,40,831

5

बिहार

21,712

16,401

6,291

-

2,18,051

3,92,713

99,404

-

7,54,572

6

चंडीगढ़

-

-

-

88

-

-

-

-

88

7

छत्तीसगढ

7,10,000

1,43,000

1,50,000

1,50,000

56,834

1,38,967

4,508

4,368

13,57,677

8

डीएनएच और दमन दीव

-

262

650

272

4,898

577

5,840

1,410

13,909

9

दिल्ली

-

38,496

22,696

3,969

2,56,987

381

518

-

3,23,047

10

गोवा

93

1,45,471

10,115

6,146

1,130

888

148

59

1,64,050

11

गुजरात

64,079

45,833

22,119

18,965

95,659

23,038

47,936

11,958

3,29,587

12

हरियाणा

22,903

43,515

19,648

29,686

2,91,926

-

-

-

4,07,678

13

हिमाचल प्रदेश

235

-

1,148

172

56,858

367

4,376

2,538

65,694

14

जम्मू और कश्मीर

640

3,325

50,709

664

3,428

13,869

13,224

कुछ नहीं

85,859

15

झारखंड

19

7,914

4,46,025

3,59,793

82,394

60,333

65,234

-

10,21,712

16

कर्नाटक

6,64,755

7,61,326

1,44,432

3,26,382

73,675

1,09,312

31,753

42,558

21,54,193

17

केरल

57

-

-

-

3,314

2,543

52,475

1,04,511

1,62,900

18

लद्दाख

अनुपलब्ध

अनुपलब्ध

अनुपलब्ध

अनुपलब्ध

अनुपलब्ध

कुछ नहीं

कुछ नहीं

614

614

19

लक्षद्वीप

76

872

442

-

5

6

7

33

1,441

20

मध्य प्रदेश

1,313

-

3,89,124

1,84,673

1,27,441

61,265

1,65,829

14,24,115

23,53,760

21

महाराष्ट्र

85,160

8,20,780

11,55,908

-

12,81,922

6,53,677

1,31,986

36,119

41,65,552

22

मणिपुर

-

-

-

336

-

-

45,321

15,541

61,198

23

मेघालय

-

-

-

-

2,568

10,525

16

-

13,109

24

मिजोरम

47

53

101

559

107

156

1,443

1,637

4,103

25

नगालैंड

3,247

-

-

8,521

7,723

18,552

7,304

-

45,347

26

ओडिशा

-

-

6,50,471

35,740

-

-

-

-

6,86,211

27

पुद्दुचेरी

10,629

56,121

9,886

3,290

3,533

2,093

1,881

1,731

89,164

28

पंजाब

93,267

-

-

69,945

34,972

94,031

1,79,837

3,305

4,75,357

29

राजस्थान

-

26,329

13,71,230

73,110

8,016

72,276

5,80,241

1,35,283

22,66,485

30

सिक्किम

-

-

11,714

1,126

3,377

5,622

6,981

-

28,820

31

तमिलनाडु

96,406

1,14,175

84,470

9,089

-

-

-

-

3,04,140

32

तेलंगाना

11,71,354

83,048

5,21,790

41,194

3,101

40,684

12,154

कुछ नहीं

18,73,325

33

त्रिपुरा

11,814

66,236

92,728

-

18,874

552

1,099

490

1,91,793

34

उत्तर प्रदेश

19,117

2,33,847

25,86,541

44,41,748

43,72,491

41,52,273

8,54,025

4,15,259

1,70,75,301

35

उत्तराखंड

-

1,11,367

89,984

3,18,718

1,26,268

-

-

-

6,46,337

36

पश्चिम बंगाल

16,77,311

21,84,152

-

-

88,593

1,00,151

59,666

-

41,09,873

 

कुल

52,01,280

50,31,877

84,26,329

61,31,774

73,74,651

59,90,446

24,19,451

22,25,777

4,28,01,585

 

(एमजी/एएम/एनके/वाईबी



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