वस्त्र मंत्रालय
वस्त्र मंत्रालय की सचिव ने मुंबई में वस्त्र संस्थानों, निर्यात परिषदों और अनुसंधान संघों की गतिविधियों की समीक्षा की
Posted On:
13 NOV 2025 6:04PM by PIB Delhi
वस्त्र मंत्रालय की सचिव एवं वस्त्र समिति की अध्यक्ष श्रीमती नीलम शमी राव ने आज से मुंबई का अपना दो दिवसीय व्यापक दौरा शुरू किया। इस दौरे में वे वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न निकायों के चल रहे कार्यक्रमों, संस्थागत प्रदर्शन और नीति कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा करेंगी। अपने दौरे के पहले दिन, उन्होंने विकास आयुक्त (हथकरघा) डॉ. एम. बीना के साथ हथकरघा और संबद्ध क्षेत्रों से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा की।
वस्त्र मंत्रालय की सचिव एवं वस्त्र समिति की अध्यक्ष श्रीमती नीलम शमी राव ने आज से मुंबई का अपना दो दिवसीय व्यापक दौरा शुरू किया। इस दौरे में वे वस्त्र मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत विभिन्न निकायों के चल रहे कार्यक्रमों, संस्थागत प्रदर्शन और नीति कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा करेंगी। अपने दौरे के पहले दिन, उन्होंने विकास आयुक्त (हथकरघा) डॉ. एम. बीना के साथ हथकरघा और संबद्ध क्षेत्रों से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा की।

यात्रा के दौरान, सचिव ने सुश्री अंशु सिन्हा, आईएएस, प्रमुख सचिव (वस्त्र) महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर उन्होंने महाराष्ट्र में केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन में राज्य और केंद्र दोनों के साथ तालमेल लाने पर विचार-विमर्श किया और राज्य में इस क्षेत्र के विकास को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चर्चा की।

दौरे की शुरुआत वस्त्र समिति में एक विस्तृत समीक्षा बैठक के साथ हुई। इस दौरान सचिव ने वस्त्र समिति के संस्थापकों द्वारा वस्त्र समिति अधिनियम, 1963 में परिकल्पित कार्यों के संदर्भ में संगठन की गतिविधियों की जांच की और इसकी गतिविधियों को पुनर्गठित और पुनः उन्मुख करने की सलाह दी ताकि अधिनियम के उद्देश्यों को पूरा किया जा सके और वस्त्र मंत्रालय के विजन को पूरा करने के लिए उद्योग को समर्थन दिया जा सके। उन्होंने वैज्ञानिक, तकनीकी और आर्थिक अनुसंधान में उद्योग की बढ़ती जरूरतों पर जोर दिया और वस्त्र समिति के कार्यों को इनके लिए जिम्मेदार ठहराया। बातचीत के दौरान उद्योग और सरकार दोनों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्राथमिकताओं को फिर से संरेखित करने की सलाह दी गई। वस्त्र समिति को क्षेत्र की जमीनी हकीकत पर जानकारी प्रदान करके उद्योग और सरकार के बीच एक कड़ी की तरह काम करना चाहिए ताकि उद्योग को वस्त्र मंत्रालय के नीतिगत हस्तक्षेपों की मदद से इनको कम करने में मदद मिल सके।
इसके बाद, श्रीमती राव ने सिंथेटिक एवं आर्ट सिल्क मिल्स रिसर्च एसोसिएशन का दौरा किया। समीक्षा में तकनीकी वस्त्रों, मानव निर्मित रेशों और हरित वस्त्र नवाचारों के क्षेत्र में एसोसिएशन के चल रहे अनुसंधान एवं विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया। सचिव ने प्रशिक्षण एवं शिक्षा, तकनीकी वस्त्र अनुप्रयोगों को बढ़ावा देने, औद्योगिक परीक्षण सुविधाओं और सिंथेटिक क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता को मज़बूत करने के उद्देश्य से क्षमता निर्माण कार्यक्रमों में एसोसिएशन के योगदान की सराहना की। उन्होंने एसोसिएशन की अनुसंधान गतिविधियों को वैश्विक स्थिरता और पुनर्चक्रण उद्देश्यों के साथ जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।

विकास आयुक्त (हथकरघा) कार्यालय स्थित बुनकर सेवा केंद्र (डब्ल्यूएससी) में, श्रीमती राव और डॉ. बीना ने राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम, क्लस्टर विकास कार्यक्रम और बुनकरों के लिए प्रदर्शनियों, डिज़ाइन नवाचार और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म जैसे विपणन हस्तक्षेपों सहित प्रमुख योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की। सचिव ने भारत के हथकरघा उत्पादों की घरेलू और निर्यात पहुँच का विस्तार करने के लिए प्रौद्योगिकी एकीकरण, ई- कॉमर्स की क्षमता और हथकरघा चिह्न संवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला।
इसके बाद, प्रतिनिधिमंडल ने सूती वस्त्र निर्यात संवर्धन परिषद (टेक्सप्रोसिल) का दौरा किया, जहाँ सूती वस्त्र निर्यात क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुई। yah चर्चाएँ निर्यात प्रतिस्पर्धा, बाज़ारों के विविधीकरण, कस्तूरी कॉटन भारत और मूल्यवर्धित सूती वस्त्र उत्पादों के प्रोत्साहन पर केंद्रित रहीं। श्रीमती राव ने व्यापार मेलों, क्रेता-विक्रेता बैठकों और अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडिंग पहलों के माध्यम से निर्यातकों को सहयोग देने में टेक्सप्रोसिल की सक्रिय भूमिका की सराहना की।
मानव निर्मित वस्त्र निर्यात संवर्धन परिषद में भी इसी तरह की एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। सचिव ने निर्यात प्रदर्शन के रुझानों, सिंथेटिक और मिश्रित वस्त्र निर्यातकों के सामने आने वाली चुनौतियों और भारतीय मानव निर्मित रेशों की वैश्विक दृश्यता बढ़ाने की रणनीतियों की समीक्षा की। उन्होंने परिषद को स्थिरता-संचालित निर्यात मॉडल अपनाने और बाज़ार में बेहतर पहुँच के लिए मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) और व्यापार समझौतों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।

शाम को, सचिव ने वस्त्र आयुक्त कार्यालय में एक व्यापक समीक्षा बैठक की, जिसमें मंत्रालय की प्रमुख योजनाओं, जैसे पीएम मित्र पार्क योजना, वस्त्रों के लिए उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना और समर्थ - कौशल विकास योजना पर ध्यान केंद्रित किया गया।
श्रीमती राव प्रमुख उद्योग संघों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करेंगी, जिसमें नीतिगत प्रतिक्रिया, स्थिरता संबंधी पहलों और निवेश प्रोत्साहन पर चर्चा करने के लिए वस्त्र मूल्य श्रृंखला के सभी प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगी।
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पीके/ केसी/ जेएस/डीके
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