कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय

खरीफ 2021 मौसम के लिए इंटरफ़ेस बैठक


पोषण सुरक्षा का खाद्य सुरक्षा के साथ समाधान किया जाएगा

कृषि में अनुसंधान विस्तार इंटरफेस सर्वोपरि हैं - कृषि सचिव

Posted On: 20 APR 2021 5:45PM by PIB Delhi

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग (डीएसी एंड एफडब्ल्यू) ने 20 अप्रैल, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये खरीफ 2021 के लिए आईसीएआर के साथ संयुक्‍त बैठक आयोजित की। कृषि विभाग, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग (डीएसी एंड एफडब्ल्यू) के डिवीजनों ने आईसीएआर में अपने सहयोगियों के साथ विचार-विमर्श में खरीफ और रबी मौसम से पहले सालाना दो बार आयोजित होने वाले पूर्व-मौसमी इंटरफेस के लिए शोध के मुद्दों पर समूह की सिफारिशों को प्रतिपादित किया। इन समूह की अनुशंसाओं के बारे में डीएसी और एफडब्‍ल्‍यू-आईसीएआरइंटरफ़ेस के संयुक्त पूर्ण सत्र में विस्तार से चर्चा की गई।

प्रयास प्रमुख मुद्दों - कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास के दृष्टिकोण और आने वाले खरीफ मौसम में उन मुद्दों को हल करने के लिए संयुक्त रणनीति विकसित  करने को समझने के लिए है।  जिन मुद्दों पर राज्यों द्वारा कार्रवाई को न्‍यायसंगत ठहराया जाता है उन्‍हें कृषि पर राष्ट्रीय सम्मेलन में हरी झंडी दिखाई जाती है और उनके कार्यान्वयन में किसी भी अंतर से बचने के लिए संबंधित सत्रों में राज्यों के साथ बारीकी से चर्चा की जाती है।

आज, खरीफ पूर्व इंटरफ़ेस कार्यशाला में, डीएसी और एफडब्ल्यूएसयूच डिवीजनों में जैसे फसलें, बीज, बागवानी, पौध संरक्षण, मशीनीकरण और प्रौद्योगिकी, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और वर्षा आधारित खेती प्रणाली और विस्तार के रूप में, उभरते हुए और पहचाने गए मुद्दों के जवाब में समूह की सिफारिशें तैयार की गई जो खरीफ मौसम 2021 के लिए आईसीएआर के साथ विचार-विमर्श पर आधारित थी। विचार-विमर्श की अगुवाई और मार्गदर्शन सचिव (कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण) और सचिव डीएआरई-महानिदेशक (आईसीएआर) द्वारा किया गया। महानिदेशक (आईसीएआर) ने दोनों विभागों के प्रमुख मुद्दों को हल करने के लिए इंटरफेस के आयोजन में डीएसी और एफडब्ल्यू और आईसीएआर के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान वर्ष को फलों और सब्जियों के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और केवीके सहित हमारे अनुसंधान और विस्तार प्रणाली को चालू वर्ष के दौरान सम्मेलनों में उपलब्धियों का प्रदर्शन करना चाहिए।

सचिव (डीएसी एंड एफडब्ल्यू) श्री संजय अग्रवाल ने अपने समापन भाषण में जैव-आरक्षित किस्मों की खेती के साथ फसलों की उपयुक्त कीट और रोग प्रतिरोधी किस्मों का उपयोग करके खेती की लागत को कम करने पर जोर दिया; खरीफ फसलों विशेषकर दालों और तिलहन की उत्पादकता में वृद्धि; वैरिएटल मिसमैच को कम करना, विशेष रूप से कीटनाशकों के प्रयोग में कृषि में ड्रोन का उपयोग, मशीनीकरण तकनीकों का पर्याप्त उपयोग; मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन प्रथाओं; कृषि और बागवानी फसलों में उत्पादन और उत्पादकता में सुधार के लिए आक्रामक कीटों का प्रबंधन, आदि। खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ पोषण सुरक्षा के मुद्दे के समाधान के लिए, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के माध्यम से दालों सहित खाद्यान्‍नों की बायोफोर्टिफाइड किस्‍मों को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है, अब कृषि मंत्रालय ने राष्ट्रीय खाद्य और पोषण सुरक्षा मिशन के लिए नाम बदलने का फैसला किया है। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष मनाने के लिए कृषि मंत्रालय द्वारा उठाए गए आवश्यक कदमों की भी जानकारी दी गई और अपेक्षित समाभिरूपता तौर-तरीकों का भी उल्लेख किया गया। उन्होंने उल्लेख किया कि कृषि क्षेत्र में लगातार प्रभावी अनुसंधान-विस्तार में  इंटरफेस का अत्यधिक महत्व है। उन्होंने कहा कि जानकारी को बेहतर तरीके से देने, बीजों की नई किस्‍मों, पूर्व में तय की गई बीज रोलिंग योजना, पोषक तत्व प्रबंधन, कीट प्रबंधन और आधुनिक मशीनरी के बेहतर उत्पादन के माध्यम से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए अपने एक्शन प्लांट को और अधिक रणनीतिक बनाने के लिए वर्तमान मुद्दों का समाधान राज्‍यों को प्रदान किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि खरीफ फसल -2021 पर एक राष्ट्रीय वर्चुअल सम्मेलन डीएसीएफडब्‍ल्‍यू द्वारा 30 अप्रैल, 2021 को आयोजित किया जा रहा है, ताकि खाद्यान्न उत्पादन के लक्ष्यों को प्राप्त करने और हाल में आईएमडी द्वारा पूर्वानुमानित अनुकूल मानसून का पूरा लाभ लेने के लिए सभी राज्यों के अपर सचिवों, कृषि और बागवानी के प्रधान सचिवों के साथ बुवाई के खरीफ मौसम की योजना पर चर्चा की जा सके।

 

******

एमजी/एएम/केपी


(Release ID: 1713066) Visitor Counter : 231


Read this release in: Marathi , English , Urdu , Punjabi