पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास मंत्रालय
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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम-डिवाइन के तहत एकीकृत सोहरा पर्यटन सर्किट की आधारशिला रखी


मेघालय में 233 करोड़ रुपए की डीओएनईआर परियोजनाओं का शुभारंभ

पर्यटन सर्किट, सोहरा को विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थायी और अनुभवात्मक पर्यटन के एक मॉडल के रूप में स्थापित करने के लिए एक विशेष पहल: सिंधिया

यह परियोजना मेघालय को एक संपर्कयुक्त, आत्मविश्वासी और प्रतिस्पर्धी राज्य के रूप में बदलने में तेज़ी लाएगी

Posted On: 01 NOV 2025 8:35PM by PIB Delhi

केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास पहल (पीएम-डिवाइन) योजना के तहत आज एकीकृत सोहरा सर्किट विकास की आधारशिला रखी और मेघालय के मुख्यमंत्री श्री कॉनराड संगमा, राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों और पर्यटन से जुड़े हितधारकों की मौजूदगी में 233 करोड़ रुपए लागत की कई पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया।

इस मौके पर श्री सिंधिया ने मेघालय को "धरती पर स्वर्ग, बादलों और झरनों का आशियाना, जहाँ हर हवा में गरिमा, विश्वास और तरक्की की सुगंध है" बताया। उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र में जिम्मेदार, समावेशी और विरासत-आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।

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मोदी युग में मेघालय का पुनर्जागरण

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, पिछले एक दशक में पूर्वोत्तर में बड़े बदलाव हुए हैं, जिसने इसे एक "भूमि से घिरे" क्षेत्र से, "भूमि से जुड़े महाशक्ति" के रुप में बदल दिया है।

उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि 10% सकल बजटीय सहायता नीति के ज़रिए इस क्षेत्र में 6.2 लाख करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि से मदद की गई है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में संपर्क, उद्यमशीलता और सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि मेघालय इस नए सिरे से किए गए फोकस का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है, जिसने बुनियादी ढाँचे, हवाई संपर्क और पर्यटन में लक्षित निवेश के ज़रिए कोविड- के बाद के वर्षों में 12-16% की वृद्धि हासिल की है।

श्री सिंधिया ने 166.8 किलोमीटर लंबे शिलांग-सिलचर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (22,864 करोड़ रुपए) और बड़े विमानों के लिए उमरोई हवाई अड्डे के विस्तार जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं पर प्रकाश डाला, जिससे वार्षिक उड़ान संचालन में तेज़ी से बढ़ोत्तरी मुमकिन हो पाएगी। उन्होंने आगे कहा कि न्यू शिलांग सिटी परियोजना एक "स्मार्ट-ग्रीन टाउनशिप" और पूर्वोत्तर के लिए एक ज्ञान केंद्र के रूप में उभरेगी।

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एकीकृत सोहरा सर्किट: ज़िम्मेदार पर्यटन के लिए आदर्श

पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और मेघालय सरकार द्वारा संयुक्त रूप से परिकल्पित एकीकृत सोहरा सर्किट, पूर्वोत्तर में सबसे महत्वाकांक्षी पर्यटन पहलों में से एक है। 650 करोड़ रुपए से अधिक के कुल निवेश के साथ, जिसमें पूर्वोतर क्षेत्र विकास मंत्रालय के अंतर्गत 221 करोड़ रुपए भी शामिल हैं, इस परियोजना का मकसद सोहरा को एक बहु-दिवसीय अनुभवात्मक पर्यटन स्थल में बदलना है, जो स्थिरता और स्थानीय आजीविका पर आधारित हो।

कुटमदन में 115 करोड़ रुपए के निवेश से विकसित किया जा रहा सोहरा अनुभव केंद्र, इस सर्किट के सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जहाँ एम्फीथिएटर, वर्षा अनुभव पार्क, कला दीर्घाओं और शिल्प मंडपों के ज़रिए मेघालय की विविध आदिवासी विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा।

सहायक परियोजनाओं में नोहकलिकाई फॉल्स परिसर (26 करोड़ रुपए), मावसमाई इको पार्क (29 करोड़ रुपए), सेवन सिस्टर्स फॉल्स व्यूपॉइंट, शेला रिवरसाइड डेवलपमेंट और हॉट-एयर बैलून राइड जैसी साहसिक पर्यटन सुविधाओं से युक्त वाहकलियार कैन्यन शामिल हैं। इन परियोजनाओं से कुल मिलाकर पर्यटकों के खर्च में छह गुना वृद्धि होने की उम्मीद है, साथ ही 4,600 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

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बुनियादी ढ़ांचे और संपर्क को बढ़ावा

पर्यटन सर्किट के साथ-साथ, क्षेत्रीय गतिशीलता और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई अहम बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। इनमें शामिल हैं:

  • पिनुरस्ला-लतांगरीवान-मॉलिन्नॉंग सड़क (29.97 करोड़ रुपए)- एशिया के सबसे स्वच्छ गाँव तक हर मौसम में पहुँच प्रदान करेगी और सीमा पार पर्यटन और स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देगी।
  • मॉशिन्रुत-हाहिम (अथियाबारी) सड़क (99.76 करोड़ रुपए)- मध्यम लेन मानकों में उन्नत, पश्चिमी मेघालय में कृषि संपर्क को मजबूत करेगा।
  • जोंगक्षा-वहियाजेर रोड (21.86 करोड़ रुपए) पर उमंगोट नदी पर एक बड़े पुल का शिलान्यास - लोगों और माल की बेहतर आवाजाही के लिए पूर्वी खासी हिल्स और जयंतिया हिल्स को जोड़ेगा।

श्री सिंधिया ने यह भी बताया कि उमरोई हवाई अड्डे के रनवे विस्तार और नए शिलांग पश्चिमी बाईपास से जल्द ही गुवाहाटी और सोहरा के बीच यात्रा का समय करीब चार घंटे तक कम हो जाएगा, जिससे यह क्षेत्र प्रमुख पर्यटन और व्यापार केंद्रों के करीब आ जाएगा।

पर्यटन और कौशल विकास के ज़रिए समुदायों का सशक्तिकरण

केंद्रीय मंत्री ने ज़ोर देते हुए कहा कि सोहरा सर्किट यह सुनिश्चित करेगा कि "मेघालय में एक पर्यटक की पहली मुस्कान स्थानीय परिवार की पहली आय बने।"

मेघालय कौशल विकास सोसाइटी और आईएचएम शिलांग के सहयोग से स्थानीय युवाओं को आतिथ्य, सुरक्षा प्रबंधन और पर्यावरण-पर्यटन प्रथाओं में प्रशिक्षित करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम पहले से ही चल रहे हैं।

उन्होंने दोहराया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय समावेशी विकास के ऐसे रास्ते बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो राज्य की प्राकृतिक और सांस्कृतिक संपदा को संरक्षित रखते हुए उसके लोगों के लिए निरंतर आजीविका सुनिश्चित करें।

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मेघालय: विरासत से उम्मीद की ओर

केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "मेघालय आज विरासत और आशा के संगम पर खड़ा है। ये परियोजनाएँ महज़ बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए नहीं हैं, बल्कि ये भविष्य के निर्माण के लिए हैं।"

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उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य के बीच बेहतर तालमेल से, मेघालय एक संपर्क युक्त, आत्मविश्वासी और प्रतिस्पर्धी राज्य बनेगा, जो विकसित भारत @2047 की दिशा में पूर्वोत्तर की यात्रा का नेतृत्व करेगा।

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