संचार मंत्रालय
केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने विकसित भारत के लिए लॉजिस्टिक्स सुधारों और डिजिटल नवाचार के माध्यम से डाक विभाग की परिवर्तनकारी यात्रा का नेतृत्व किया
केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समयबद्ध घरेलू डिलीवरी बढ़ाने और अंतर्राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स में तेजी लाने के उद्देश्य से आठ नए उत्पादों की घोषणा की
3.57 करोड़ से अधिक आधार नामांकन और अद्यतन, 43 लाख पासपोर्ट आवेदन सफलतापूर्वक संसाधित
देश भर में 9.13 लाख से अधिक पीएम विश्वकर्मा टूलकिट वितरित किए गए, डाक घर निर्यात केंद्रों के माध्यम से ₹148.19 करोड़ मूल्य के 6.94 लाख शिपमेंट निर्यात किए गए
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने 3.5 करोड़ नए खाते खोले, 99% डोरस्टेप सेवा, 59% महिलाओं के पास
बालिका बचत को बढ़ावा देने के लिए 81 लाख से अधिक सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोले गए
Posted On:
17 OCT 2025 7:31PM by PIB Delhi
केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री, श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में एक संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग की अध्यक्षता की। उन्होंने डाक विभाग (डीओपी) और दूरसंचार विभाग की पिछले वर्ष की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन के तहत, श्री सिंधिया ने डाक विभाग के पारंपरिक डाक नेटवर्क से नागरिक-केंद्रित लॉजिस्टिक्स और डिजिटल सेवा संगठन में उल्लेखनीय परिवर्तन को रेखांकित किया , जिसमें प्रत्येक भारतीय परिवार की सेवा के लिए विश्वास, प्रौद्योगिकी और समावेशन का संयोजन किया गया है।

केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया की अध्यक्षता में प्रेस कॉन्फ्रेंस
डाक विभाग ने जून 2024 और सितंबर 2025 के बीच देश भर में आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- 3.57 करोड़ से अधिक आधार नामांकन और अद्यतन पूरे हुए, तथा 10 नए पासपोर्ट सेवा केन्द्रों के जुड़ने से 43 लाख पासपोर्ट संसाधित हुए ।
- देश भर में 9.13 लाख से अधिक पीएम विश्वकर्मा टूलकिट वितरित किए गए, और डाक घर निर्यात केंद्रों के माध्यम से 148.19 करोड़ रुपये मूल्य के 6.94 लाख निर्यात शिपमेंट की सुविधा प्रदान की गई।
- बालिकाओं के लिए बचत को बढ़ावा देने के लिए 3.5 करोड़ इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते (99% घर के दरवाजे पर, 59% महिलाएं) और 81.09 लाख सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोले गए ।
विभाग को संरचनात्मक रूप से छह खंडों में पुनर्गठित किया गया है - मेल, पार्सल, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, पीओएसबी, पीएलआई और नागरिक-केंद्रित सेवाएं - जिन्हें चार क्षैतिज प्रवर्तकों द्वारा समर्थन प्राप्त है : प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन, वित्त और ग्राहक संतुष्टि।
आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना के अनुरूप, विभाग आईटी 2.0 परियोजना के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व कर रहा है, जिसे डाक प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र (सीईपीटी) में स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। अपने लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम को मज़बूत करते हुए, भारतीय डाक ने तेज़ और अधिक विश्वसनीय डिलीवरी समाधान प्रदान करने के लिए अग्रणी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ साझेदारी भी की है—जिससे ग्राहक अनुभव में सुधार के साथ-साथ लॉजिस्टिक्स बाज़ार में वृद्धि और प्रतिस्पर्धात्मकता को भी बढ़ावा मिला है। इन प्रयासों के पूरक के रूप में, नया ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम) प्लेटफ़ॉर्म सक्रिय, प्रतिक्रिया-आधारित जुड़ाव पर केंद्रित है, जो पारंपरिक शिकायत निवारण से आगे बढ़कर ग्राहकों की संतुष्टि और विश्वास को और बेहतर बनाता है।
श्री सिंधिया ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के लिए कई नए उत्पादों की घोषणा की। प्रमुख पेशकशों में 24 स्पीड पोस्ट और 48 स्पीड पोस्ट शामिल हैं जो 24 और 48 घंटे की गारंटीशुदा डिलीवरी प्रदान करते हैं, और पार्सल नेक्स्ट डे डिलीवरी तथा एंड-टू-एंड ट्रैकिंग के साथ पार्सल ई2ई भी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, डायरेक्ट लाइन , वाणिज्यिक संस्थाओं के साथ साझेदारी में, तेज़ सीमा-पार शिपिंग सुनिश्चित करती है, जबकि स्पीड पोस्ट इंटरनेशनल और पार्सल लास्ट माइल का लक्ष्य वैश्विक डिलीवरी समय-सीमा को बढ़ाना और भारत के निर्यात और अंतिम-मील कनेक्टिविटी को मज़बूत करना है।
डाक विभाग स्वदेशी रूप से विकसित मानकीकृत जियोकोडेड ओपन-सोर्स नेशनल एड्रेसिंग ग्रिड - DIGIPIN पर आधारित डिजिटल एड्रेस इकोसिस्टम की शुरुआत कर रहा है। यह पूरे देश को सटीक 4 मीटर x 4 मीटर के ग्रिड में मैप करता है और प्रत्येक स्थान को एक अद्वितीय 10-वर्ण अल्फ़ान्यूमेरिक कोड प्रदान करता है। यह अग्रणी पहल नागरिक-केंद्रित सेवा वितरण को बदल देगी, भू-स्थानिक शासन को मज़बूत करेगी और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों में दक्षता को सुगम बनाएगी। यह BFSI क्षेत्र के लिए डिजिटल KYC को भी सक्षम बनाएगा और पूरे भारत में ई-गवर्नेंस और सेवा सुगमता के एक नए युग की शुरुआत करेगा।
लॉजिस्टिक्स सुधार और डिजिटल नवाचार से लेकर समावेशी विकास और निर्यात सुविधा तक, डाक विभाग खुद को विकसित भारत के एक प्रमुख प्रवर्तक के रूप में पुनर्परिभाषित कर रहा है ।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और
संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ।
पीके/केसी/एनकेएस
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