रक्षा मंत्रालय
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका पर एससीओ वेबिनार को संबोधित करेंगे
Posted On:
13 OCT 2021 4:16PM by PIB Delhi
प्रमुख बातें:
- सीडीएस जनरल बिपिन रावत स्वागत भाषण देंगे
- 'कॉम्बैट ऑपरेशंस में महिलाओं की भूमिकाओं के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य' पर अयोजित सत्र आईडीएस (मेडिकल) की डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर की अध्यक्षता में होगा।
- पूर्व विदेश सचिव श्रीमती निरूपमा राव मेनन 'युद्धों में उभरते रुझानों और महिला योद्धाओं की संभावित भूमिकाओं' पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता करेंगी।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह दिनांक 14 अक्टूबर, 2021 को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) द्वारा आयोजित 'सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका' पर एक वेबिनार में उद्घाटन भाषण देंगे। अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार की मेजबानी रक्षा मंत्रालय द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस मोड में की जाती है।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत स्वागत भाषण देंगे। एससीओ सदस्य देशों के प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे जो नीति निर्माताओं और चिकित्सकों की जानकारी को समान रूप से समृद्ध करेंगे और उन्हें सूचित करेंगे।
वेबिनार दो सत्रों में आयोजित किया जाएगा। 'कॉम्बैट ऑपरेशंस में महिलाओं की भूमिकाओं के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य' पर पहले सत्र की अध्यक्षता डिप्टी चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (मेडिकल) लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर करेंगी। भारत के अलावा, चीन, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के वक्ता सत्र में अपने दृष्टिकोण को साझा करेंगे।
दूसरे सत्र की अध्यक्षता पूर्व विदेश सचिव श्रीमती निरुपमा राव मेनन करेंगी। सत्र का विषय है: 'युद्धों में उभरते रुझान और महिला योद्धाओं की संभावित भूमिकाएं'। पाकिस्तान, रूसी संघ, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के प्रतिनिधि इस विषय पर अपने विचार साझा करेंगे।
सम्मेलन की योजना मूल रूप से वर्ष 2020 में सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों की सशरीर उपस्थिति के साथ बनाई गई थी, हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण अब इसको वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है, क्योंकि महामारी के बावजूद एससीओ सदस्य देशों के बीच बातचीत महत्वपूर्ण बनी हुई है ।
समापन भाषण चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ द्वारा अध्यक्ष, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) एयर मार्शल बीआर कृष्णा को दिया जाएगा। वेबिनार में रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ नागरिक और सैन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
भारत सरकार ने महिलाओं को, सशस्त्र बलों में वह जो क्षमता लाती हैं, को देखते हुए भारतीय रक्षा बलों के गर्वित और आवश्यक सदस्यों के रूप में मान्यता दी है। तदनुसार पिछले सात वर्षों में, सरकार ने भारतीय रक्षा बलों में महिलाओं के लिए अधिक अवसर लाने के साथ-साथ महिलाओं और पुरुषों के लिए सेवा शर्तों में समानता पैदा करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। आज भारतीय रक्षा बलों के भीतर महिलाएं, चाहे वह भारतीय सेना हो, भारतीय नौसेना हो या भारतीय वायु सेना हो, बहुत सशक्त हैं।
एमजी/एएम/एबी/सीएस-
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