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अक्टूबर, 2025 में जीएसटी राजस्व तेजी से बढ़ा

Posted On: 03 NOV 2025 3:30PM by PIB Delhi

मुख्य बिंदु

  • अक्टूबर 2025 में जीएसटी का कुल संग्रहण  1,95,936 करोड़ हुआ
  • पिछले साल के अक्टूबर महीने की तुलना में 4. 6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
  • सकल घरेलू जीएसटी राजस्व राशि पिछले अक्टूबर 2024 के 1,42,251 करोड़ की तुलना में 2 प्रतिशत बढ़कर 1,45,052 करोड़  हुई.

 

अक्टूबर 2025 में वस्तु और सेवा कर यानी जीएसटी राजस्व की कुल वसूली बढ़कर 1,95,936 करोड़ हो गयी है जो पिछले साल 2024 के अक्टूबर महीने में संग्रहित 1,87,346 करोड़ की तुलना में 4.6 प्रतिशत ज्यादा है। जीएसटी में यह तीव्र बढ़ोत्तरी पिछले सितम्बर महीने में जीएसटी दरों में भारी कटौती के बावजूद संभव हुई है। यह घटनाक्रम इस बात को इंगित करता है कि इस बार त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं की मांग जबरदस्त रही। यदि अक्टूबर 24 से लेकर अक्टूबर 25 तक जीएसटी की सालाना बढ़ोत्तरी को देखें तो सकल वसूली 9,65,138 करोड़ से 7.8 प्रतिशत बढ़कर 10,40,055 करोड़ हो गयी। यदि केवल घरेलू स्तर पर जीएसटी की वसूली की सकल मात्रा पर गौर करे तो यह पिछले अक्टूबर 2024 में यह राशि 1,42,251 करोड़ थी वह अब 2 प्रतिशत बढ़कर अभी इस अक्टूबर 2025 में 1,45,052 करोड़ हो गयी है। जबकि आयात से प्राप्त जीएसटी राजस्व की वसूली में इस दौरान 12.9 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई जो नीचे दी गयी तालिका से स्पष्ट होता है।

(देखें तालिका-1)

टेबल-1: 31/10/2025 तक सकल व शुद्ध जीएसटी संग्रहण की राशि (करोड़ में)

जीएसटी संग्रहण

मासिक

वार्षिक

 

अक्टू-24

अक्टू-25

% वृद्धि दर

अक्टू-24

अक्टू-25

% वृद्धि दर

A

B

C

D = C/B-1

E

F

G = F/E-1

A.1. घरेलू

सीजीएसटी

33,821

36,547

 

2,37,373

2,58,364

 

एसजीएसटी

41,864

45,134

 

2,94,365

3,20,425

 

आईजीएसटी

54,878

55,647

 

3,51,963

3,83,000

 

चुंगी

11,688

7,724

 

81,437

78,266

 

सकल घरेलू राजस्व

1,42,251

1,45,052

2.0%

9,65,138

10,40,055

7.8%

A.2. आयात

आईजीएसटी

44,233

50,796

 

3,02,524

3,43,423

 

चुंगी

863

88

 

6,779

5,889

 

सकल आयात राजस्व

45,096

50,884

12.84%

3,09,303

3,49,312

12.9%

A.3. सकल जीएसटीराजस्व

 

 

(A.1 + A.2)

सीजीएसटी

33,821

36,547

 

2,37,373

2,58,364

 

एसजीएसटी

41,864

45,134

 

2,94,365

3,20,425

 

आईजीएसटी

99,111

1,06,443

 

6,54,488

7,26,423

 

चुंगी

12,550

7,812

 

88,216

84,154

 

सकल सीजीएसटी राजस्व

1,87,346

1,95,936

4.6%

12,74,442

13,89,367

9.0%

 

 

 

 

 

 

 

                 

Source: https://tutorial.gst.gov.in/downloads/news/net_revvenue_gst_oct_2025.pdf

 

जीएसटी रिफंड में इस दौरान 39.6 प्रतिशत की मासिक बढ़ोत्तरी हुई है जिसमे घरेलू स्तर पर जीएसटी रिफंड की बढ़ोत्तरी दर 26. 5 प्रतिशत तथा आयात पर लगे जीएसटी की रिफंड दर में 55.3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। घरेलू जीएसटी की रिफंड राशि अक्टूबर 2024 के 10,484 करोड़ के मुकाबले बढ़कर अक्टूबर 2025 में 13,260 करोड़ हो गयी। तथा विदेशी आयात पर लगी जीएसटी की रिफंड राशि इस दौरान 8,808 करोड़ से बढ़कर 13,675 करोड़ हो गई। यदि शुद्ध जीएसटी वसूली की मात्रा देखें तो अक्टूबर 2025 में यह राशि 1,69,002 करोड़ है जिसमे पिछले साल के इसी अक्टूबर महीने में संग्रहित 1,68,054 करोड़ की राशि से 0. 6 प्रतिशत ज्यादा है। जबकि सालाना शुद्ध जीएसटी की वसूली इस दौरान 7.1 प्रतिशत ज्यादा बढ़ी है ।

वर्ष 2025 -26 में मजबूत और निरंतर प्रदर्शन

भारतीय अर्थव्यवस्था में हो रही निरंतर बढ़ोत्तरी भारत के घरेलू उपभोग और मांग की मजबूती को प्रदर्शित करने के साथ साथ जीएसटी रिजीम के बढ़ रहे कर दायरे का भी परिचायक है। नीचे दी गयी तालिका से अक्टूबर 2025 में जीएसटी संग्रहण का ब्यौरा (देखें तालिका 2)

     तालिका 2 : जीएसटी संग्रहण, अक्टूबर 2025 : एक नजर

 हिस्सा

राशि (करोड़ रुपये में )

केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी )

36,547

  • जीएसटी (एसजीएसटी )

45,134

संयुक्त जीएसटी (आईजीएसटी )

1,06,443

चुंगी

7,812

सकल जीएसटी वसूली

1,95,936

  Source: https://tutorial.gst.gov.in/downloads/news/net_revvenue_gst_oct_2025.pdf

राज्यवार प्रदर्शन

ख़ुशी की बात ये रही की देश के उद्योग और सेवा प्रधान देश अनेक राज्यों में जीएसटी वसूली में अक्टूबर 2024 की तुलना हुई बढ़ोत्तरी बेहद उल्लेखनीय थी। तालिका 3 में ये देख सकते है। महाराष्ट्र , कर्नाटक , गुजरात , तमिलनाडु और हरियाणा इन सभी ने देश के सकल जीएसटी राजस्व वसूली में 40 प्रतिशत का योगदान दिया जो इनके देश में उपभोग और उत्पादन के प्रमुख केंद्र होने का परिचायक है।

तालिका 3 में अक्टूबर 2025 के दौरान जीएसटी राजस्व में राज्यवार बढ़ोत्तरी प्रदर्शित किया गया है जिसमे आयातित सामानों पर आरोपित जीएसटी को वसूली शामिल नहीं है। तालिका संख्या 4 में अक्टूबर 2025 तक पूर्व जीएसटी निर्धारण और बाद जीएसटी निर्धारण के आंकड़े प्रदर्शित किये गए है। गौरतलब है कि बाद में निर्धारित जीएसटी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश के जीएसटी राजस्व के एसजीएसटी और आईजीएसटी दोनों मदों में शामिल है।

तालिका 3 : जीएसटी राजस्व में अक्टूबर 2025 के दौरान बढ़ोत्तरी

राज्य/केन्द्र्शसित्त प्रदेश

अक्टू -24

अक्टू -25

वृद्धिदर (%)

जम्मू और कश्मीर

608

551

-9%

हिमाचल प्रदेश

867

722

-17%

पंजाब

2,211

2,311

4%

चंडीगढ़

243

233

-4%

उत्तराखंड

1,834

1,604

-13%

हरियाणा

10,045

10,057

0%

दिल्ली

8,660

8,538

-1%

राजस्थान

4,469

4,330

-3%

उत्तर प्रदेश

9,602

9,806

2%

बिहार

1,604

1,652

3%

सिक्कम

333

308

-8%

अरुणाचल प्रदेश

58

84

44%

नागालैंड

45

66

46%

मणिपुर

67

65

-3%

मिजोरम

41

40

-3%

त्रिपुरा

105

99

-6%

मेघालय

164

161

-2%

असम

1,478

1,440

-3%

पश्चिम बंगाल

5,597

5,556

-1%

झारखण्ड

2,974

2,518

-15%

ओड़िशा

4,592

4,824

5%

छत्तीसगढ़

2,656

2,598

-2%

मध्यप्रदेश

3,649

3,449

-5%

गुजरात

11,407

12,113

6%

दाददादर और नागर हवेली और दमनदीव

369

405

10%

महाराष्ट्र

31,030

32,025

3%

कर्नाटक

13,081

14,395

10%

गोवा

559

545

-3%

लक्षदीप

1

2

39%

केरल

2,896

2,833

-2%

तमिलनाडु

11,188

11,588

4%

पुड्डुचेरी

252

192

-24%

अंदमान और निकोबार द्वीप समूह

28

36

30%

तेलंगाना

5,211

5,726

10%

आंध्र प्रदेश

3,815

3,490

-9%

लद्दाख

56

78

39%

अन्य क्षेत्र

191

247

29%

केंद्र अधिकार क्षेत्र

266

366

38%

कुल

1,42,251

1,45,052

2%

Source: https://tutorial.gst.gov.in/downloads/news/net_revvenue_gst_oct_2025.pdf

तालिका 4: राज्यों और केंद्र शसित प्रदेशो की एसजीएसटी और आईजीएसटी में में एसजीएसटी राजस्व की

अक्टूबर 2025 तक की निर्धारित राशि (राशि करोड़ रुपये में )

राज्य/केन्द्र्शासित्तप्रदेश

पूर्व निर्धारित एसजीएसटी 2024-25

पूर्व निर्धारित एसजीएसटी2025-26

वृद्धि दर

बाद में निर्धारित एसजीएसटी 2024-25

बाद में निर्धारित एसजीएसटी 2025-26

वृद्धिदर

जम्मू और कश्मीर

1,765

1,770

0%

5,143

4,693

-9%

हिमाचल प्रदेश

1,597

1,577

-1%

3,603

3,580

-1%

पंजाब

5,342

5,770

8%

13,551

15,494

14%

चंडीगढ़

429

438

2%

1,346

1,306

-3%

उत्तराखंड

3,393

3,799

12%

5,349

5,884

10%

हरियाणा

13,472

14,962

11%

22,973

28,006

22%

दिल्ली

10,415

11,711

12%

20,092

22,929

14%

राजस्थान

10,418

11,232

8%

24,541

26,387

8%

उत्तर प्रदेश

20,508

21,272

4%

48,733

48,024

-1%

बिहार

5,153

5,998

16%

16,290

17,824

9%

सिक्कम

217

312

44%

549

696

27%

अरुणाचल प्रदेश

330

456

38%

1,068

1,239

16%

नागालैंड

165

240

46%

611

715

17%

मणिपुर

232

229

-1%

736

763

4%

मिजोरम

170

134

-21%

562

543

-3%

त्रिपुरा

312

338

9%

1,005

988

-2%

मेघालय

363

400

10%

1,049

1,014

-3%

असम

3,703

4,043

9%

8,985

10,878

21%

पश्चिम बंगाल

14,128

14,857

5%

26,650

27,109

2%

झारखण्ड

5,075

5,553

9%

8,188

8,573

5%

ओड़िशा

10,354

10,768

4%

15,035

14,310

-5%

छत्तीसगढ़

4,963

5,294

7%

8,593

8,393

-2%

मध्यप्रदेश

7,820

8,581

10%

20,385

20,300

0%

गुजरात

25,898

28,690

11%

41,439

45,574

10%

दादर और नागर हवेली और दमनदीव

434

448

3%

726

649

-10%

महाराष्ट्र

64,324

70,775

10%

96,723

1,10,910

15%

कर्नाटक

25,822

29,025

12%

47,538

49,656

4%

गोवा

1,451

1,493

3%

2,479

2,525

2%

लक्षदीप

4

5

18%

48

56

14%

केरल

8,529

9,164

7%

19,046

19,395

2%

तमिलनाडु

26,359

28,401

8%

44,744

45,014

1%

पुड्डुचेरी

316

337

7%

902

813

-10%

अंदमान और निकोबार द्वीप समूह

123

131

6%

337

441

31%

तेलंगाना

12,089

12,798

6%

25,306

26,334

4%

आंध्र प्रदेश

8,416

9,049

8%

19,171

19,696

3%

लद्दाख

142

168

18%

442

447

1%

अन्य क्षेत्र

112

207

85%

503

895

78%

कुल

2,94,365

3,20,425

9%

5,55,227

5,91,353

7%

Source: https://tutorial.gst.gov.in/downloads/news/net_revvenue_gst_oct_2025.pdf

 

निष्कर्ष

अक्टूबर 2025 में जीएसटी राजस्व की हुई वसूली भारतीय अर्थव्यवस्था की ठोस प्रगति, त्योहारी सीजन में उपभोग के ऊँचे स्तर और कर प्रशासन की प्रभावी कार्यप्रणाली का द्योतक है। आयात आधारित जीएसटी वसूली में दर्ज़ बढ़ोत्तरी हमारी व्यापारिक सक्रियता तो वही घरेलू स्तर पर जीएसटी वसूली में दर्ज़ बढ़ोत्तरी हमारी निरंतर आर्थिक प्रगति को इंगित करती हैं।

कुल मिलाकर जीएसटी की ऊँची वसूली की मात्रा हमारे बढ़ते उपभोग स्तर, करों का बढ़ता दायरा और उत्तम राजकोषीय स्थिति को दर्शा रहा है जो चालू वित्त वर्ष 2025 -26 के समापन तक जारी रहने की तरफ इशारा कर रही है।

सन्दर्भ

पत्र सूचना कार्यालय, प्रेस रिलीज

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पीके/केसी/एमएम


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