विद्युत मंत्रालय
765 केवी डबल-सर्किट (डी/सी) विंध्याचल-वाराणसी ट्रांसमिशन लाइन चालू
यह ट्रांसमिशन लाइन कॉरिडोर उत्तरी क्षेत्र और पश्चिमी क्षेत्र के बीच मजबूत संपर्क उपलब्ध कराएगा
राष्ट्रीय ग्रिड की अंतर-क्षेत्रीय बिजली हस्तांतरण क्षमता 4200 मेगावाट बढ़कर 110750 मेगावाट हो गई
Posted On:
25 AUG 2021 12:43PM by PIB Delhi
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने 765 किलो वोल्ट (केवी) डबल सर्किट (डी/सी) विंध्याचल-वाराणसी ट्रांसमिशन लाइन चालू कर दी है। पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पीवीटीएसएल ने निर्धारित लक्ष्य के अनुसार यह कार्य पूरा किया है।
यह ट्रांसमिशन लाइन कॉरिडोर उत्तरी क्षेत्र (एनआर) और पश्चिमी क्षेत्र (डब्ल्यूआर) के बीच एक मजबूत संपर्क उपलब्ध कराएगा और यह उत्तरी क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र में उद्योगों और घरों को विद्युत के विश्वसनीय प्रवाह में सक्षम बनाकर, समग्र सामाजिक और आर्थिक प्रणाली को लाभान्वित करेगा। इस लिंक के चालू होने से राष्ट्रीय ग्रिड की अंतर-क्षेत्रीय विद्युत हस्तांतरण क्षमता में 4200 मेगावाट की वृद्धि हुई है, जिससे देश में कुल क्षमता 110750 मेगावाट हो गई है।
190 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइन कठिन भौगोलिक क्षेत्रों से गुजरते हुए चार नदियों गंगा, गोपद, मेयर और सोन को पार करती है। इस ट्रांसमिशन लाइन का 92 किलोमीटर हिस्सा मध्य प्रदेश से और बाकी 98 किलोमीटर उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। इस परियोजना का पावरग्रिड द्वारा टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) के तहत अधिग्रहण किया गया है।
अभी हाल में, पावरग्रिड ने अपनी सहायक कंपनी, पावरग्रिड जवाहरपुर-फिरोजाबाद ट्रांसमिशन लिमिटेड के माध्यम से 2x660 मेगावाट जवाहरपुर थर्मल पावर प्रोजेक्ट से बिजली की निकासी के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम चालू की है और संबंधित ट्रांसमिशन लाइनों के साथ फिरोजाबाद में 400 केवी सब-स्टेशन का निर्माण किया है।
वर्तमान में पावरग्रिड में 172,154 सीकेएम ट्रांसमिशन लाइन, 262 सब-स्टेशन और 446,940 एमवीए से अधिक ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता है। नवीनतम तकनीकी उपकरणों और तकनीकों को अपनाने, स्वचालन और डिजिटल समाधानों के बढ़ते उपयोग के साथ, पावरग्रिड औसत ट्रांसमिशन सिस्टम उपलब्धता 99% बनाए रखने में सक्षम है।
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एमजी/एएम/आईपीएस/एचबी
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