सूचना और प्रसारण मंत्रालय
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पीआईबी, भुवनेश्वर ने कोणार्क में क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला - "वार्तालाप" का आयोजन किया


मीडिया विकास प्रक्रिया में एक प्रमुख हितधारक है: एडीजी अखिल कुमार मिश्रा

Posted On: 15 OCT 2025 2:52PM by PIB Delhi

पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), भुवनेश्वर ने प्रभावी जनसंचार में सरकार और मीडिया के बीच सहयोग को मज़बूत करने के लिए आज कोणार्क में एक क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला "वार्तालाप" का आयोजन किया।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अपर महानिदेशक, पीआईबी और सीबीसी (ओडिशा एवं झारखंड क्षेत्र) श्री अखिल कुमार मिश्रा ने कार्यशाला की अध्यक्षता की और मुख्य भाषण दिया। श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती, आईआरएस, संयुक्त आयुक्त, सीजीएसटी भुवनेश्वर, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि श्री गुरुकल्याण महापात्र, मुख्य संपादक, समय ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस आयोजन की शोभा बढ़ाई।

अपने संबोधन में, श्री अखिल कुमार मिश्रा ने विश्वसनीय संचार के माध्यम से लोकतंत्र को मज़बूत करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "मीडिया, दर्पण और संदेशवाहक, दोनों की भूमिका निभाता है - वास्तविकता को प्रतिबिंबित करता है, धारणा को दिशा देता है और लोकतंत्र को मज़बूत बनाता है।" उन्होंने कहा कि यदि संचार रुक जाता है, तो समाधान की खोज भी रुक जाती है और किसी समस्या को समझना भी  समाधान को समझने जैसा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि निरंतर और पारदर्शी संचार से जनता का विश्वास बढ़ता है और सुशासन बना रहता है।

श्री मिश्रा ने यह भी रेखांकित किया कि विश्वसनीयता और करुणा ज़िम्मेदार पत्रकारिता के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि तेज़ गति से मिलने वाली सूचना के इस युग में, सत्य ही सबसे दूर तक जाता है। उन्होंने पत्रकारों को विकास और मानव-हित की उन खबरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया जो ज़मीनी स्तर पर सरकारी पहलों के वास्तविक प्रभाव को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा, "हर नीति अपना उद्देश्य तब पाती है, जब वह किसी के जीवन को बदल देती है।"

"अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार और उनके लाभ" विषय पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे ये सुधार अनुपालन को सरल बना रहे हैं, व्यापार में आसानी को बढ़ावा दे रहे हैं और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कराधान का उद्देश्य दंडात्मक नहीं, बल्कि सुविधा प्रदान करने वाला होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से जनता के विश्वास को मज़बूत करने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। भारत की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि पारदर्शी कराधान और ज़िम्मेदार संचार के बल पर, देश अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और भविष्य में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने जीएसटी सुधारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

श्री गुरुकल्याण महापात्र ने डिजिटल युग में मीडिया के उभरते परिदृश्य और प्रेस की स्वतंत्रता के साथ जुड़ी नैतिक ज़िम्मेदारी पर बात की। उन्होंने मीडिया से विकास और आजीविका से जुड़ी खबरों को उजागर करने का आग्रह किया, खासकर मत्स्य पालन और कृषि जैसे क्षेत्रों से, जो ग्रामीण और तटीय समुदायों में बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने विभिन्न केंद्रीय पहलों के बारे में भी बात की।

सीबीसी के सहायक निदेशक और वार्तालाप के नोडल अधिकारी श्री प्रदीप कुमार चौधरी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्य का परिचय दिया। उन्होंने वार्तालाप को सरकार और मीडिया के बीच एक महत्वपूर्ण माध्यम बताया, जहाँ नीति और धारणा का मेल होता है।

कार्यक्रम का समापन पीआईबी भुवनेश्वर के उप निदेशक श्री एम.के. जाली के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन पीआईबी के मीडिया एवं संचार अधिकारी श्री स्वाधीन शक्ति प्रसाद ने किया। कोणार्क और आसपास के 60 से अधिक पत्रकारों ने कार्यशाला में भाग लिया और अधिकारियों से बातचीत की।

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पीके / केसी / जेके/डीके


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