महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास तथा वस्त्र मंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने संयुक्त रूप से टॉयकाथॉन-2021 का शुभारंभ किया
टॉयकाथॉन का उद्देश्य भारतीय मूल्य प्रणाली पर आधारित अभिनव खिलौनों की अवधारणा तैयार करना और देश को खिलौना-निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना है
स्कूली बच्चे खिलौनों का नवोन्मेष करेंगे, डिज़ाइन तैयार करेंगे और खिलौनों के लिए अवधारणा को अंतिम रूप देंगे
भाग लेने वाले छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए 50 लाख तक का पुरस्कार
Posted On:
05 JAN 2021 5:51PM by PIB Delhi
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास तथा वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज संयुक्त रूप से टॉयकाथॉन 2021 का शुभारम्भ किया। इस टॉयकाथॉन का उद्देश्य भारतीय मूल्य प्रणाली पर आधारित अभिनव खिलौनों की अवधारणा तैयार करना है, जो बच्चों में सकारात्मक व्यवहार और अच्छे मूल्य विकसित करने में मदद करेगा। टॉयकाथॉन -2021 के लॉन्च के अवसर पर सचिव श्री प्रवीण कुमार, एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे और एमओई के मुख्य नवाचार अधिकारी डॉ. अभय जेरे भी उपस्थित थे। केंद्रीय मंत्रियों ने इस अवसर पर संयुक्त रूप से टॉयकाथॉन पोर्टल भी लॉन्च किया।
इस अवसर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा कि भारत 80 प्रतिशत खिलौनों का आयात करता है और सरकार इस क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से एमएसएमई उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए देश के सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों तथा संकायों की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त होगा। मंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, "यह पहला मौका है जब स्कूली बच्चे खिलौने बनाने, डिजाइन तैयार करने और अवधारणा को अंतिम रूप देने का कार्य करेंगे। इनमें दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष खिलौनों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि टॉयकाथॉन में भाग लेने वाले छात्र और संकाय सदस्य 50 लाख तक का पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं। मंत्री ने आगे कहा कि वाणिज्य मंत्रालय और एमएसएमई मंत्रालय ने खिलौना निर्माण उद्योग के संरक्षण और इसे प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, "सुरक्षित खिलौने, जो रासायनिक रूप से हानिकारक नहीं हैं, के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए शिक्षा मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय विशेष उपाय अपनाएंगे।” श्रीमती ईरानी ने उन उद्योगों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया, जो माननीय प्रधानमंत्री के आह्वान पर आगे आये हैं और खिलौना निर्माण के इस क्षेत्र के लिए आत्मनिर्भर भारत को अपना समर्थन दिया है।
इस अवसर पर श्री पोखरियाल ने कहा कि भारत को वैश्विक खिलौना निर्माण केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए टॉयकाथॉन का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में खिलौना बाजार लगभग एक बिलियन डॉलर का है, लेकिन दुर्भाग्य से 80प्रतिशत खिलौने आयात किए जाते हैं। टॉयकाथॉन का आयोजन, सरकार द्वारा घरेलू खिलौना उद्योग और स्थानीय निर्माताओं के लिए इकोसिस्टम बनाने का प्रयास है, ताकि संसाधनों और उनकी क्षमता का बेहतर उपयोग हो सके। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 5 ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण को याद करते हुए और हमारे खिलौना बाजार की अपार क्षमता को देखते हुए, उन्होंने सभी से खिलौना उद्योग में भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 प्राथमिक शिक्षा से ही नवाचार और शोध पर जोर देती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्यों के साथ, टॉयकाथॉन का लक्ष्य देश भर के 33 करोड़ छात्रों की नवाचार प्रतिभा का उपयोग करना है।
टॉयकाथॉन 2021 के बारे में:
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत शिक्षा मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी), वस्त्र मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने संयुक्त रूप से टॉयकाथॉन-2021 को लॉन्च किया है।
यह एक विशेष प्रकार का हैकाथॉन है, जिसमें स्कूल और कॉलेजों के छात्र और शिक्षक, डिज़ाइन विशेषज्ञ, खिलौना विशेषज्ञ और स्टार्टअप्स, भारतीय संस्कृति और लोकाचार, स्थानीय लोककथाओं और नायकों तथा भारतीय मूल्यों पर आधारित खिलौनों और खेलों को विकसित करने के लिए विचारों को आमंत्रित करेंगे। इससे भारत को खिलौनों और खेलों (गेम्स) के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित होने में बहुत मदद मिलेगी। यह हमारे बच्चों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के लक्ष्यों के अनुरूप भारतीय संस्कृति के लोकाचार और मूल्यों से अवगत कराने में भी मदद करेगा।
टॉयकाथॉन नौ विषयों पर आधारित है- भारतीय संस्कृति, इतिहास, भारत और लोकाचार का ज्ञान; ज्ञान, शिक्षा और स्कूली शिक्षा; सामाजिक और मानवीय मूल्य; व्यवसाय और विशिष्ट क्षेत्र; पर्यावरण; दिव्यांग; तंदुरुस्ती और खेल; अभिनव विचार, रचनात्मक और तार्किक सोच तथा पारंपरिक भारतीय खिलौनों को फिर से तैयार/फिर से डिजाइन करना।
टॉयकाथॉन में 3 स्तर होंगे- जूनियर, सीनियर और स्टार्टअप। इसमें स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों के साथ स्टार्टअप्स और विशेषज्ञ भाग लेंगे। प्रतिभागियों के पास विचार प्रस्तुत करने के लिए दो विकल्प होंगे-वे प्रकाशित समस्या के लिए विचार प्रस्तुत कर सकते हैं या खिलौना के लिए अभिनव अवधारणा श्रेणी में विचार दे सकते हैं। समय की मांग है कि हम भारतीय संस्कृति, परंपरा और विरासत तथा लोगों के विश्वासों और परंपराओं को व्यक्त करती प्राचीन भारत की कहानियों के आधार पर प्रतिभाशाली रचनात्मक मेधा का उपयोग करें।
टॉयकाथॉन 2021 में भाग लेने के लिए, कृपया https: //toycathon.mic.gov.in पर जाएं। प्रस्ताव 5 जनवरी से 20 जनवरी, 2021 तक ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं।
टॉयकाथॉन-2021 पर पीपीटी देखने के लिए यहां क्लिक करें
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