स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

कोविड-19 टीकाकरण की नवीनतम स्थिति


भारत में राष्‍ट्रव्‍यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले दिन अन्‍य देशों की तुलना में सबसे अधिक लोगों को टीके लगाए गए

अभी तक 2.24 लाख से भी अधिक व्‍यक्तियों को कोविड-19 के टीके लगाए गए  

टीकाकरण के दूसरे दिन 6 राज्‍यों में 17,072 भारतीयों को टीके लगाए गए

टीके लगने के बाद अस्पताल में भर्ती होने के 3 मामले दर्ज किए गए

Posted On: 17 JAN 2021 7:55PM by PIB Delhi

देश में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पहले दिन सबसे अधिक संख्‍या में लोगों को टीके लगाए गए हैं। यह दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है। अमेरिका, इंग्‍लैंड और फ्रांस जैसे अन्‍य देशों की तुलना में यह अभियान बहुत बड़ा है। अस्‍थायी रिपोर्ट के अनुसार अभी तक कुल 2,24,301 लाभार्थियों को टीके लगाए जा चुके हैं।

 

इस बड़े और पूरे देश में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के दूसरे दिन भी सफलतापूर्वक टीके लगाए गए। रविवार होने के बावजूद 6 राज्‍यों में कुल 553 सत्रों का आयोजन किया गया। अस्‍थायी रिपोर्टों के अनुसार टीकाकरण के दूसरे दिन 17,072 लाभार्थियों को टीके लगाए गए।

 

क्र. सं.

राज्‍य

आयोजित सत्र

1

आंध्र प्रदेश

308

2

अरूणाचल प्रदेश

14

3

कर्नाटक

64

4

केरल

1

5

मणिपुर

1

6

तमिलनाडु

165

 

पूरे देश में

553

 

    

    राज्‍यों/केन्‍द्रशासित प्रदेशों को यह सलाह दी गई है कि वे सप्‍ताह में चार दिन कोविड-19 टीकाकरण सत्रों की योजना बनाएं, ताकि रोजमर्रा की स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं में कम से कम रुकावट आए। कुछ राज्‍यों ने पहले ही अपने साप्‍ताहिक टीकाकरण दिनों की घोषणा कर दी है।

   16 और 17 जनवरी, 2021 को कुल 447 एईएफआई की रिपोर्ट मिली है। इनमें 3 लोगों को अस्‍पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी है। इनमें से एक व्‍यक्ति को नॉर्दर्न रेलवे अस्‍पताल, दिल्‍ली से 24 घंटों के अंदर छुट्टी दे दी गई, एक व्‍यक्ति को एम्‍स दिल्‍ली से छुट्टी मिली है और एक व्‍यक्ति एम्‍स ऋषिकेश में भर्ती है और उसकी निगरानी की जा रही है।

अधिकांश एईएफआई ने अभी तक बुखार, सिरदर्द, जी मिचलाने आदि की जानकारी दी है।

टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटना (एईएफआई) एक अप्रत्याशित चिकित्सा घटना है, जो टीकाकरण के बाद हो सकती है। यह वैक्‍सीन या टीकाकरण प्रक्रिया से संबंधित नहीं हो सकती है। ऐसे मामलों की रिपोर्ट करने, टीकाकरण के सत्र स्थल पर उनका तुरंत प्रबंधन करने, परिवहन और अस्पताल में भर्ती करने तथा ऐसे मामलों की आगे देखभाल करने के प्रोटोकॉल लागू किये गए हैं। गंभीर एईएफआई के मामलों में व्‍यवस्थित जांच-पड़ताल और आपातकालीन आंकलन के प्रोटोकॉल भी लागू हैं।

टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा, कठिनाइयों की पहचान और टीकाकरण कार्यक्रम जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, उसमें सुधार करने की योजना बनाने के बारे में सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के साथ आज एक बैठक का आयोजन किया गया।

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एमजी/एएम/आईपीएस/वाईबी

 



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