रक्षा मंत्रालय
समुद्री सूचना साझाकरण कार्यशाला 2019
प्रविष्टि तिथि:
12 JUN 2019 1:23PM by PIB Delhi
भारतीय नौसेना द्वारा सूचना संलयन केन्द्र- हिंद महासागर क्षेत्र (आईएफसी-आईओआर)गुरुग्राम के तत्वावधान में समुद्री सूचना साझाकरण कार्यशाला का उद्घाटन आज सुबह नौसेना के उपप्रमुख वाइस एडमिरल एमएस पवार ने किया। इस दो दिवसीय आयोजन में आईओआर और उससे आगे के 29 देशों के 41 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। क्षेत्र में समुद्री रक्षा और सुरक्षा बढ़ाने के लिए, माननीय रक्षा मंत्री द्वारा 22 दिसंबर 18 को आईएफसी-आईओआर का उद्घाटन किया गया था।
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उद्घाटन समारोह में नौसेना के उप प्रमुख ने क्षेत्र में साझेदार देशों के बीच अधिक से अधिक समुद्री सहयोग और विश्वास पर आधारित संबंधों की आवश्यकता पर बल दिया और प्रतिनिधियों से एमआईएसडब्ल्यू में सक्रिय रूप से भाग लेने का अनुरोध किया। मालागासी नौसेना के प्रमुख वावोहावी एंडासी ने भी प्रतिनिधियों को संबोधित किया। नेशनल मैरीटाइम फाउंडेशन के महानिदेशक(सेवानिवृत्त), वाइस एडमिरल प्रदीप चौहान ने समुद्री क्षेत्र के महत्व और क्षेत्र के समक्ष आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए ‘हिन्द प्रशांत में समकालीन समुद्री चुनौतियां’ विषय पर विचार प्रकट किए।
दो दिवसीय कार्यशाला एमआईएसडब्ल्यू का उद्देश्य प्रतिभागियों को आईएफसी-आईओआर और इसके सूचना साझाकरण तंत्र से अवगत कराना और इस क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं के साझाकरण को बढ़ावा देना है। इसका उद्देश्य आईओआर के समक्ष आने वाली रक्षा और सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटना है। इसके लिए, प्रतिभागियों को समुद्री आतंकवाद, समुद्री डकैती, मानव और मादक पदार्थों की तस्करी, मानवीय सहायता और आपदा राहत जैसे मुद्दों और इन चुनौतियों से निपटने के कानूनी परिप्रेक्ष्य से अवगत कराया जाएगा। प्रतिनिधि कार्यशाला में विकसित कुछ अवधारणाओं और प्रक्रियाओं का अभ्यास और पुष्टि करने के लिए 13 जून 19 को सूचना साझा करने वाले अभ्यास में भाग लेंगे।
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आर.के.मीणा/आरएनएम/एएम/आरके/आरएन–1571
(रिलीज़ आईडी: 1574479)
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