सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय
नागपुर में हुए एक समारोह में नागपुर महा मेट्रो के सीताबर्दी-जीरो मिल-कस्तूरचंद पार्क रूट के नए भाग, फ्रीडम पार्क को राष्ट्र को समर्पित किया गया
महामेट्रो के जीरो मिल स्टेशन और फ्रीडम पार्क से नागपुर की शान में बढ़ोतरी होगी : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी
नागपुर मेट्रो परियोजना स्वच्छ के साथ ही टिकाऊ मॉडल बनने में सक्षम है : केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी
Posted On:
20 AUG 2021 5:00PM by PIB Delhi
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने विश्वास व्यक्त किया कि महामेट्रो द्वारा नागपुर में सीताबर्दी-जीरो मिल-कस्तूरचंद पार्क कॉरिडोर के साथ ही फ्रीडम पार्क की स्थापना से नागपुर की शान में और बढ़ोतरी होगी। आज शहर में महा मेट्रो नागपुर के 1.6 किलोमीटर लंबे सीताबर्दी-जीरो मिल-कस्तूरचंद पार्क रूट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “नागपुर में कई विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाए जा रहे हैं। हमारे देश में पहली एक टू-टियर मेट्रो की स्थापना की गई है।” महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा जीरो मिल प्वाइंट पर रूट का शुभारम्भ किया गया था। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ वर्चुअल माध्यम से इस रूट पर पहली मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
“जीरो मिल स्टेशन और कॉटन मार्केट को जोड़ने वाला अंडरपास बनेगा”
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बिना ट्रैफिक सिगनल की किसी बाधा के कॉटन मार्केट से जीरो मिल स्टेशन पहुंचने को एक अंडरपास के लिए सेंट्रल रोड फंड्स से कोष देने का वादा किया। उन्होंने यह भी कहा कि महामेट्रो ने नागपुर शहर में तेलंगखेड़ी लेक और फ्लाईओर के सौंदर्यीकरण में काफी सहायता की है। उन्होंने यह भी बताया कि मेट्रो फेज 2 के प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए केंद्रीय मंत्रिमंड को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा, “केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के साथ मिलकर नागपुर-मुंबई समृद्धि राजमार्ग का काम शुरू कर दिया है। राज्य सरकार के लिए आवश्यक धनराशि केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।”
गडकरी ने मुंबई में प्रस्तावित बैठक में मुंबई-ठाणे शहरों के विकास के लिए अतिरिक्त 1 लाख करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का भी वादा किया है।
नागपुर मेट्रो रेल परियोजना को 21 अगस्त, 2014 को स्वीकृति दी गई थी और उसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था। नागपुर में माई मेट्रो एक ग्रीन मेट्रो है; इसकी कुल ऊर्जा जरूरत में 65 प्रतिशत सौर ऊर्जा से मिलती है। यह अपने द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 100 प्रतिशत पानी रिसाइकिल करता है और यह बारिश के जल का संचयन भी करती है। सभी स्टेशनों पर बायो डायजेस्टर लगे हुए हैं। मेट्रो को अपना 60 प्रतिशत से ज्यादा राजस्व नॉन-फेयर-बॉक्स से मिलता है।
“नागपुर मेट्रो परियोजना दिसंबर, 2021 तक पूरी हो जाएगी”
वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय शहरी विकास और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह परियोजना एक स्वच्छ और टिकाऊ परियोजना बनने में सक्षम है, क्योंकि नागपुर मेट्रो हरित ऊर्जा का उपयोग करती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नागपुर मेट्रो परियोजना दिसंबर, 2021 तक पूरी हो जाएगी। कस्तूरचंद पार्क के डिजाइन में पारम्परिक राजपूत शैली की वास्तुकला का उपयोग किया गया है। कस्तूरचंद पार्क मेट्रो स्टेशन का द्वार और उसका वास्तु इसी तर्ज पर तैयार किया गया है। मेट्रो स्टेशन पर छतरियां, आर्क्स, राजपूत जालियां, नक्काशीदार स्तंभ जैसे राजपूत वास्तु कला के प्रतीकात्मक अंग दिखाए गए हैं। श्री पुरी ने कहा कि इससे शहर में अद्वितीय ढांचे तैयार हुए हैं।
विकास को कहीं भी बाधित नहीं होने देंगे : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भरोसा दिलाया कि विकास कार्य कहीं भी बाधित नहीं होंगे। मुख्यमंत्री ने मेट्रो परियोजना के एलीवेटेड रूट के निर्माण के दौरान इस रूट के अंतर्गत सौंदर्यीकरण पर ध्यान देने के साथ ही नागरिकों को कुछ सुविधाएं उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि विकास होना चाहिए, लेकिन हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि उनमें कोई खामी नहीं रहे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हम स्वतंत्रता के 75वें साल में जनता के लिए इतना अच्छा काम करेंगे कि वह अगले 75 साल तक बना रहेगा।
नागपुर के संरक्षक मंत्री और ऊर्जा मंत्री डॉ. नितिन राउत ने विश्वास व्यक्त किया कि यह मेट्रो सेवा यातायात के साथ ही छात्रों को परिवहन सुविधाएं उपबल्ध कराने के लिहाज से भी फायदेमंद होगी।
जीरो मिल का ऐतिहासिक महत्व
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “नागपुर की जीरो मिल एक ऐतिहासिक स्थल है और अंग्रेजों ने ग्रेट त्रिग्नोमेट्री सर्वे की शुरुआत वर्ष 1907 में जीरो मिल, नागपुर से ही की थी।”
1.6 किलोमीटर लंबी सीताबर्दी-कस्तूरचंद पार्क लाइन पर आज से परिचालन शुरू होगा, जिससे सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सुधार होगा और सबसे ज्यादा व्यस्त क्षेत्रों तक पहुंच में सुधार होगा। सड़क नागपुर में विधान भवन, भारतीय रिजर्व बैंक, केंद्रीय संग्रहालय, संविधान चौक और मॉरिस कॉलेज को जोड़ती है। नागपुर में वास्तुकला का एक नमूना जीरो मिल फ्रीडम पार्क मेट्रो स्टेशन देश में अपनी तरह का अनूठा, एक 20 मंजिला इमारत का आलीशान हिस्सा होगा, जिसमें चौथी मंजिल पर मेट्रो ट्रेन का परिवहन होगा।
देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आज जीरो मिल स्टेशन के पास 40,000 वर्ग फुट के फ्रीडम पार्क का भी उद्घाटन हुआ। स्टेशन को अब जीरो मिल फ्रीडम पार्क स्टेशन कहा जाता है। यहां पब्लिक प्लाजा और हिस्ट्री वाल की तरह विशेष परिकल्पनाएं भी हैं। यहां पर नागपुर के लोगों के देखने के लिए युद्ध में इस्तेमाल हुए टी-55 टैंक भी रखा गया है। फ्रीडम पार्क के भीतर बायीं तरफ एक एम्फीथिएटर है। हिस्ट्री वाल यहां शहीद स्मारक तक फैली हुई है।
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