श्रम और रोजगार मंत्रालय

ईपीएफओ ने जनवरी, 2021 के महीने में 13.36 लाख निवल ग्राहक जोड़े


चालू वित्त वर्ष के दौरान जनवरी महीने तक 62.49 लाख ग्राहक जुड़े: पेरोल डेटा

Posted On: 20 MAR 2021 5:49PM by PIB Delhi

20 मार्च, 2021 को प्रकाशित ईपीएफओ का वेतन भुगतान से संबंधित अनंतिम आंकड़ा (प्रोविजनल पेरोल डेटा) जनवरी, 2021 के दौरान 13.36 लाख निवल ग्राहकों को जोड़ने के साथ अपने ग्राहक आधार में बढ़ोतरी की प्रवृत्ति पर प्रकाश डालता है। कोविड -19 महामारी के बावजूद, ईपीएफओ ​​ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान लगभग 62.49 लाख ग्राहक जोड़े।

यह आंकड़ा दिसंबर, 2020 की तुलना में जनवरी, 2021 के महीने में 24% की वृद्धि को दर्शाता है। वेतन भुगतान से संबंधित आंकड़ों (पेरोल डेटा) का वर्ष-दर-वर्ष तुलनात्मक अध्ययन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में निवल ग्राहकों की संख्या में 27.79% की वृद्धि को इंगित करता है, जोकि ईपीएफओ के ग्राहकों में बढ़ोतरी के कोविड – पूर्व के स्तर की वापसी का संकेत देता है। ईपीएफओ के पेरोल से संबंधित संख्या में वृद्धि की प्रवृत्ति और इसके सदस्यता आधार में त्वरित विस्तार का श्रेय आंशिक रूप से कोविड -19 महामारी के बीच भारत सरकार के एबीआरवाई, पीएमजीकेवाई और पीएमआरपीवाई जैसी योजनाओं के जरिए अर्थव्यवस्था को सामान्य बनाने के लिए दिए गए नीतिगत समर्थन के अलावा ईपीएफओ द्वारा सेवाओं के सुचारू एवं निर्बाध वितरण के लिए उठाये गये ई-पहल से जुड़े कदमों को दिया जा सकता है।

जनवरी 2021 के महीने के दौरान जोड़े गए 13.36 लाख निवल ग्राहकों मेंसे लगभग 8.20 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलेगा। करीब 5.16 लाख निवल ग्राहक ईपीएफओ से बाहर निकल गए और फिर दोबारा इससे जुड़े। यह तथ्य ईपीएफओ द्वारा कवर किए गए प्रतिष्ठानों के भीतर ग्राहकों द्वारा नौकरियों की अदला-बदली करने और अंतिम निपटारे के बजाय फंड को स्थानांतरित करके ईपीएफओ की सदस्यता को बरक़रार रखने का चुनाव करने की प्रवृति का संकेत देता है।

सदस्य अब नौकरी बदलने पर पुराने पीएफ खाते से नए पीएफ खाते में पीएफ होल्डिंग्स की परेशानी से मुक्त ऑटो-ट्रांसफर की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं, जोकि उन्हें ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता को जारी रखने की सहूलियत प्रदान करता है।

नेट पेरोल एडिशन के आंकड़ों से पता चलता है कि ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या जून 2020 में चरम पर पहुंचने के बाद वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान लगातार घट रही है। यह प्रवृत्ति इस तथ्य को इंगित करती है कि ईपीएफओ ​​से सदस्यों के बाहर निकलने की प्रक्रिया पर कोविड - 19 का प्रतिकूल असर धीरे-धीरे समाप्त हो गया है।

बाहर निकलने वाले सदस्यों का आंकड़ा व्यक्तियों / प्रतिष्ठानों द्वारा प्रस्तुत दावों और नियोक्ताओं द्वारा अपलोड किए गए निकास डेटा पर आधारित है, जबकि नए ग्राहकों की संख्या प्रणाली में अंकित किये गये यूनिवर्सल खाता संख्या (यूएएन) पर आधारित है और उन्हें गैर-शून्य सदस्यता प्राप्त हुई है।

आंकड़ों का आयु-वार विश्लेषण यह बताता है कि जनवरी 2021 के दौरान, 22-25 वर्ष की आयु-वर्ग ने लगभग 3.48 लाख निवल नामांकन के साथ ग्राहक आधार में पर्याप्त वृद्धि दर्ज की है। इस आयु-वर्ग को नौकरी के बाजार में नया माना जा सकता है। इसके बाद लगभग 2.69 लाख निवल नामांकन के साथ 29-35 वर्ष के आयु-वर्ग का स्थान आता है, जिसे अनुभवी श्रमिकों के रूप में देखा जा सकता है, जिन्होंने अपने कैरियर के विकास के लिए नौकरी बदल दी और ईपीएफओ के साथ बने रहने का विकल्प चुना।

उद्योग का श्रेणी-वार विश्लेषण पिछले महीनों की तुलना में स्वस्थ वृद्धि को दर्शाता है। जनवरी 2021 के दौरान 5.65 लाख के निवल पेरोल एडिशन के साथ ‘विशेषज्ञ सेवाओं, की श्रेणी अभी भी मात्रा के लिहाज से सबसे ऊपर है। शीर्ष 10 उद्योग के वर्गीकरण में, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल या जनरल इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स श्रेणी के साथ कंप्यूटर एवं आईटी सेवाओं की श्रेणी ने क्रमश: पिछले महीने की 42205 और जनवरी 2021 में 77392 के निवल जोड़ के साथ तुलनात्मक रूप से महीने-दर-महीने में सबसे अधिक लगभग 40% की वृद्धि दर्ज की। इसके बाद, ट्रेडिंग एंड कमर्शियल इस्टेब्लिशमेंट श्रेणी द्वारा 82238 निवल पेरोल एडिशन के साथ पिछले महीने की तुलना में 27% की वृद्धि दर्ज की गई।

अखिल भारतीय स्तर पर तुलनात्मक अध्ययन से पता चलता है कि महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान सभी वित्तीय समूहों के दौरान जोड़े गए 62.49 लाख संचयी निवल ग्राहकों में से 34.24 लाख निवल ग्राहक जोड़कर निवल पेरोल एडिशन के मामले में सबसे आगे हैं।

लैंगिक आधार पर विश्लेषण से पता चलता है कि जनवरी, 2021 में 2.61 लाख निवल महिला ग्राहकों को जोड़ा गया था, जोकि दिसंबर, 2020 के पिछले महीने की तुलना में लगभग 30% की वृद्धि दर्शाता है।

वेतन भुगतान से संबंधित यह आंकड़ा अनंतिम है क्योंकि कर्मचारियों के रिकॉर्ड को अद्यतन किया जाना एक सतत प्रक्रिया होने की वजह से आकड़ों का सृजन एक निरंतर गतिविधि है। इसलिए, पिछले आंकड़े को हर महीने अपडेट किया जाता है। अप्रैल, 2018 से ईपीएफओ ​​सितंबर 2017 और उससे आगे की अवधि का पेरोल डेटा जारी करता आ रहा है। प्रकाशित आंकड़ों में उन सदस्यों को शामिल किया गया है, जिन्होंने इन महीनों के दौरान नौकरी ज्वाइन किया और जिनका योगदान प्राप्त हुआ है।

 

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