युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
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सरदार@150 यूनिटी मार्च के ऐतिहासिक शुभारंभ समारोह के साथ राष्ट्रीय पदयात्रा शुरू हुई

       
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सरदार@150 यूनिटी मार्च शुरू हुआ; प्रधानमंत्री ने युवा शक्ति को राष्ट्रीय ताकत और एकता का आधार बताया

आणंद से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक 11 दिवसीय, 180 किलोमीटर का एकता मार्च शुरू हुआ, यह एक भारत, आत्मनिर्भर भारत की भावना को दोहराता है

राष्ट्रीय पदयात्रा में जिला स्तर की पदयात्राएं और दिल्ली, जयपुर, नागपुर तथा मुंबई से चार प्रवाह रोड यात्राएं शामिल हैं

Posted On: 26 NOV 2025 5:51PM by PIB Delhi

सरदार@150 नेशनल यूनिटी मार्च आज गुजरात के आणंद में मेरा युवा (एमवाई) भारत, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने शुरू किया, जो सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में पूरे देश में मनाए जाने वाले जश्न की एक ऐतिहासिक शुरुआत है। केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक लगभग 180 किलोमीटर की 11 दिवसीय यात्रा शुरू करते हुए राष्ट्रीय पदयात्रा की शुरुआत देश भर में एकता के संदेश को आगे बढ़ाने और एक भारत, आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होता है।

सुबह के समय, विशिष्ट अतिथियों ने करमसद में स्थित सरदार पटेल के पैतृक निवास का दौरा किया, जहां उन्होंने भारत के लौह पुरुष को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा, तथा केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने अपनी इस यात्रा के माध्यम से सरदार पटेल के जीवन, मूल्यों और एकता-प्रधान नेतृत्व के प्रति राष्ट्र की सामूहिक कृतज्ञता को पुन: प्रदर्शित किया। मार्ग में प्रमुख स्थानों पर प्रतिमा सम्मान समारोह भी आयोजित किए गए, जिनमें राष्ट्रीय एकीकरण में सरदार पटेल के योगदान को याद किया गया।

वल्लभ विद्यानगर के शास्त्री मैदान में हुए उद्घाटन समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री; उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया; गुजरात भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री जगदीशभाई विश्वकर्मा; गुजरात सरकार के खाद्य, नागरिक और उपभोक्ता मामले मंत्री श्री रमनभाई सोलंकी; गुजरात सरकार के वित्त राज्य मंत्री श्री कमलेशभाई पटेल; गुजरात विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. हर्षदभाई पटेल; युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव डॉ. पल्लवी जैन के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारी, युवा प्रतिनिधि और हजारों एमवाई भारत स्वयंसेवक मौजूद थे। राष्ट्रीय पदयात्रा का आरंभ अपार उत्साह के बीच हुआ, जब देशभर से आए युवा प्रतिभागी सरदार पटेल की एकता, राष्ट्र-निर्माण और दृढ़ संकल्प की अनुपम विरासत को सम्मान देने के लिए एक साथ आए।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की विशेष मार्गदर्शन में आयोजित इस समारोह में उनके लिखित संदेश के जरिए युवाओं को यूनिटी मार्च में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। प्रधानमंत्री ने एक बार दोहराया कि सरदार पटेल की भावना आज भी राष्ट्र का मार्गदर्शन करती है और एक मजबूत, जीवंत एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भारत के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। इस कार्यक्रम में सरदार गीत को लॉन्च किया गया। एक वीडियो में पिछले कई हफ्तों में देश भर में की गई जिला-स्तरीय पदयात्राओं और सड़क यात्राओं को दिखाया गया। आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया गया जिसके बाद सभी विशिष्ट अतिथियों ने संयुक्त रूप से दोपहर 12:00 बजे राष्ट्रीय पदयात्रा को हरी झंडी दिखाई।

पदयात्रा के शास्त्री मैदान से आगे बढ़ने पर यह आणंद जिले के दस विशिष्ट स्थलों से होकर गुजरी और पहले दिन में 10.40 किलोमीटर की दूरी तय की गई। हजारों युवा ‘एक भारत – आत्मनिर्भर भारत’ का संदेश लेकर साथ चले और सरदार पटेल की एकता, अनुशासन और सामूहिक कर्तव्य के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित किया। मार्ग के प्रतिमा सम्मान और जनसंपर्क गतिविधियों ने राष्ट्रीय एकीकरण और सामुदायिक भागीदारी की भावना को और मजबूत किया।
शास्त्री मैदान में “सरदार और कृषि सहकारी संस्थाओं की नींव” विषय पर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें सरदार पटेल के सहकारी आंदोलन और भारत की कृषि सशक्तिकरण में योगदान को रेखांकित किया गया।

राष्ट्रीय पदयात्रा के साथ-साथ चार राष्ट्रीय प्रवाह सड़क यात्राएं—गंगा, यमुना, नर्मदा और गोदावरी—अपने तय मार्ग पर आगे बढ़ रही हैं। ये चार प्रवाह देश के विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करते हैं। गंगा प्रवाह दिल्ली से, यमुना प्रवाह जयपुर से, नर्मदा प्रवाह नागपुर से और गोदावरी प्रवाह 28 नवंबर को मुंबई से शुरू होगा। चारों प्रवाहों के पदयात्री आनंद, गुजरात में मिलेंगे और राष्ट्रीय पदयात्रा में शामिल होंगे। इन प्रवाहों में युवा शक्ति की व्यापक भागीदारी, सामुदायिक संपर्क और सांस्कृतिक संवाद शामिल हैं, जो सामूहिक रूप से भारत के विविध क्षेत्रों के एकता के साझा संदेश की ओर समन्वय का प्रतीक हैं।

पदयात्रियों के शाम में नावली में विश्राम स्थल पर पहुंचने पर उनका उनका सजीव सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ स्वागत किया गया। शाम में लोक प्रदर्शन, देशभक्ति गीत, पारंपरिक संगीत और सरदार पटेल के जीवन एवं रियासतों के एकीकरण को दर्शाने वाले नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए गए, जिसने गर्व, चिंतन और सामूहिक उत्सव का वातावरण निर्मित किया। इन गतिविधियों ने सामुदायिक सहभागिता को मजबूत किया और क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया।

पहले दिन की अभूतपूर्व जन प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि सरदार पटेल के भारत की एकता और राष्ट्र निर्माण में योगदान के प्रति लोगों में गहरी भावनात्मक श्रद्धा है। आगामी कई दिनों में राष्ट्रीय पदयात्रा कई जिलों से होकर गुजरेगी, जिसमें प्रदर्शनी, सरदार गाथाएँ, ग्राम सभाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामुदायिक संवाद गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जो राष्ट्रीय सद्भाव, सामाजिक जिम्मेदारी और साझा उद्देश्य के संदेश को और मजबूत करेंगी।

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पीके/केसी/एसएस/डीके


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