नीति आयोग

देशभर में टेक स्टार्ट-अप्स में तेजी लाने के प्रमुख कदम के रूप में अटल इनोवेशन मिशन ने 'एआईएम-आईएलईएपी' के पहले फिनटेक समूह सम्मेलन का आयोजन किया

Posted On: 30 JUN 2021 8:04PM by PIB Delhi

देशभर में टेक स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने के एक बड़े कदम के तौर पर, अटल नवप्रवर्तन (इनोवेशन) मिशन ने बुधवार को एआईएम-आईएलईएपी के पहले फिनटेक समूह सम्मेलनका समापन किया। यह उद्योग, बाजारों और निवेशकों तक जरूरी पहुंच के साथ टेक स्टार्ट-अप्स को सहयोग करने की पहल है।

फिनटेक सम्मेलन को विषय संबंधी वर्चुअल डेमो डेज की एक श्रृंखला के माध्यम से किया गया। एआईएम-आईएलईएपी (उद्यमिता संबंधी तेजी और लाभ के लिए अभिनव नेतृत्व) पहल के हिस्से के रूप में स्टार्टअप रिसो और वीजा के साथ साझेदारी में यह आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत 14 से 17 जून 2021 तक 'फिनटेक' स्टार्ट-अप्स (एआईएम के सहयोग वाले कई फिनटेक स्टार्ट-अप्स में से कुछ चुने हुए) के लिए चार दिवसीय बूटकैंप के उद्घाटन के साथ हुई।

फिन-टेक सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से स्टार्ट-अप्स शामिल थे जैसे- भुगतान, अंतरराष्ट्रीय धन हस्तांतरण, पर्सनल फाइनेंस, कंज्यूमर बैंकिंग, बीमा, नियो बैंक आदि। बूटकैंप में उनके प्रयासों को सही दिशा में लगाने, अपनी जीटीएम रणनीति पर काम करने, फिनटेक ईको सिस्‍टम के बारे में अधिक समझने, क्षेत्र के विशेषज्ञों से सवाल पूछने आदि का अवसर मिला।

सघन चर्चा सत्र से गुजरने के बाद, स्टार्ट-अप्स ने 30 जून 2021 को वर्चुअल डेमो डे के माध्यम से बाजार और फंडिंग के लिए निवेशकों तक पहुंच के लिए विभिन्न उद्यमों के लिए अपने समाधान प्रदर्शित किए। डेमो डे पर बड़ी संख्या में कॉरपोरेट्स और निवेशकों ने हिस्सा लिया। फिनटेक की दिग्गज कंपनियों जैसे वीजा, पेटीएम आदि के साथ-साथ बड़े निवेशक भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

एआईएम के मिशन के अनुसार, एआईएम-आईएलईएपी बूटकैंप और डेमो डे देश में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए जाने वाली पहलों में से पहला है, अभी आगे और हैं। भविष्य में ऐसे आयोजन को विभिन्न क्षेत्रों जैसे एग्री-टेक, डिफेंस टेक, स्मार्ट मोबिलिटी, एआई आदि पर केंद्रित किया जाएगा।

आज वर्चुअल इवेंट में बोलते हुए मिशन निदेशक एआईएम, नीति आयोग डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा कि एआईएम का मुख्य उद्देश्य भारत के स्टार्ट-अप और इनोवेशन ईकोसिस्टम को आगे बढ़ाना है और एआईएम-आईएलईएपी कार्यक्रम उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उन्होंने जोर देकर कहा, 'यह स्टार्ट-अप, उद्यमों, निवेशकों और फाइनेंसरों को एक साथ लाने और साझेदारी बनाने के लिए एक व्यवस्थित और सरल अप्रोच सामने रखता है जो इन स्टार्ट-अप्स को और क्षमता बढ़ाने और टिकाऊ समाधान प्राप्त करने में मदद करेगा।'

उन्होंने आगे कहा कि इससे सभी हितधारकों के बीच भरोसा और आत्मविश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी, जो एक जीवंत स्टार्ट-अप और नवाचार ईको सिस्‍टम का महत्वपूर्ण घटक है। फिनटेक समुदाय एक ऐसा ईको सिस्‍टमबनाने की दिशा में अग्रसर है जहां हर कोई जीतता है, ऐसे प्लेटफॉर्म लक्ष्य तक पहुंचने की दिशा में अभियान को उत्प्रेरित करते हैं। भारतीय नवाचार ईको सिस्‍टमके विजन को हकीकत में बदलना एआईएम का मुख्य उद्देश्य है, जो स्थायी रूप से ऑटो-पायलट मोड पर चलता है।

एआईएम के साथ साझेदारी में, स्टार्टअप रिसो का लक्ष्य कार्यक्रम के दौरान 12 विषयगत बूटकैंप और वर्चुअल डेमो डेज की एक श्रृंखला के लिए 80-100 कॉरपोरेट्स की भागीदारी को आकर्षित करना है।

इसने कंपनियों को नए नियम बनाने के लिए वातावरण प्रदान करने को एक व्यवस्थित और उद्देश्यपूर्ण मॉडल विकसित किया है, जो नए विचारों को पहचानने और बिजनस के मूल में रखने के साथ-साथ एक स्थान भी सुनिश्चित करता है जहां संगठन के समर्थन के बाद भी विघटनकारी विचारों को उससे सुरक्षित रखा जा सके।

स्टार्टअप रिसो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय रामसुब्रमण्यम ने वर्चुअल इवेंट के दौरान कहा, 'हम दृढ़ता से यह मानते हैं कि स्टार्ट-अप्स के फलने-फूलने के सफल मॉडल के लिए बड़े पैमाने पर उद्योग की भागीदारी की आवश्यकता होती है। अटल इनोवेशन मिशन इनक्यूबेटरों और नवाचार व उद्यमिता का सहयोग करने वाले बुनियादी ढांचे को सक्षम बनाता है।'

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप रिसो मेंटरों, उद्यम कनेक्शनों और निवेशकों का एक मजबूत वैश्विक नेटवर्क तैयार करता है, जिसका अटल इनक्यूबेशन सेंटर्स के तहत समर्थित इन स्टार्ट-अप्स द्वारा लाभ उठाया जा सकता है। एआईएम-आईएलईएपी के माध्यम से, एआईएम बूटकैंप और डेमो डेज की श्रृंखला के जरिए भारत में अगली पीढ़ी के स्टार्ट-अप्स को खड़ा करना चाहता है, जिनसे नई राहें खुलेंगी।

एआईएम ने इंडस्ट्री पार्टनर के तौर पर वीजा को भी साथ लिया है जो वैश्विक स्तर पर उद्यमिता को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है। डिजिटल भुगतान कंपनी अपने एपीआई और सेवाओं को स्टार्ट-अप्स तक पहुंचाएगी। वे डिजिटल भुगतान के लिए बी2बी और बी2सी स्टार्ट-अप्स को अपना प्लेटफॉर्म भी मुहैया कराएंगे।

साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए अरविंद रोंटा (प्रमुख- उत्पाद, भारत और दक्षिण एशिया, वीजा) ने कहा, 'चाहे हमारे एपीआई उनके लिए खोलना हो या वीजा एवरीवेयर पहल, जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से वीजा हमेशा से दुनियाभर और भारत में फिनटेक के लिए एक विश्वसनीय साझीदार रहा है। अब हम एआईएम-आईएलईएपी कार्यक्रम के लिए एआईएम के साथ सहयोग करने और पूरे भारत में टेक स्टार्ट-अप्स के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित हैं। इस साझेदारी के माध्यम से, हम उम्मीद करते हैं कि भारत के नवोन्मेषी स्टार्ट-अप ईको सिस्‍टम के लिए तेजी से बाजार में सुरक्षित, व्यापक समाधान के अवसर उपलब्ध होंगे।'

इस बीच, डेमो डे की शुरुआत एक अनुभवी फिनटेक एक्सपर्ट, नियो-बैंकिंग स्टार्ट-अप ज्यूपिटर और साइट्रस पे के संस्थापक जितेंद्र गुप्ता द्वारा फिनटेक प्लेयर्स के लिए ग्राहक अनुभवों को बढ़ाने पर भाषण के साथ हुई।

इसके बाद 'फिन-टेक सेक्टर में कॉरपोरेट्स और स्टार्ट-अप्स के लिए नवाचार सुविधा' पर एक पैनल चर्चा हुई।

इस दौरान कुछ प्रमुख और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिन-टेक दिग्गजों की अध्यक्षता में दिलचस्प और व्यावहारिक चर्चा हुई जिसमें वीजा के भारत और दक्षिण एशिया के हेड डिजिटल प्रमोद मुलानी, बार्कलेज में ओपन इनोवेशन के प्रमुख लिंसी थेराटिल, अटल इनोवेशन मिशन के मिशन निदेशक डॉ. चिंतन वैष्णव और स्टार्टअप रिसो के संस्थापक और सीईओ अजय रामसुब्रमण्यम शामिल थे।

निवेशकों और उद्यमों के लिए 8 एआईएम समर्थित फिनटेक स्टार्ट-अप द्वारा एक सत्र भी आयोजित किया गया। डेमो डे का समापन स्टार्ट-अप्स और निवेशक/उद्यमों के बीच नेटवर्किंग सेशन के साथ हुआ। डेमो डे में फिन-टेक उद्यम और निवेशक ईको सिस्‍टममें से कुछ प्रमुख नाम भी शामिल हुए जिसमें फिनटेक दिग्गज जैसे वीजा, पेटीएम आदि शामिल हैं।

जिन स्टार्ट-अप्स को प्रदर्शित किया गया उनमें फिनओएस, विलपे, कुटुम्ब, मुद्रासर्कल, अर्नहैंस (एमकिक्स प्राइवेट लिमिटेड), योटॉल, स्‍ट्रैफॉक्स कंसल्टिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और फिनारा टेक्नॉलोजीज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

एआईएम-आईएलईएपी कार्यक्रम का उद्देश्य कार्यों की विस्तृत श्रृंखला में प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप को आमंत्रित करना है और उन्हें बाजार तक पहुंच और उद्योग भागीदारी में सक्षम बनाने के लिए कॉरपोरेट नेतृत्व और नवाचार टीम के सामने अपना समाधान प्रस्तुत करना है। दूसरी तरफ, इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्तिगत और संस्थागत निवेशक एआईएम समर्थित स्टार्ट-अप के व्यवस्थित सेट में निवेश करने पर विचार करेंगे।

देश में नवाचार और उद्यमिता के एक शीर्ष निकाय के रूप में कार्य करते हुए, 65+ बिजनेस इनक्यूबेटरों, 24 एसीआईसी, 15 एआरआईएसई-एएनआईसी और 7200+ एटीएल से ज्यादा के अपने सदस्य बेस के माध्यम से एआईएम की पूरे भारत में 2000+ से अधिक टेक स्टार्ट-अप तक पहुंच है।

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