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कोविड-19 पर पीआईबी बुलेटिन
Posted On:
30 JUL 2021 7:57PM by PIB Delhi
- टीकाकरण के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत अब तक 45.60 करोड़ टीके की खुराक लग चुकी हैं
- अब तक पूरे देश में कुल 3,07,43,972 मरीज स्वस्थ हुए हैं
- रिकवरी दर बढ़कर 97.38 प्रतिशत हुआ
- पिछले 24 घंटे में 42,360 मरीज ठीक हुए हैं
- पिछले 24 घंटे में भारत में 44,230 नए मामले सामने आए हैं
- भारत में सक्रिय मामले वर्तमान में 4,05,155 हैं
- सक्रिय मामले कुल मामलों का 1.28% हैं
- साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 5% से नीचे बनी हुई है, वर्तमान में 2.43 % है
- दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.44 %, लगातार 5 % से कम बनी हुई है।
- जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई-कुल 46.46 करोड़ नमूनों की जांच की गई है।
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#Unite2FightCorona#IndiaFightsCorona
पत्र सूचना कार्यालय
सूचना और प्रसारण मंत्रालय
भारत सरकार
COVID-19 Update
- अब तक 45.60 करोड़ टीके की खुराक लग चुकी हैं
- पिछले 24 घंटे में 51 लाख से ज्यादा टीके की खुराक लगी है
- रिकवरी दर बढ़कर 97.38 प्रतिशत हुआ
- पिछले 24 घंटे में भारत में 44,230 नए मामले सामने आए हैं
- भारत में सक्रिय मामले वर्तमान में 4,05,155 हैं।
- दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.44%, लगातार 53वें दिन भी 5% से कम बनी हुई है।
भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज कल 45.60 करोड़ से अधिक हो गया। आज सुबह 8 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार, कुल मिलाकर, वैक्सीन की 45,60,33,754 खुराक 54,50,378 सत्रों में दी जा चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में 51,83,180 टीके की खुराक दी गई। इसमें शामिल है:
स्वास्थ्यकर्मी
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पहली खुराक
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1,02,98,871
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दूसरी खुराक
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77,94,788
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अंग्रिम पंक्ति के कर्मी
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पहली खुराक
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1,79,23,328
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दूसरी खुराक
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1,11,57,062
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18-44 आयुवर्ग के कर्मी
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पहली खुराक
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14,95,34,704
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दूसरी खुराक
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76,78,805
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45-59 आयुव्रग के लाभार्थी
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पहली खुराक
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10,37,58,165
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दूसरी खुराक
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3,75,98,059
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60 वर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थी
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पहली खुराक
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7,46,25,671
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दूसरी खुराक
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3,56,64,301
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Total
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45,60,33,754
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केंद्र सरकार पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार तेज करने और दायरा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड-19 टीके की व्यापक उपलब्धता से जुड़ा नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू हुआ है। टीकाकरण अभियान के जरिये ज्यादा टीकों की उपलब्धता के साथ, राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को टीकाकरण उपलब्धता की अग्रिम जानकारी देकर तेज किया गया है ताकि टीकों को लेकर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश बेहतर योजना बना सकें और टीकों की आपूर्ति श्रृंखला सुव्यवस्थित की जा सके।
महामारी की शुरुआत के बाद से संक्रमित लोगों में से 3,07,43,972 लोग पहले ही कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं और पिछले 24 घंटों में 42,360 मरीज ठीक हो चुके हैं। कुल मिलाकर रिकवरी दर 97.38% हो चकी है।
भारत में पिछले 24 घंटों में 44,230 मामले सामने आए हैं। लगातार तैंतीस दिनों से 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। यह केंद्र और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के निरंतर और सहयोगात्मक प्रयासों का परिणाम है।
भारत में सक्रिय मामले वर्तमान में 4,05,155 हैं और कुल सक्रिय मामले 1.28% हैं।
देश भर में परीक्षण क्षमता में काफी वृद्धि के साथ देश में पिछले 24 घंटों में कुल 18,16,277 टेस्ट किए गए। कुल मिलाकर, भारत में अब तक 46 करोड़ (46,46,50,723) से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए हैं।
जहां एक तरफ देश भर में टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाया गया है, वहीं साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर फिलहाल 2.43% है और दैनिक पॉजिटिविटी दर आज 2.44% है। लगातार 53 दिनों से डेली पॉजिटिव मामलों की दर 5% से नीचे बनी हुई है।
विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें: https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1740584
कोविड-19 पर नवीनतम जानकारी
राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को टीके की 48.03 करोड़ से अधिक खुराक प्रदान की गईं
राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अब भी टीके की 2.92 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध हैं, जिनका अभी इस्तेमाल किया जाना है
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत भारत सरकार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड टीके उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रही है। सबको टीका उपलब्ध कराने से जुड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान के नए चरण के तहत केंद्र सरकार देश में टीका विनिर्माताओं द्वारा उत्पादित 75 प्रतिशत टीके खरीदेगी और उनकी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को (नि:शुल्क) आपूर्ति करेगी।
टीके की खुराक
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(30 जुलाई 2021)
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आपूर्ति
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48,03,97,080
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प्रक्रिया प्रगति में
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71,16,720
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खपत
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45,27,93,441
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शेष खुराक उपलब्ध
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2,92,65,015
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भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड टीके की 48.03 करोड़ से अधिक खुराक (48,03,97,080) सभी स्रोतों के माध्यम से प्रदान की है। इसके अलावा टीके की 71,16,720 खुराक प्रक्रियारत हैं।
आज सुबह आठ बजे उपलब्ध आंकड़े के अनुसार इनमें बर्बाद सहित कुल 45,27,93,441 खुराक की खपत हुई है। राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अब भी टीके की 2.92 करोड़ से अधिक (2,92,65,015) खुराक उपलब्ध हैं जो बची हुई हैं, जिनका अभी इस्तेमाल किया जाना है।
विस्तार से यहां पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1740610
कोविड-19 टीकाकरण- मिथक बनाम तथ्य
केंद्र सरकार राज्यों को उनके कोविड-19 टीकाकरण की कवरेज और टीकाकरण की गति के विस्तार में सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है
टीकाकरण के लिए उत्तर प्रदेश के 'क्लस्टर दृष्टिकोण' और महिलाओं के लिए विशेष 'गुलाबी बूथ' बनाने से वहां टीकाकरण कवरेज बढ़ा है
बिहार में लगातार बढ़ रहा है टीकाकरण का दायरा
अभी हाल में ही सामने आई कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में उत्तर प्रदेश और बिहार में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की गति धीमी होने के आरोप लगाए गए हैं और यह कहा गया है कि दोनों राज्यों को अपनी आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण करने में तीन साल लगेंगे।
इस संबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि ऐसी समाचार रिपोर्टें गलत और भ्रामक हैं क्योंकि इनमें टीकाकरण की दर को कम दिखाने के लिए पहले तो कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत वाली औसत दैनिक टीकाकरण दर का उपयोग किया गया है और फिर इस संख्या का उपयोग यह दावा करने के लिए किया गया है कि इस हिसाब से इन राज्यों को अपने नागरिकों के लिए टीकाकरण अभियान को पूरा करने में कई साल लग जाएंगे।
इसके अलावा एक ऐसी औसत का उपयोग करना जो दुनिया भर में (भारत सहित) टीकों की अत्यधिक कम उपलब्धता के दौरान रहा था और फिर बाद में अब जब टीके की आपूर्ति बहुत अधिक होने की उम्मीद हो चली है तब वर्तमान आंकड़ों के साथ इसकी तुलना करके कम दर को अपने अनुमान के हिसाब से दिखाने (एक्सट्रपलेशन करना) से टीके के बारे में झिझक पैदा कर सकता है जो कि टीकाकरण के दौरान एक वैश्विक मुद्दा भी है।
इसके विपरीत देश भर में वैक्सीन की उपलब्धता और टीकाकरण दर में लगातार सुधार हो रहा है। साथ ही यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है तथा 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की जनसंख्या 19.95 करोड़ से अधिक है। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या ब्राजील, रूस, पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित कई देशों से अधिक है।
विस्तार से यहां पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1740844
बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन के विकास में तेजी लायें: उप राष्ट्रपति का वैज्ञानिक समुदाय से आग्रह
- कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान को अखिल भारतीय 'जन आंदोलन' बनाना चाहिये: उप राष्ट्रपति
- उप राष्ट्रपति ने लोगों से टीका लगवाने की अपील की; कहा कि टीके को लेकर हिचकिचाहट के लिए कोई जगह नहीं है
- उप राष्ट्रपति ने मीडिया से टीकाकरण के लाभों के बारे में जनता को शिक्षित करने का आग्रह किया
- उप राष्ट्रपति ने टीके की आपूर्ति बढ़ाने और सभी लोगों को टीका लगाने की आवश्यकता पर बल दिया
- उप राष्ट्रपति ने लोगों को कोविड-19 मामलों में अस्थायी गिरावट आने पर असावधान होने के प्रति आगाह किया
- उप राष्ट्रपति ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और उन्हें मानने वालों को कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की सलाह दी
- उप राष्ट्रपति ने भारत बायोटेक का दौरा किया और बेहद कम समय सीमा में एक प्रभावी टीका विकसित करने के लिए उसके वैज्ञानिकों की सराहना की
- उप राष्ट्रपति, श्री एम वेंकैया नायडू ने आज वैज्ञानिक समुदाय से बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन के विकास में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों को वायरस से बचाने को प्राथमिकता दी जानी चाहिये।
- श्री नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान एक अखिल भारतीय 'जन आंदोलन' बनना चाहिये और लोगों से अपील की कि वे टीके की आवश्यक खुराक लेकर खुद को प्रतिरक्षित करें।
- हैदराबाद के जीनोम वैली में भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के संयंत्र का दौरा करने के बाद वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "टीकाकरण में हिचकिचाहट के लिए कोई जगह नहीं है"। सभी से टीकाकरण कराने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा, "अपनी और अपने आसपास के लोगों की सुरक्षा के लिए इससे अधिक प्रभावी तरीका और कोई नहीं है।"
विस्तार से पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1740984
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एनसीडीसी के 112वें वार्षिक दिवस के अवसर पर एएमआर और नई बीएसएल 3 प्रयोगशाला के लिए संपूर्ण जीनोम सिक्वेंसिंग नेशनल रिफरेंस लेबोरेटरी का डिजिटल माध्यम के जरिए उद्घाटन किया
हाल ही में कोविड-19 महामारी ने जूनोटिक बीमारियों पर सतर्कता व जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। इसके अनुरूप, एनसीडीसी में जूनोटिक रोग कार्यक्रम के प्रभाग ने "जूनोस की रोकथाम व नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय एक स्वास्थ्य कार्यक्रम" के तहत 7 प्राथमिकता वाले जूनोटिक बीमारियों पर आईईसी सामग्री (प्रिंट, ऑडियो और वीडियो) तैयार की है। भारत में इन बीमारियों में रेबीज, स्क्रब टाइफस, ब्रुसेलोसिस, एंथ्रेक्स, सीसीएचएफ, निपाह और क्यासानूर फॉरेस्ट डिजीज हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य मंत्री (एचएफडब्ल्यू) के साथ आज इनका अनावरण किया।
विस्तार से पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1740682
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 संबंधी संकट के संचार पर पांच दक्षिण भारतीय राज्यों के पीआईबी, बीओसी, डीडी, ऑल इंडिया रेडियो और एनएचएम के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन वर्कशॉप आयोजित की
कोविड उपयुक्त व्यवहार, टीकाकरण प्रोत्साहन और सकारात्मक जमीनी कहानियों को उभारने वाले संदेशों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया
आज स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) ने यूनिसेफ के सहयोग से पांच दक्षिण भारतीय राज्यों केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी), ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (बीओसी), दूरदर्शन (डीडी), दूरदर्शन समाचार, ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर), एआईआर समाचार और राज्यों के टीकाकरण अधिकारियों व राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) अधिकारियों के साथ कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) और टीकाकरण प्रोत्साहित करने के लिए संदेशों को सुदृढ़ बनाने पर एक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया।
विस्तार से पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1740974
2.27 लाख गर्भवती महिलाओं को एक महीने से भी कम समय में कोविड-19 के टीके लगे
एनटीएजीआई की सिफारिशों के बाद 2 जुलाई से गर्भवती महिलाएं कोविड-19 टीकाकरण के लिए योग्य हो गईं
गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के संबंध में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है
एक महत्वपूर्ण विकास क्रम में, 2.27 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं को चल रहे राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। इसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और चिकित्सा अधिकारियों द्वारा गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 संक्रमण के जोखिम और टीकाकरण के लाभों के बारे में नियमित परामर्श के परिणामस्वरूप देखा जा सकता है। इस निरंतर अभियान ने गर्भवती महिलाओं को कोविड टीकाकरण के लिए आकर्षित किया है।
विस्तार से पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1740788
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