सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
मसौदा प्रश्नावली पर निगमित सेवा क्षेत्र के उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसआईएसएसई) प्रतिक्रिया
प्रविष्टि तिथि:
17 OCT 2025 4:09PM by PIB Delhi
सेवा क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था का एक ऐसा प्रमुख चालक है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 50 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है और लाखों नौकरियां प्रदान करता है। इस क्षेत्र के सटीक एवं व्यापक आंकड़े सूचित नीति-निर्माण, रणनीतिक नियोजन और निवेश संबंधी निर्णयों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
सेवा क्षेत्र के अनिगमित हिस्से को भले ही अनिगमित क्षेत्र उद्यमों के वार्षिक सर्वेक्षण (एएसयूएसई) में नियमित रूप से शामिल किया जाता है, लेकिन निगमित सेवा क्षेत्र की आर्थिक एवं परिचालनात्मक विशेषताओं, रोजगार और अन्य संबद्ध पहलुओं से संबंधित, विशेष रूप से उद्योग-वार और राज्य/केन्द्र-शासित प्रदेश - वार, सुसंगत आंकड़ों का अभाव है। आंकड़ों का यह अंतर मुख्य रूप से निगमित गैर-कृषिगत और गैर-मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्रों के विभिन्न उप-क्षेत्रों को कवर करने वाले नियमित राष्ट्रीय स्तर के सर्वेक्षण के अभाव के कारण है।
इस अंतर को दूर करने हेतु, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अर्थव्यवस्था के निगमित सेवा क्षेत्र को व्यापक रूप से कवर करने के लिए निगमित सेवा क्षेत्र के उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसआईएसएसई) तैयार किया है।
कॉरपोरेट ‘निर्माण’, ‘व्यापार’ और ‘अन्य सेवाओं’ (परिवहन, आवास एवं खाद्य सेवाएं, सूचना एवं संचार, स्वास्थ्य, शिक्षा, अचल संपत्ति, आदि सहित) से संबंधित वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) के डेटासेट को एएसआईएसएसई के लिए नमूना फ्रेम के रूप में परिकल्पित किया गया है।
व्यापक पूर्ण वार्षिक सर्वेक्षण के शुभारंभ से पहले, एक अखिल भारतीय प्रायोगिक अध्ययन [सेवा क्षेत्र उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसएसएसई) नाम से] जीएसटीएन फ्रेम का उपयोग करके दो चरणों में किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य नमूना फ्रेम के रूप में जीएसटीएन डेटाबेस की उपयुक्तता का परीक्षण करना, चयनित फ्रेम जानकारी को सत्यापित एवं अद्यतन करना (मई-अगस्त, 2024 के दौरान चरण- I में) और परिचालन संबंधी तौर-तरीकों जैसे कि उद्यमों की प्रतिक्रिया, निर्देश की पर्याप्तता, प्रश्नावली की संरचना, सूचना की संग्रहणीयता आदि (नवंबर, 2024 से जनवरी, 2025 के दौरान चरण- II में) का परीक्षण करना था।
प्रायोगिक (पायलट) अध्ययन से संबंधित तकनीकी रिपोर्ट को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) की वेबसाइट पर इस लिंक: https://mospi.gov.in/sites/default/files/publication_reports/TECHNICAL%20REPORT_ASSSE.pdf का उपयोग करके देखा जा सकता है।
सर्वेक्षण की पद्धति को अंतिम रूप देने तथा प्रायोगिक (पायलट) अध्ययन के अनुभव तथा हितधारकों की जरूरतों के आधार पर उपकरणों को और बेहतर बनाने हेतु, 13 अगस्त 2025 को दिल्ली में सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत के हितधारकों के साथ एक विचार-मंथन सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र के दौरान बहुमूल्य जानकारियां एकत्रित की गईं।
प्रायोगिक (पायलट) अध्ययन के अनुभव और विचार-मंथन सत्र में हुए विचार-विमर्श के आधार पर, एएसआईएसएसई की प्रश्नावली उद्यम सर्वेक्षणों के लिए तकनीकी सलाहकार समूह (टीएजी) (एनएसओ से संबंधित उद्यम सर्वेक्षणों के लिए तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए गठित) के समग्र मार्गदर्शन में तैयार की गई है।
एएसआईएसएसई का मसौदा प्रश्नावली अब व्यापक परामर्श के लिए सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, उद्योग निकायों, शैक्षणिक संस्थानों और आम जनता से इस प्रश्नावली की समीक्षा करने और इसकी संरचना, विषय-वस्तु एवं कवरेज के बारे में अपनी प्रतिक्रिया/सुझाव साझा करने का अनुरोध किया गया है। ये सुझाव आगामी एएसआईएसएसई की गुणवत्ता, कवरेज और नीतिगत प्रासंगिकता को बढ़ाने में मदद करेंगे।
सुझाव और टिप्पणियां विशिष्ट प्रारूप में 31 अक्टूबर, 2025 तक ईमेल आईडी nssocpd.coord@mospi.gov.in और tc.dpd@mospi.gov.in पर भेजी जा सकती हैं।
प्रतिक्रिया के प्रारूप के साथ प्रश्नावली का मसौदा यहां देखा जा सकता है:
https://mospi.gov.in/sites/default/files/announcements/Circular_17102025.pdf?download=1
****
पीके/केसी/आर
(रिलीज़ आईडी: 2180491)
आगंतुक पटल : 43