सूचना और प्रसारण मंत्रालय
सिनेमा दिमाग से नहीं बल्कि दिल से आता है, आईएफएफआई जैसे फिल्म समारोह हमें याद दिलाते हैं कि दुनिया एक है: गोवा के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी
51वें आईएफएफआई ने मानव जाति के बीच आपसी संबंध सुनिश्चित करने के लिए सभी अवरोधों पर विजय प्राप्त की है: केंद्रीय मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो
51वें आईएफएफआई, कोविड-19 पर मानवीय भावना की विजय का प्रतीक है: सूचना व प्रसारण सचिव
"बांग्लादेश और भारत एक हैं, अलग नहीं": इंडियन पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर पुरस्कार विजेता बिस्वजीत चटर्जी
पहले हाइब्रिड संस्करण -51वां आईएफएफआई- का समापन
51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई), गोवा का समापन समारोह आज (24 जनवरी, 2021) गोवा के तालेगांव स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में धूमधाम से शुरू हुआ। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सुश्री जीनत अमान और श्री रवि किशन विशिष्ट अतिथि थे।दिग्गज अभिनेता, निर्देशक और निर्माता बिस्वजीत चटर्जी को इंडियन पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गोवा के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो तथा विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोगों ने भी समापन समारोह में भाग लिया।
संसद सदस्य श्री रवि किशन, अंतर्राष्ट्रीय जूरी के सदस्य, निदेशक श्री प्रियदर्शन नायर, आईएफएफआई संचालन समिति के सदस्य श्री शाजी एन करुण, श्री राहुल रवैल, सुश्री मंजू बोरा और श्री रवि कोट्टक्करा तथा देश-विदेश की मशहूर हस्तियों ने रेड कार्पेट पर चलकर समारोह में भाग लिया।
गोवा के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी ने प्रतिकूल समय के बावजूद उत्सव के सफल आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की। “सिनेमा न केवल हमारे देश को, बल्कि हमारे पड़ोसी देशों को भी एकजुट कर रहा है। मैं भारतीय सिनेमा और फिल्म निर्माताओं का अभिवादन करता हूं। फिल्म महोत्सव सीखने का और हमें यह याद दिलाने का अवसर देता है कि मतभेदों के बावजूद, पूरी दुनिया एक है। सिनेमा दिल को छूता है, मन को नहीं; यह दिमाग से नहीं बल्कि दिल से आता है।”
सभा को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि आईएफएफआई के इस संस्करण ने सभी अवरोधों पर विजय प्राप्त की है और उत्कृष्टता के उपयुक्त मंच के रूप में उभरा है। “आईएफएफआई51 एक उपलब्धि है, क्योंकि महामारी के बीच हमने एक हाइब्रिड मोड में इसका आयोजन किया। महोत्सव ने कई बाधाओं को पार किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम मनुष्यों के बीच आपसी संबंध और निकटता के लिए कोई अवरोध ना रहे। जब महान निर्देशक हमें प्रबुद्ध करने और हमारा मनोरंजन करने के लिए फ़िल्में बनाते हैं, तो बड़ा पर्दा हमारा मनोरंजन करता है, हमें रुलाता है और हमें प्रभावित करता है।यह हमारी भावनाओं को भव्य रूप प्रदान करता है। भारत, जो दुनिया में सबसे अधिक फिल्में बनाता है, ने सिनेमा का उत्सव मनाने के शेष विश्व के साथ मिलकर काम किया है।”
महोत्सव को हाइब्रिड मोड में आयोजित करने के लिए आईएफएफआई को बधाई देते हुए मंत्री ने कहा, "इस साल, सिनेमा अलग-अलग रूपों में हमारे सामने आया। “महामारी के बावजूद, 51वें महोत्सव में 60 देशों की फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। महोत्सव ने उत्कृष्टता का एक वैश्विक रोडमैप दिया है। हम न्यू इंडिया में उत्साहित हैं और हमें विश्वास है कि ऐसे आयोजन जारी रहेंगे।”
इस संस्करण की कुछ उल्लेखनीय विशेषताओं के बारे में मंत्री ने कहा: “इस वर्ष हमने बांग्लादेश को फोकस देश के रूप में रखा था। हमने महान सत्यजीत रे को श्रद्धांजलि अर्पित की। हमने 19 फिल्मी हस्तियों को श्रद्धांजलि दी, जिनका पिछले साल निधन हो गया था। कलाकार सेल्युलाइड में रहते हैं, वे कभी मरतेनहीं हैं।” मंत्री ने कहा कि भारतीय सिनेमा एक ऐसे माध्यम के रूप में उभर कर आया है, जिसके पास अपार सॉफ्ट पॉवर है।
यह कहते हुए कि आईएफएफआई रचनात्मकता का एक अद्भुत प्रतीक है, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने सभी फिल्मी हस्तियों, प्रतिनिधियों और आयोजकों को बधाई दी। “गोवा अब सिर्फ सूरज, रेत और समुद्र के लिए ही नहीं जाना जाएगा; राज्य के विकास के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिसमें इको-टूरिज्म सहित पर्यटन को बढ़ावा देना शामिल है। चौथा अंतर्राष्ट्रीय पक्षी महोत्सव गोवा में आयोजित किया जा रहा है, जो राज्य की प्राकृतिक सुंदरता को देखने का एक अवसर होगा। मैं गोवा में आने और शूटिंग करने के लिए भारत और विदेश के फिल्म निर्माताओं का स्वागत करता हूं। हम 52वें आईएफएफआईको और बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” मुख्यमंत्री ने कहाकि दो वैक्सीन के साथ भारत कोविड-19 से मुकाबले के लिए तैयार है। कोविड-19 पराजित होगा, विश्व विजयी होगा।
इस वर्ष के इंडियन पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर पुरस्कार प्राप्त करते हुए, अनुभवी अभिनेता बिस्वजीत चटर्जी ने कहा: “मुझे इस पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए मैं भारत सरकार तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय को दिल से धन्यवाद देता हूं। इस साल, बांग्लादेश हमारा फोकस देश है,एक ऐसा देश जिसके साथ मेरा गहरा संबंध है। जब बांग्लादेश पर हमला हो रहा था, तब मुंबई में मेरे साथ महान निर्देशक ऋत्विक घटक थे और हम बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के भाषणों से प्रेरित थे। फिर ऋत्विक दा के सुझाव पर, हमने ‘देयर फ्लोज पद्मा, द मदर रिवर’डॉक्यूमेंट्रीबनाई और इसे मैंने बाद में ढाका जाकर बंगबंधु को भेंट की। उनके कमरे में दो चित्र लगे थे, एक गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का और दूसरा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का। बांग्लादेश से मिले प्यार को मैं कभी नहीं भूल सकता। बांग्लादेश और भारत एक हैं, हम भाई हैं; हम अलग नहीं हैं।”
एक वीडियो संदेश में, दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने कहा: “दुनिया एक अभूतपूर्व स्थिति से गुजरी। आईएफएफआई चुनौती को अवसर में बदलने का एक बेहतरीन उदाहरण है। महोत्सव का आयोजन हाइब्रिड मोड में एक अद्भुत तरीके से किया गया था। मैं उन सभी को, विशेष रूप से भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इन कठिन समय के दौरान सिनेमा को जीवित रखने के लिए आईएफएफआईकोसंभव बनाया।”
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अमित खरे ने कहा कि आईएफएफआईका यह संस्करण विशेष है, क्योंकि यह हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया है। “ऐसा एशिया में पहली बार हुआ है। यह फिल्म महोत्सव भारत की श्रेष्ठ कलाओं के साथ-साथ विकसित तकनीकों पर प्रकाश डालता है। यह महोत्सवकोविड-19 के ऊपर मानवीय भावना की विजय का प्रतीक है। गोवा के प्रत्येक व्यक्ति ने इस महोत्सवको सक्रियता से समर्थन दिया है।
सूचना-प्रसारण सचिव ने 51 वें आईएफएफआई के पुरस्कारों के चयन में डिजिटल इंटरफेस का नेतृत्व करने के लिए श्री प्रियदर्शन को धन्यवाद दिया। "51वें आईएफएफआई में बांग्लादेश को फोकस देश रखा गया है और इसी वर्ष बांग्लादेश अपनी स्वतंत्रता और मुक्ति की 50 वीं वर्षगांठ भी मना रहा है।" इस वर्ष आईएफएफआईमें 60 विभिन्न देशों की फिल्मों का प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि महामारी की स्थिति के बावजूद आईएफएफआई 51 दुनिया भर के आयोजकों को भी महोत्सव के आयोजन के लिए प्रोत्साहित करेगा।
एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ़ गोवा के सीईओ श्री अमित सतीजा ने कहा कि 51 वें आईएफएफआई को हमेशा एक उदाहरण के रूप में याद किया जाएगा कि यदि हमारे पास इच्छा शक्ति और सही दृष्टिकोण है, तो हम सफल होंगे। “हाइब्रिड मोड में महोत्सव में भागीदारी और प्रतिनिधियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए थे। 3,200 से अधिक प्रतिनिधि कार्ड जारी किए गए थे, जबकि 1,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने वर्चुअल रूप में भाग लिया। 9 दिनों की अवधि में 190 से अधिक फिल्में प्रदर्शित हुईं। महामारी के बावजूद, 11 देशों के 39 अंतरराष्ट्रीय अतिथियों ने महोत्सव में भाग लिया। ”
सिने अभिनेता सिमोन सिंह ने समापन समारोह की मेजबानी की।
51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2021 में 60 देशों की 126 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की गईं, जिनमें 50 भारतीय प्रीमियर, 22 एशिया प्रीमियर, 7 विश्व प्रीमियर और 6 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर शामिल हैं।
बांग्लादेश इस वर्ष महोत्सव का फोकस देश था और तनवीर मोकमेल द्वारा निर्देशित फ़िल्म ‘रूपसा नोदिर बांके’ और ‘जिबनधुलि’, ज़ाहिदुर रहमान अंजान की ‘मेघमल्लार’, रुबाइया हुसैन की ‘अंडर कंस्ट्रक्शन’और नुश हुमायूँ, सैयद अहमद शॉकी और 9 अन्य निर्देशकों की ‘सिंसियरली योर्स, ढाका’फ़िल्में प्रदर्शित की गयीं।
पहले हाइब्रिड आयोजन में अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा के सर्वश्रेष्ठ को प्रदर्शित किया गया, साथ ही इसमें विशेष खंड भी थे, जैसे इंटरनेशनल रेट्रोस्पेक्टिव, फेस्टिवल कैलीडोस्कोप, वर्ल्ड पैनोरमा और स्पेशल स्क्रीनिंग।
मास्टरक्लास और इन-कन्वर्सेशन सत्र, जो वर्षों से आईएफएफआई के मुख्य आकर्षण रहे हैं, वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय ज्यूरी के अध्यक्ष पाब्लो सीजर (अर्जेंटीना), शेखर कपूर, सुभाष घई, प्रियदर्शन, राहुल रवैल, सिद्धार्थ रॉय कपूर (भारत) और प्रसन्ना विथानगे (श्रीलंका से) जैसी प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने इन सत्रों के माध्यम से अपने बहुमूल्य अनुभव साझा किए।
समापन समारोह में प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक सहित अन्य पुरस्कारों की घोषणा की जायेगी।
समापन समारोह यहां देखा जा सकता है।
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एमजी/एएम/जेके
(Release ID: 1692119)
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