इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय

इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 5 से 9 अक्टूबर, 2020 तक आयोजित किए जाने वाले ‘राइज- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर वैश्विक वर्चुअल शिखर सम्मेलन’ का अनावरण करने के लिए सम्मेलन किया


प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर को इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे

अपने आंकड़ों और नवाचार कौशल के बल पर, भारत दुनिया के लिए एआई प्रयोगशाला बन सकता है, जो सामाजिक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सहज समाधान प्रस्तुत करता है : अमिताभ कांत, सीईओ, नीति आयोग

राइज 2020, भारत को एक डेटा-संचालित समाज बनाने के लिए प्रारंभिक बिंदु के रूप में काम करेगा, जो सामाजिक भलाई के लिए एआई का लाभ उठाता है : श्री अजय प्रकाश साहनी,सचिव, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय

अब तक, 125 देशों के 38,700 से ज्यादा शिक्षा जगत, अनुसंधान क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र के हितधारकों ने राइज 2020 में शामिल होने के लिए अपना पंजीकरण कराया है

विश्व के एआई विशेषज्ञ एक अरब से ज्यादा भारतीयों को सशक्त बनाने में एआई की भूमिका, पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में एआई के महत्व, एआई में ज्यादा सहयोग की आवश्यकता और डेटा के महत्व जैसे विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे

पांच दिनों के शिखर सम्मेलन में 44 सत्रों का आयोजन किया जाएगा

Posted On: 03 OCT 2020 5:55PM by PIB Delhi

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइती) ने आज इलेक्ट्रॉनिक्स निकेतन,नई दिल्ली में आयोजित किए गए एक संवाददाता सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर एक वैश्विक आभासी शिखर सम्मेलन- राइज 2020 का अनावरण किया। मेइती और नीति आयोग द्वारा 5 से 9 अक्टूबर, 2020 तक मेगा वर्चुअल सम्मेलन एआई, राइज 2020- रिस्पॉन्सिबल एआई फॉर सोशल एम्पावरमेंट 2020' का आयोजन किया जा रहा है। इस शिखर सम्मेलन का उद्धाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा जिसमें इस क्षेत्र के वैश्विक विशेषज्ञों की भागीदारी देखने को मिलेगी।

इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य मजबूत एआई-संचालित सार्वजनिक अवसंरचना के निर्माण पर चर्चा की शुरूआत करना है जो सभी लोगों को, न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में लाभ पहुंचाता है। भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपर वैश्विक साझेदारी के संस्थापक सदस्यों में से एक है, जिसका उद्देश्य न केवल घरेलू बल्कि दुनिया भर के देशों में एआई आधारित समाधानों को लागू करना है जिससे कि वे व्यापक सामाजिक सशक्तिकरण और समृद्धि की ओर जा सकें। #AIForAll भारत की एआई रणनीति का आधार है और इसका फोकस बिंदु सामाजिक सशक्तिकरण, परिवर्तन और समावेशन के लिए जिम्मेदार एआई का निर्माण करना है।

पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान, दुनिया भर के कई प्रमुख एआई विशेषज्ञ महत्वपूर्ण आवश्यक विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे जैसा कि सामाजिक लाभ के लिए एआई का उपयोग करने की रणनीतियां, विश्वसनीय एआई अवसंरचना के निर्माण का महत्व और समुदायों को सशक्त बनाने में एआई का परिवर्तनकारी प्रभाव आदि।

शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले विशेषज्ञों में एमआईटी, अमेरिका में कंप्यूटर साइंस एवं एआई लैब के निदेशक, प्रोफेसर डेनिएला रस, गूगल रिसर्च इंडिया में एआई फॉर सोशल गुड के निदेशक, डॉ मिलिंद थाम्बे, आईबीएम इंडिया और दक्षिण एशिया के एमडी, डॉ संदीप पटेल, यूसी बर्कले के कंप्यूटर वैज्ञानिक, डॉ जोनाथन स्टुअर्ट रसेल और विश्व आर्थिक मंच के एआई प्रमुख, सुश्री अरुणिमा सरकार एवं अन्य लोग शामिल हैं।

शिखर सम्मेलन का अनावरण करने समय संवाददाता सम्मेलन में बात करते हुए, श्री अमिताभ कांत, सीईओ, नीति आयोग ने कहा कि,हम दृढ़तापूर्वक मानते हैं कि एआई जीवन को बदलने में सहायता प्रदान कर सकता है। भारत स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, वित्त, कृषि और शासन जैसे क्षेत्रों में सामाजिक सशक्तिकरण के लिए एआई-आधारित समाधान विकसित कर रहा है। अपने डेटा और नवाचार कौशल के बल परभारत दुनिया के लिए एआई प्रयोगशाला बन सकता है, जो सामाजिक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सहज समाधान प्रस्तुत कर सकता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के सचिव, श्री अजय प्रकाश साहनी ने कहा कि, "भारत में एआई-कुशल कार्यबल तैयार करने के लिए प्रतिभा और संस्थागत क्षमता मौजूद है, जो सामाजिक मुद्दों का निपटारा करने के लिए नवाचार और समाधान प्रदान करती है। हम जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई के विकास और एकीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रहे हैं, जिससे जीवन में सुगमता लाया जा सके और समग्र जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। राइज 2020, भारत के लिए एक डेटा-संचालित समाज का निर्माण करने के लिए एक प्रारंभिक बिंदु के रूप में कार्य करेंगे जो सामाजिक भलाई के लिए एआई का लाभ प्राप्त करता है।

अब तक, 125 देशों के 38,700 से ज्यादा शिक्षा जगत, अनुसंधान क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र के हितधारकों ने राइज 2020 में शामिल होने के लिए अपना पंजीकरण कराया है। राइज 2020 के आयोजन से पहले आत्मनिर्भर भारत: एआई चैलेंज एंड पिच फेस्ट नामक एक एआई नवाचार प्रतियोगिता आयोजित की गई। 14 सितंबर को प्रारंभ हुई और 25 सितंबर को समाप्त हुई इस प्रतियोगिता में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि, स्मार्ट गतिशीलता और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों के मुद्दों के लिए समाधान आमंत्रित किए गए। एक जूरी द्वारा पंद्रह शीर्ष एआई समाधानों का चयन किया गयाऔर प्रत्येक को 9 अक्टूबर को 20 लाख रूपये से सम्मानित किया जाएगा।

कृषि से लेकर फिन-टेक और स्वास्थ्य सेवा से लेकर अवसंरचना तक, भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तेजी के साथ विकास के शीर्ष पर खड़ा है। भारत दुनिया के लिए एआई प्रयोगशाला बन सकता है और सशक्तिकरण के माध्यम से समावेशी विकास और वृद्धि में योगदान दे सकता है। राइज 2020 शिखर सम्मेलन का ब्यौरा http://raise2020.indiaai.gov.in/ में प्रदान किया गया है। यह शिखर सम्मेलन एक डेटा समृद्ध वातावरण का निर्माण करने में सहायता प्रदान करने के लिए चर्चा और आम सहमति बनाने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, जो अंततः वैश्विक स्तर पर जीवन को बदलने में सहायता करेगा।

राइज 2020 के बारे में :

राइज 2020, भारत के दृष्टिकोण और रोडमैप को जिम्मेदार एआई के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन, समावेश और सशक्तीकरण के लिए आगे बढ़ाने की दिशा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर यह अपने प्रकार की पहली वैश्विक बैठक है। भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नीति आयोग के साथ मिलकर आयोजित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में वैश्विक उद्योग जगत के नेताओं, प्रमुख विचार निर्माताओं, सरकार के प्रतिनिधियों और शिक्षाविदों की मजबूत भागीदारी भी देखने को मिलेगी।

Website: http://raise2020.indiaai.gov.in/    

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