सूचना और प्रसारण मंत्रालय
सबका मनोरंजन: 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सुगम्यता सर्वप्रथम
एनडीएफसी के प्रबंध निदेशक पृथुल कुमार ने मनोरंजन उद्योग में समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई
Posted On:
22 NOV 2024 5:05PM by PIB Delhi
55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) ने सभी के लिए पहुंच और समावेशिता सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। "आईएफएफआई में पहुंच" विषय पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (प्रसारण) और एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक श्री पृथुल कुमार, गोवा के राज्य दिव्यांग आयोग के सचिव श्री ताहा आई. हाजिक और स्वयं प्रमुख सुश्री वंदना बूलचंद ने महोत्सव को समावेशिता का एक मॉडल बनाने के लिए उठाए गए परिवर्तनकारी कदमों का उल्लेख किया। सबका मनोरंजन विषय के अंतर्गत 55वें आईएफएफआई में सांकेतिक भाषा व्याख्या, सुलभ फिल्म स्क्रीनिंग, बाधा-मुक्त स्थल, संवेदनशीलता-प्रशिक्षित कर्मचारी और मूवी बफ ऐप जैसे डिजिटल टूल जैसी समावेशिता पहल की गई है, जिससे सभी के लिए स्वागत योग्य सिनेमा का अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।
श्री पृथुल कुमार ने महोत्सव की समावेशी पहलों में विश्वास जताते हुए कहा कि इस वर्ष आईएफएफआई में सुगमता का स्तर बढ़ाया गया है। प्रशिक्षित स्वयंसेवकों और संवेदनशील अधिकारियों से लेकर दिव्यांगजनों के लिए छह फिल्मों और 11 अन्य सुगम्य फिल्मों के एक समर्पित खंड तक, हमने सुगम्यता को मूल में समाहित किया है। श्री पृथुल कुमार ने सिनेमा को और अधिक समावेशी बनाने के लिए मनोरंजन उद्योग के लिए जारी सुलभ दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए समावेशिता के प्रति मंत्रालय की प्रतिबद्धता की भी जानकारी दी। उन्होंने इस तरह की समावेशिता के साथ कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए गोवा सरकार और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) के प्रयासों की सराहना की।
श्री ताहा आई. हाज़िक ने सुगम्यता पहल में गोवा की अग्रणी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आईएफएफआई ने वास्तव में सबका मनोरंजन की भावना को मूर्त रूप दिया है। रैंप और लाइव सांकेतिक भाषा व्याख्या से लेकर '12वीं फेल' जैसी सुलभ फिल्मों की स्क्रीनिंग तक, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह महोत्सव सभी के लिए हो। श्री हाज़िक ने कहा कि प्रोडक्शन हाउस और ओटीटी प्लेटफॉर्म भी सुगम्यता सुविधाओं को अपनाने में उत्तरोत्तर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आईएफएफआई 2024 के दौरान सुलभ बुनियादी ढांचे, सुलभ ई-रिक्शा की उपलब्धता, विशेष रूप से सक्षम और अच्छी तरह से प्रशिक्षित स्वयंसेवकों के लिए व्हीलचेयर और सुलभ वेबसाइटों की भी सराहना की। उन्होंने सुगम्यता के लिए एक आदर्श राज्य बनने के लिए गोवा की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
सुश्री वंदना बूलचंद ने सुगम्यता ऑडिट और प्रशिक्षण आयोजित करने में स्वयं की भूमिका की जानकारी दी। 55वें आईएफएफआई के सुगम्यता भागीदार के रूप में स्वयं ने महोत्सव को समावेशी बनाने के लिए कई पहलुओं पर काम किया। उन्होंने कहा कि स्वयं की पहलों में एनएफडीसी की मीडिया टीम को प्रशिक्षित करना शामिल था, ताकि सोशल मीडिया पोस्ट, वेबसाइट और अन्य संचार सामग्री को दृष्टिहीन दिव्यांगों के अनुकूल बनाया जा सके। स्वयं ने स्वयंसेवकों और अधिकारियों को भी प्रशिक्षित किया, ताकि महोत्सव में भाग लेने वाले दिव्यांग जनों के साथ संवेदनशील व्यवहार सुनिश्चित किया जा सके।
सुश्री बूलचंद ने उपस्थित लोगों को टेक पैवेलियन के सिमुलेशन जोन का अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया। आईएफएफआई में पहली बार, टेक पैवेलियन में स्वयं के सिमुलेशन जोन ने उपस्थित लोगों को दिव्यांगजनों के सामने आने वाली चुनौतियों का अनुभव करने, सुलभता की गहरी समझ को बढ़ावा देने, सार्वजनिक स्थानों और बातचीत में अधिक समावेशी और सहानुभूतिपूर्ण डिजाइनों को प्रेरित करने का अवसर प्रदान किया है।
आईएफएफआई 2024 सभी के लिए समावेशी सिनेमाई अनुभव कराने में हितधारकों के सामूहिक प्रयास का प्रमाण है।
अधिक पढ़ें: https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2074789
******
एमजी/केसी/एसएस
(Release ID: 2076095)
Visitor Counter : 69