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कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय
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 कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र चौथे चरण अभियान के अंतर्गत 3 नवंबर, 2025 को एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल, दिल्ली में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आयोजित मेगा पेंशनर्स कैंप का उद्घाटन किया

मेगा कैंप के दौरान 500 से अधिक डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाए गए

पेंशनभोगियों ने डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र द्वारा डिजिटल सशक्तिकरण पर   अपार संतुष्टि व्यक्त की

चेहरे द्वारा प्रमाणीकरण तकनीक, एक क्रांतिकारी बदलाव है, जो 'कभी भी, कहीं भी' डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाने में सहायक है

Posted On: 03 NOV 2025 5:19PM by PIB Delhi

कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) चौथे चरण अभियान के तहत 3 नवंबर, 2025 को एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल, दिल्ली में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आयोजित मेगा पेंशनभोगियों के शिविर का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के डिजिटल उपाय आरंभ करने की सरकार की पहल का उल्लेख किया, जिससे पेंशनभोगियों के जीवन में सुगमता आई है और यह बुजुर्ग/बीमार पेंशनभोगियों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है।

पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न हितधारकों - पेंशन संवितरण बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, पेंशनभोगी कल्याण संघ, रक्षा लेखा महानियंत्रक, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, दूरसंचार विभाग, रेलवे, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से 1 से 30 नवंबर, 2025 तक राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान का चौथा चरण चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य देश में दूर-दराज सहित सभी क्षेत्रों में रहने वाले पेंशनभोगियों तक पहुंचना है।

डॉ. सिंह ने कुछ पेंशनभोगियों के डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाने में चेहरे से प्रमाणीकरण प्रणाली का उपयोग किया। उन्होंने डिजिटल माध्यमों से जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने की सुविधा, विशेष रूप से चेहरे से प्रमाणीकरण तकनीक का उल्‍लेख किया,  जो 'कभी भी, कहीं भी' जीवन प्रमाण पत्र बनाने में सक्षम बनाती है। ऐसे डीएलसी का निर्माण शीघ्रता और सुविधापूर्वक किया जा सकता है।

मेगा कैंप में पेंशनभोगियों ने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के डिजिटल उपायों पर अपार संतुष्टि और प्रसन्नता व्यक्त की, जो पेंशनभोगियों की सुविधा और जीवन सुगमता के लिए विकसित किए गए हैं। फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक एक क्रांतिकारी बदलाव है जिसे स्मार्ट फोन के माध्यम से भी अंजाम दिया जा सकता है।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इससे पेंशनभोगियों द्वारा डीएलसी जमा करना आसान हो गया है और यह विशेष रूप से बुजुर्ग/बीमार पेंशनभोगियों के लिए उपयोगी है, जिन्हें किसी बैंक या पेंशन वितरण प्राधिकरण के पास जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग सचिव श्री वी. श्रीनिवास ने मेगा कैंप के दौरान पेंशनभोगियों के साथ बातचीत की और समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कई वरिष्ठ पेंशनभोगियों को सम्मानित किया।

 

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पीके/केसी/एकेवी/जीआरएस



(Release ID: 2186029)


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