पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय

ब्रिक्स सबसे मूल्यवान और कामकाजी साझेदारियों में से एक है: श्री प्रकाश जावड़ेकर


ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों की छठी बैठक में पर्यावरण को बेहतर बनाने और सर्कुलर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त प्रयासों का आह्वान किया गया

Posted On: 30 JUL 2020 11:35PM by PIB Delhi

पांच ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के पर्यावरण मंत्रियों ने रूस की अध्यक्षता में 30 जुलाई 2020 को ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों की छठी बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया।

भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत इस समूह को बहुत अधिक महत्व देता है। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि ब्रिक्स देशों की आकांक्षाएं एक जैसी ही हैं और उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ब्रिक्स राष्ट्रों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान का आह्वान किया।

केंद्रीय मंत्री ने ब्रिक्स के तहत विभिन्न पहलों को लागू करने और ब्रिक्स समझौता ज्ञापन के शीघ्र कार्यान्वयन पर जोर दिया। मंत्री महोदय ने यह भी पेशकश की कि भारत ब्रिक्स देशों में पर्यावरण प्रबंधन की सभी सर्वोत्तम प्रथाओं को मंच प्रदान कर सकता है।

श्री जावड़ेकर ने टिकाऊ शहरी प्रबंधन, समुद्री कूड़े, वायु प्रदूषण और नदियों की सफाई से संबंधित क्षेत्रों में भारत द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में भी विस्तार से बताया।

मंत्री महोदय ने कहा कि भारत का मानना ​​है कि साम्य, समान लेकिन पृथक जिम्मेदारियां, वित्त और प्रौद्योगिकी भागीदारियां ही जलवायु परिवर्तन शमन और अनुकूलन के वैश्विक लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में प्रमुख स्तंभ हैं और ये कि भारत ने पेरिस समझौते और अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को लेकर जो कहा था वो करके दिखा रहा है।

वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में भारत द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा कि 2015 में भारत ने 10 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक निगरानी शुरू की थी, जिसे आज 122 शहरों तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि 2019 में भारत ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) शुरू किया, जिसका लक्ष्य 2024 तक 2017 के स्तरों के सापेक्ष में कण प्रदूषण को 20 से 30 प्रतिशत कम करना है।

इस बैठक के दौरान 2020 जैव विविधता ढांचे के बाद सभी ब्रिक्स राष्ट्रों के एक समूह के रूप में काम करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। इस बैठक से पहले ब्रिक्स वर्किंग ग्रुप की बैठक हुई थी।

भारत 2021 में ब्रिक्स की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। श्री जावड़ेकर ने ब्रिक्स पर्यावरण बैठकों में भाग लेने के लिए ब्रिक्स राष्ट्रों को निमंत्रण दिया। इस बैठक ने ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों के वक्तव्य को अपनाया। एक कार्रवाई उन्मुख और प्रगतिशील बयान के रूप में सभी देशों द्वारा इसका स्वागत किया गया जो पारस्परिक और फलदायी रूप से काम करने को लेकर ब्रिक्स देशों को उत्सुकता दिखाता है।

 

संयुक्त बयान के लिए यहां क्लिक करें-  

 

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