उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय
वर्तमान रबी विपणन सत्र 2021-22 के दौरान 81,196 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चतम एमएसपी मूल्य के साथ गेहूं खरीदा गया
1,50,990.91 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य भुगतान के साथ धान खरीदने का कार्य पूरा हुआ
गेहूं की खरीद पिछले वर्ष की कुल खरीद की तुलना में 5.44 प्रतिशत अधिक हुई है
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव ने पीएमजीकेएवाई-III और ओएनओआरसी की प्रगति तथा खाद्यान्न की खरीद के बारे में मीडिया को जानकारी दी
Posted On:
03 JUN 2021 6:11PM by PIB Delhi
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग-डीएफपीडी के सचिव श्री सुधांशु पांडे ने आज मीडियाकर्मियों को पीएमजीकेएवाई-III के तहत खाद्यान्न वितरण की प्रगति, खाद्यान्न खरीद और एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना के बारे में जानकारी दी।
अपने उद्घाटन भाषण में डीएफपीडी सचिव ने बताया कि, गेहूं की खरीद वर्तमान रबी विपणन सत्र आरएमएस 2021-22 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली तथा जम्मू और कश्मीर राज्यों में सुचारु रूप से जारी है। उन्होंने कहा कि, 02.06.2021 तक 411.12 लाख मीट्रिक टन गेहूं क्रय किया गया है, जबकि पिछले साल की इसी समान अवधि में 389.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था। श्री सुधांशु पांडे ने बताया कि, लगभग 44.43 लाख किसान मौजूदा रबी विपणन सत्र में एमएसपी मूल्यों पर हुए खरीद कार्यों से लाभान्वित हो चुके हैं और किसानों से 81,196.20 करोड़ रुपये की खरीद की गई है, जिसमें से 76,055.71 करोड़ रुपये की राशि पहले ही देश भर के किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है। पंजाब में लगभग 26,103.89 करोड़ रुपये और हरियाणा में करीब 16,706.33 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किए जा चुके हैं।
यह बताना महत्वपूर्ण है कि, 02 जून, 2021 तक 411.12 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की कुल खरीद में पंजाब का प्रमुख योगदान- 132.27 लाख मीट्रिक टन (32.17%), हरियाणा का- 84.93 लाख मीट्रिक टन (20.65%) और मध्य प्रदेश से-128.08 लाख मीट्रिक टन (31.15%) का योगदान रहा है।

इस वर्ष सार्वजनिक खरीद के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जब हरियाणा और पंजाब ने भी एमएसपी का अप्रत्यक्ष भुगतान करने के स्थान पर सभी खरीद एजेंसियों द्वारा किसानों के बैंक खाते में सीधे ऑनलाइन हस्तांतरण के लिए भारत सरकार के निर्देश के अनुसार डिजिटल माध्यम को अपना लिया है। जिससे किसानों को बिना किसी देरी और कटौती के "एक राष्ट्र, एक एमएसपी, एक डीबीटी" के तहत अपनी गेहूं की फसल की बिक्री का प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हुआ है।
श्री पाण्डेय ने बताया कि, वर्तमान खरीफ 2020-21 में धान की खरीद इसकी बिक्री वाले राज्यों में सुचारू रूप से जारी है। 02.06.2021 तक 799.74 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान क्रय किया जा चुका है (इसमें खरीफ फसल का 706.69 लाख मीट्रिक टन और रबी फसल का 93.05 लाख मीट्रिक टन धान शामिल है), जबकि पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में 728.49 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था। मौजूदा खरीफ विपणन सत्र में लगभग 118.60 लाख किसानों को पहले ही एमएसपी मूल्य पर 1,50,990.91 करोड़ रुपये के खरीद कार्य से लाभान्वित किया जा चुका है। जिसमें से एमएसपी की 1,38,330.12 करोड़ रुपये की राशि 02.06.2021 तक सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की गई है।
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