सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय

श्री थावरचंद गहलोत ने नई दिल्ली के द्वारका में राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान के नए भवन का उद्घाटन किया

Posted On: 14 AUG 2020 6:31PM by PIB Delhi

केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत ने आज नई दिल्ली के द्वारका सेक्टर-10 में राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान (एनआईएसडी) के नए भवन का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया। श्री गहलोत ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि एनआईएसडी सामाजिक रक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षण और अनुसंधान का नोडल संस्थान है जो मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम, वरिष्ठ नागरिकों और ट्रांसजेंडरों के कल्याण, भीख से मुक्ति  और ऐसे ही अन्य सामाजिक मुद्दों के समाधान के लिए मानव संसाधन विकास पर केंद्रित है। यह भारत सरकार को सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए आवश्यक जानकारियां प्रदान करता है। यह नशा मुक्ति और वरिष्ठ नागरिकों के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के अलावा इस क्षेत्र में प्रशिक्षण और अनुसंधान का काम भी करता है।

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एनआईएसडी के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह ने इस अवसर पर एनआईएसडी के नए भवन पर एक प्रस्तुति भी दी।

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 एनआईएसडी के प्रमुख कार्य क्षेत्रों में मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम, वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल, ट्रांसजेंडरों का कल्याण, भीख से मुक्ति और ऐसे ही अन्य सामाजिक मुद्दे शामिल हैं। संस्थान इन क्षेत्रों से संबधित आंकड़ों के संकलन और विश्लेषण के अलावा, सामाजिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर अनुसंधान भी करता है। अपनी परियोजना निगरानी इकाई (पीएमयू) के माध्यम से, एनआईएसडी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा योजनाओं और कार्यक्रमों की निगरानी के लिए भी जिम्मेदार है। संस्थान मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम और ट्रांसजेंडरों के कल्याण के बारे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है और केंद्र तथा राज्य सरकारों के संबंधित विभागों, सेवा प्रदाताओं/देखभाल करने वालों, तथा सामाजिक कार्य से जुड़े शिक्षण संस्थान के शिक्षाविदों और पेशेवरों को प्रशिक्षण देने का काम भी करता है।

एनआईएसडी के तीन मुख्य विभाग हैं, जैसे कि मादक पदार्थों के सेवन की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय केंद्र (एनसीडीएपी), वृद्ध जनों की देखभाल के लिए ओल्ड एज केयर डिवीजन  और सामाजिक सुरक्षा विभाग। एनसीडीएपी पूरे राज्य में समान हितों वाले समूहों के माध्यम से आउटरीच ड्रॉप-इन-सेंटरों के सहयोग से मादक पदार्थों के सेवन की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना की गतिविधियों को लागू करता है। वृद्ध जनों की देखभाल और कल्याण के लिए ओल्ड एज केयर डिवीजन पेशेवरों का एक कैडर तैयार करने के लिए कार्यक्रमों/प्रमाणपत्र पाठ्यक्रमों की एक श्रृंखला चलाता है। यह क्षेत्रीय संसाधन प्रशिक्षण केंद्रों (आरआरटीसी) और अन्य प्रतिष्ठित संगठनों के सहयोग से स्वयं पाठ्यक्रम आयोजित करता है। सामाजिक सुरक्षा प्रभाग अपने राष्ट्रीय-स्तर के एक महीने के कार्यक्रमों और अल्पकालिक राज्य-स्तरीय कार्यक्रमों के माध्यम से भीख से मुक्ति और ट्रांसजेंडर कल्याण जैसे सामाजिक मुद्दों पर सरकार/गैर-सरकारी संगठनों/पंचायत के अधिकारियों/सामाजिक कार्यकर्ताओं और पेशेवरों को जागरूक बनाता है। एनआईएसडी, अपने विभागों के माध्यम से, आरआरटीसी और सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों के साथ मिलकर प्रशिक्षण और क्षमता-निर्माण कार्यक्रम भी आयोजित कर सामाजिक सुरक्षा क्षेत्र में कार्यबल को मजबूत बनाता है।

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