वित्त मंत्रालय
आयकर विभाग ने हैदराबाद में चलाया तलाशी अभियान
प्रविष्टि तिथि:
12 JAN 2021 7:49PM by PIB Delhi
आयकर विभाग ने फर्जी उप ठेकेदारों/ शेल कंपनियों के इस्तेमाल से आयकर चोरी के साथ ही कंपनियों को फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट उपलब्ध कराने से जुड़ी जांच के आधार पर 07.01.2021 को एक तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था।
यह तलाशी की कार्रवाई तेलंगाना में काम कर रहे एक प्रमुख सिविल ठेकेदार पर की गई थी, जो फर्जी उप ठेकेदारों और फर्जी बिलों के सहारे नकदी जुटा रहा था। इस दौरान हैदराबाद में 19 परिसरों में तलाशी ली गई। यह तलाशी अभियान ऐसे लोगों के एक नेटवर्क के खिलाफ चलाया गया, जो एंट्री ऑपरेशन का एक रैकेट चला रहे थे और फर्जी बिलों के माध्यम से भारी मात्रा में नकदी जुटा रहे थे।
इस मामले में एंट्री ऑपरेटर्स ने फर्जी बिल जारी करके अघोषित धन और नकदी निकालने के लिए कई शेल इकाइयों/ कंपनियों का इस्तेमाल किया था, जहां फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पास किया गया था। इन एंट्री ऑपरेटर्स, उनके फर्जी साझीदारों/ कर्मचारियों, लाभार्थियों के कैश हैंडलर्स के बयान भी दर्ज किए गए हैं, जिनसे स्पष्ट रूप से पूरे नेटवर्क का खुलासा होता है।
तलाशी के क्रम में फर्जी उप ठेकों से जुड़े सबूत जब्त किए गए हैं, जो उन्हें शेल इकाइयों के माध्यम से दिए जा रहे थे। इससे जुड़े एंट्री ऑपरेटर्स, मध्यवर्ती लोगों, कैश हैंडलर्स, लाभार्थियों और कंपनियों के पूरे नेटवर्क के विवरण के साथ अघोषित रकम निकालने के लिए इस्तेमाल किए गए इस तरीके का भी खुलासा हुआ है। पेन ड्राइव, निकाले गए मेल सहित डिजिटल डाटा के फॉरेंसिक विश्लेषण से इस संबंध में पर्याप्त सबूत मिले हैं।
अभी तक, 160 करोड़ रुपये से ज्यादा की एकोमोडेशन एंट्रीज के सबूत मिले हैं और उन्हें जब्त कर लिया गया है। इससे जुड़ी कंपनी ने अपने बयान में इन बातों को स्वीकार भी कर लिया है।
इस मामले में आगे की जांच जारी है।
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एमजी/एएम/एसकेसी/डीसी
(रिलीज़ आईडी: 1688187)
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